Mutual Fund Investment: बीते 1 साल की बात करें तो निवेशकों का ध्यान इंडेक्स फंड पर बढ़ा है. इसी वजह से HDFC म्यूचुअल फंड, ICICI प्रू, IDFC म्यूचुअल फंड, Axis म्यूचुअल फंड, ABSl और Nippon Life ज्यादातर म्यूचुअल फंड हाउस ने भी इंडेक्स फंड प्रोडक्ट पर फोकस किया है.बीते दिनों आए ज्यादातर एनएफओ इसी कटेगिरी के रहे हैं. वहीं जब इस साल बाजार में उथल पुथल का दौर है तो इंडेक्स फंड भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? डिमांड में हैं. एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया के आंकड़ों पर नजर डालें तो इंडेक्स फंड में फोलियो की संख्या मार्च 2021 से फरवरी 2020 के दोगुनी होकर 23 लाख से ज्यादा हो गई है. यह पिछले साल मार्च के अंत तक 10 लाख से कुछ ज्यादा थी. आखिर इस तरह की अनिश्चितता की स्थिति में इंडेक्स फंड की डिमांड क्यों बढ़ रही है.
Index Fund: क्या है इंडेक्स फंड, इसमें क्यों करें निवेश, कैसे मिलेगा बड़ा रिटर्न
शेयर मार्केट (Share Market) में इंवेस्ट करना चाहते हैं? लेकिन शिकायत होगी कि कौनसे शेयर मैं पैसा लगाए, उसे कब कैसे ट्रैक करें और अगर इन सब के लिए टाइम नहीं है तो म्युचुअल फंड (Mutual Fund) आपके लिए बेस्ट है. अब आप पूछेंगे की कई म्युचुअल फंड देख चुके हैं. कोई ऐसा फंड जिसमें जोखिम कम से कम हो, ज्यादा रिटर्न लगभग तय हो और निवेश का खर्च भी कम आए. तो हमारे पास आपके लिए एक सलाह है. इंडेक्स फंड में निवेश करने की.
हमारे देश में बेसिकली दो इंडेक्स हैं. एक सेंसेक्स, दूसरा निफ्टी 50. सेंसेक्स बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है. और ये टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है. मतलब उसके शेयर्स की कीमत बढ़ी या घटी. इसके अलावा सेक्टोरल इंडेक्स भी होते हैं जो किसी एक सेक्टर की कंपनी को ट्रैक करते हैं जैसे फार्मा सेक्टर्स.
तो अब इंडेक्स फंड क्या है. ये समझते हैं.
ये भी म्युचुअल फंड ही है. म्युचुअल फंड में क्या होता है. किसी फंड में आप पैसा डालते हैं फिर उस फंड का मैनेजर उसी पैसे को जगह जगह इंवेस्ट कर देता है और आपके साथ प्रोफिट शेयर करता है. वैसे ही इंडेक्स फंड का पैसा केवल और केवल इंडेक्स यानी सेंसेक्स या निफ्टी में ही लगाया जाता है. मान लीजिए अगर आप बीएसएई इंडेक्स में पैसा डालते हैं तो उस फंड को बीएसई के इंडेक्स सेंसेक्स की टॉप 30 कंपनियों में लगाया जाएगा. अगर बीएसई का एस एंड पी 100 इंडेक्स फंड है तो उसका पैसा सेंसेक्स की टॉप 100 कंपनियों में ही लगाया जाएगा.
देखिए किसी और फंड में आप निवेश करते हैं तो उसका फंड मैनेजर लगातार स्टॉक्स पर नजर बनाकर रखता है, पोर्टफोलियों में चेंजेज करता रहता है, एक जगह से पैसा निकाल कर दूसरी जगह लगाता है यानी निवेश पर एक्टिवली नजर बनाए रखता है. लेकिन इंडेक्स फंड में आंख बंद कर किसी एक इंडेक्स फंड में पैसा लगा दीजिए, क्योंकि अगर ये सेंसेक्स का फंड है तो उसमें कुछ बदलाव नहीं करने होते, सेंसेक्स की टॉप कंपनियां तो तय समय तक सेम ही होती है. इसलिए इसे पेसिव इंवेस्टमेंट भी कहते हैं.
इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें?
एक फायदा तो यह है कि इसमें एक्सपेंस रेश्यो यानी निवेश का खर्च कम होता है. इसके अलावा जो बीएसई या एनएसई इंडेक्स डिजाइन किया गया है वो ऐसा डिजाइन्ड है कि ये हमेशा बढ़ेगा ही. आप भी देख सकते हैं एक समय पर सेंसेक्स 19,000 पर हुआ करता था और आज देखिए 62,000 पर है तो सोचिए तब जिसने बीएसई के इंडेक्स फंड में पैसा लगाया होगा आज उसे कितना बड़ा मुनाफा मिला होगा. इसलिए इंडेक्स फंड में पैसा डालने का बड़ा फायदा है.
बड़ा आसान है, आसान इसलिए क्योंकि इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती. और बिना कमीशन के आप किसी इंवेस्टिंग एप के थ्रू इसमें निवेश कर सकते हैं. जैसे स्क्रीन पर आफको दिख रहा होगा इसमें कई सारे इंडेक्स फंड हैं, आप कोई भी सिलेक्ट करें, इसमें रिटर्न केलकुलेटर भी है. आप या तो एक बार में लमसम अमाउंट डाल दीजिए या एसआईपी के रूप में मंथली थोड़ा थोड़ा अमाउंड डालिए. तो निवेश के साथ हमेशा लॉन्ग टर्म में निवेश करने वाला मंत्र भी याद रखे.
Wealth Guide: पहली बार करने जा रहे हैं निवेश? इंडेक्स फंड में क्यों लगाना चाहिए पैसा, एक्सपर्ट से समझें
Index Mutual Funds: फाइनेंशियल प्लानिंग को लेकर एक बात जो सबसे ज्यादा जोर देकर कही जाती है कि जितनी जल्दी हो फाइनेंशियल जर्नी शुरू कर देनी चाहिए.
Index Mutual Funds: फाइनेंशियल प्लानिंग को लेकर एक बात जो सबसे ज्यादा जोर देकर कही जाती है कि जितनी जल्दी हो फाइनेंशियल जर्नी शुरू कर देनी चाहिए. जॉब या बिजनेस की शुरुआत के साथ ही फाइनेंशियल प्लानिंग की जाए, तो निवेशकों को अपने लक्ष्यों के मुताबिक कॉपर्स बनाने में पर्याप्त समय मिलता है. इसके अलावा, फाइनेंशियल जर्नी में यह अहम है कि इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ रखा जाए और निवेश को लेकर अनुशासन हो. हालांकि, यह पुराने और नए दोनों ही तरह के निवेशकों के लिए यह चैलेंजिंग काम है. इक्विटी मार्केट में जब पहली बार कोई निवेशक एंट्री करता है तो उसके सामने सबसे बड़ी मुश्किल सही स्टॉक चुनने और मार्केट में उतार-चढ़ाव से निपटने को लेकर रहती है. इक्विटी पोर्टफोलियो को अलग-अलग सेक्टर्स, इंडस्ट्रीज और मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से डायवर्सिफाई करना भी मुश्किल होता है. ऐसे में नए निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की एक पॉपुलर कैटेगरी इंडेक्स फंड एक बेहतर ऑप्शन है.
इंडेक्स फंड्स के क्या हैं बेनेफिट
इंडेक्स फंड्स (Index Funds) में निवेश के कुछ खास बेनेफिट होते हैं. जोकि पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को आसानी से इक्विटी के जरिए लंबी अवधि की ग्रोथ हासिल करने में मदद कर सकते हैं.
