करेंसी या फॉरेक्स मार्केट एक विकेन्द्रीकृत (Decentralized) विश्वव्यापी बाजार है। आज यह दुनिया का सबसे बड़ा फाइनेंसियल मार्केट है और इसका एवरेज डेली वॉल्यूम लगभग 5 ट्रिलियन डॉलर है। एक बड़े करेंसी ट्रेड में करेंसी पेयर में मुद्राओं में से एक के रूप में अमेरिकी डॉलर शामिल होता है।
गेहूं की कीमतों ने बढ़ाई सरकार की मुसीबत, तय किया जा सकता है एक्सपोर्ट का कोटा
आटे की बढ़ती कीमत ने लगाया महंगाई का तड़का लगा दिया है। महंगाई अपने 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है
गेहूं की बढ़ती कीमतों ने सरकार की परेशानी बढ़ा दी है । पिछले साल के मुकाबले गेहूं की मॉडल कीमतों में 4 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। जबकि आटे की मॉडल कीमतों में क़रीब 7 रुपए की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरकार इस महंगाई को काबू में रखने के लिए जल्दी ही कदम उठा सकती है। पिछले साल के मुकाबले गेहूं की मॉडल कीमतों में 4 रुपए की बढ़ोतरी हुई है जिसके चलते पिछले साल 24 रुपए की गेहूं की कीमत इस साल 28 रुपए हो गई है। इसी तरह आटे की कीमतों में 7 रुपए की बढ़ोतरी के बाद पिछले साल की 29 रुपए की कीमत इस साल 36 रुपए कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा हो गई है।
आटे की बढ़ती कीमत ने लगाया महंगाई का तड़का
आटे की बढ़ती कीमत ने लगाया कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा महंगाई का तड़का लगा दिया है। महंगाई अपने 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इस साल गेहूं का उत्पादन अनुमान से कम रहेगा। सरकार का अनुमान है कि इस साल गेहूं का उत्पादन 95 से 100 लाख मैट्रिक टन हो सकता है। इस बार गेहूं का निर्यात 10 लाख मैट्रिक टन होने का अनुमान है। महंगाई से निपटने के लिए गेहूं खरीद का सीजन खत्म होने के बाद सरकार एक्सपोर्ट के लिए पॉलिसी ला सकती है। एक्सपोर्ट का कोटा तय किया जा सकता है। साथ ही गेंहू पर स्टॉक लिमिट भी लगाई जा सकती है।
Commodity Trading क्या है
किसी कमोडिटी को एक्सचेंज के माध्यम से खरीदने व बेचने के काम को कमोडिटी ट्रेडिंग कहते हैं | कमोडिटी ट्रेडिंग सामान्य ट्रेडिंग की तरह नही होती है , यहा पर की जाने वाली ट्रेडिंग भविष्य के लिए की जाती है | ट्रेड का दिन आने पर ट्रेडर ,ट्रेड काट सकता है या फिर वह चाहे तो उसकी डिलीवरी भी ले सकता है | कमोडिटी बाजार के माध्यम से एग्री प्रोडक्ट्स ( जैसे – गेहूं , ऑयल , कपास , सोयाबीन ) व नॉन-एग्री प्रोडक्ट्स ( बेस मेटल , सोना-चाँदी ) आदि का कारोबार करते है |
Commodity trading कैसे शुरू करें
Commodity बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए हमारे पास ट्रेडिंग खाता होना चाहिए | ट्रेडिंग खाता उसी ब्रोकर के साथ खोलना चाहिए , जिनके पास प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों जैसे एमसीएक्स ( MCX ) , एनसीडीईएक्स आदि की सदस्यता ले रखी हो | इन एक्सचेंजों की वेबसाइट पर इनसे जुड़े ब्रोकरों की सूची मिल जाएगी | भारत में कई कमोडिटी एक्सचेंज हैं , जिनके माध्यम से कमोडिटी का कारोबार होता है | इनमें एमसीएक्स ( MCX ) , एनसीडीईएक्स , एनएमसीई प्रमुक है |
- Commodity market भी शेयर बाजार की तरह होता है कमोडिटी बाजार में शेयर की जगह कमोडिटी को खरीदा और बेचा जाता है |
- कमोडिटी किसी भी रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाले सामान को बोलते हैं जो लोगों की बुनियादी जरूरत होते हैं | जैसे की चना , गेहूं , सोना या चाँदी इत्यादि |
- कमोडिटी बाजार में डिलीवरी होती है पर ज्यादातर लोग डिलीवरी न लेकर दुबारा से सामान को कमोडिटी बाजार में ही बेच देते हैं |
- कमोडिटी बाजार में कच्चे माल की खरीद और बिक्री होती है |
- कमोडिटी बाजार में सामान के पैसे वर्तमान स्थिति से लगते है , चाहे डिलीवरी कभी भी लो या न लो |
- कमोडिटी बाजार में सामान की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है बस पैसे देखे जाते है |