डायवर्सिफिकेशन: इक्विटी एसेट क्लास के भीतर मैक्सिमम डायवर्सिफिकेशन हासिल करना एक चुनौतीपूर्ण काम है. हालांकि, बेंचमार्क इंडेक्स आमतौर पर कई सेक्टर और इंडस्ट्रीज के शेयरों को कवर करते हैं. इनमें से कुछ ग्रोथ स्टॉक हैं, कुछ साइक्लिकल हैं और कुछ वैल्यू प्ले हैं. जब आप किसी इंडेक्स फंड में निवेश करते हैं, तो आप खुद ही डायवर्सिफिकेशन की लिमिट हासिल कर लेते हैं, क्योंकि आपका निवेश इंडेक्स के अलग-अलग कम्पोनेंट में फैला होता है.
कम लागत: इंडेक्स फंड में निवेशकों के लिए फायदा यह है कि इसमें टोटल एक्सपेंस रेश्यो (TER) कम होता है. यानी निवेश करने पर जो लागत आती है, वह एक्टिवली मैनेज्ड फंड की तुलना में कम होती है. सेबी के म्यूचुअल फंड नियमों रेगुलेशन के मुताबिक, इंडेक्स फंड के लिए एक्सपेंस रेश्यो डेली नेट एसेट के 1.5 फीसदी से अधिक नहीं हो सकता है.
Index Fund: कम रिस्क में भी बाजार की तेजी से उठा सकते हैं फायदा, जानिए क्या है इंडेक्स फंड की खूबी और कैसे बढ़ जाता है इसमें रिटर्न
अगर आप इक्विटी में पैसे लगाना चाहते हैं लेकिन बाजार की उतार-चढ़ाव से डर लगता है तो इंडेक्स फंड बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं.
Index Fund: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते दुनिया भर के बाजारों में उतार-चढ़ाव है. ऐसे में निवेशक ऐसे विकल्पों की तलाश में हैं जिसमें कम रिस्क में ही बाजार की तेजी से शानदार मुनाफा कमा सकें. ऐसा ही एक विकल्प इंडेक्स फंड्स है जो इक्विटी फंड की ही तरह होते हैं और सेंसेक्स या निफ्टी जैसे इंडेक्स की तेजी को ट्रैक करते हैं. इसका मतलब हुआ कि अगर कोई इंडेक्स फंड निफ्टी 50 को ट्रैक करता है तो निफ्टी 50 जितना मजबूत होगा, उतना ही इंडेक्स फंड भी.
ऐसे काम करता है Index Fund
अगर कोई इंडेक्स फंड निफ्टी 50 को ट्रैक करता है तो इसका मतलब है कि इसमें पैसे लगाए गए पैसे उसी अनुपात में शेयरों में लगाए जाएंगे जिसमें ये निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हैं. इसका मतलब हुआ कि इंडेक्स फंड के जरिए निवेशक अलग-अलग शेयर खरीदने की बजाय एक अनुपात में उनमें पैसे लगा रहे हैं. निफ्टी 50 इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इंडेक्स फंड में पैसे लगाने का मतलब है कि 50 शेयरों में पैसे लगा रहे हैं और इनमें तेजी का फायदा ले सकते हैं.
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कुछ बेहतर प्रदर्शन करने वाले इंडेक्स फंड
1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 11.13%, 14.51%, 13.86%
Nippon India Index Fund
1, 3 और 5 भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? साल का रिटर्न: 11.97%, 15.32%, 14.88%
ICICI Prudential Nifty Index Fund
1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 13.20%, 15.14%, 14.03%
UTI Nifty Index Fund
1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 13.23%, 15.14%, 14.25%
SBI Nifty Index Fund
1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 13.13%, 14.83%, 13.99%
IDBI Nifty Index Fund
1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 12.48%, 14.86%, 13.88%
इंडेक्स फंड में एक्सपेंस रेश्यो कम होता है. यानी निवेश की लगात कम आती है. सेबी के म्यूचुअल फंड नियमों रेगुलेशन के अनुसार, इंडेक्स फंड के लिए एक्सपेंस रेश्यो डेली नेट एसेट के 1 फीसदी से अधिक नहीं हो सकता है.
किसी एक शेयर में पैसा लगाने की बजाए इंडेक्स में शामिल शेयरों में लगाया जाता है. इसलिए आपका पोर्टफोलियो क्वालिटी शेयरों के साथ डाइवर्सिफाई होता है. .
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