Commodity बाजार के लिए टिप्स
कुछ भी खरीदने के लिए पूरी रकम देनी होती है , पर कमोडिटी ट्रेडिंग में कुछ पैसे देकर ट्रेडिंग की जा कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा सकती है । कमोडिटी बाजार में इस को मार्जिन ट्रेडिंग कहा जाता है । ये मार्जिन किसी भी ट्रेडिंग का 3-5 प्रतिशत होता है ।
- कमोडिटी बाजार में कुछ प्रतिशत मार्जिन देकर ट्रेडिंग कर सकते है , तो हमें ज्यादा ट्रेडिंग एक साथ नहीं करनी चाहिए ।
- कमोडिटी बाजार में निवेश अपने बजट के हिसाब से करना चाहिए ।
- शेयर बाजार में हम अपने निवेश को कुछ साल तक रख सकते है पर कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग 2-3 महीने में कारोबार होता है तो इसमें निवेश कम समय के लिए होता है ।
- कमोडिटी बाजार में शुरुआत में थोड़े निवेश से ज्यादा फायदा हो सकता है । जब कमोडिटी बाजार को पूरी तरह से समझ जाएं तो ज्यादा पैसे निवेश कर सकते है ।
- शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में भी वैश्विक घटना से फर्क पड़ता है , ये समझ कर भी कमोडिटी बाजार में पैसे निवेश कर सकते है ।
- लिक्विड कमोडिटी में ज्यादा फायदा रहता होता है । लिक्विड कमोडिटी जैसे की कच्चा तेल , आधार धातु इसमें नुकसान कम होता है और बाजार में बहार आने का मौका हमेशा खुला रहता है ।
- शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में बोनस या डिविडेंड नहीं मिलता है । जब भी कमोडिटी बेचते है , तभी फ़ायदा होता हैं ।
- कमोडिटी बाजार में डिमांड-सप्लाई का भी ध्यान रखें ।
शेयर बाजार और कमोडिटी बाजार में अंतर
- कमोडिटी बाजार में कमोडिटी और शेयर बाजार में शेयर खरीदे और बेचे जाते है ।
- कमोडिटी बाजार और शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए अलग-अलग डिमैट खाते की जरूरत होती है ।
- शेयर बाजार में निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में काफी रिसर्च करनी पड़ती है , कमोडिटी बाजार में कमोडिटी की ज्यादा रिसर्च नही करनी पड़ती है ।
By Suresh Kumar
Suresh Kumar, Intra Day Share के संस्थापक और Senior Editor हैं. इन्हें लोगों को नयी नयी इन्वेस्टमेंट की रिसर्च बेस्ड जानकारी पहुँचाने में बहुत ख़ुशी मिलती है. शेयर मार्केट से सम्बंधित सभी जानकारियां इनके द्वारा नियमित तौर पर इस वेबसाइट पर पब्लिश की जाती है | इन्हें मार्केट में कार्य करने का पिछले 6 वर्षों का अनुभव है और इसी अनुभव को इस वेबसाइट के माध्यम से आम जन तक पहुंचा रहें है |
What is Commodity Trading In Hindi
कमोडिटी Trading एक सम्पति या समान का समूह है, जोकि हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में महत्वपूर्ण जैसे की भोजन, उर्जा व् धातु की जरुरत होती है । जोकि Commodity के अंतगर्त आती है, Commodity Trading में Trade करने का अवसर प्रदान करती है । जिसके चलते ट्रेडर को इस Commodity Trading के माध्यम से खरीद व् बिक्री करते है । जिसे हम Commodity Trading के नाम से जानते है
Commodity Trading means कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा किसे comandity जिसे हम रोजमरा की चीजे जैसे भोजन सामग्री , तेल , ऊर्जा , धातु अदि के नाम से भी जानते है, में Trade करते है । जैसे Stock Traders Share Trading करते है । जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (Commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (Share Market) में भी इन कमोडिटी की खरीद कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (Commodity Trading) कहते हैं।
कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है – Difference Between Stock Trade and Commodity Trade
कमोडिटी ट्रेडिंग और स्टॉक ट्रेडिंग में मूलभूत अंतर है। Share Market में आप एक बार शेयर खरीद सकते हैं और कई सालों बाद उन्हें बेच सकते हैं, लेकिन Commodity Market में लेन-देन केवल दो या तीन महीने में होता है। इसलिए, किसी पोजीशन को खरीदते या बेचते समय एक निश्चित अवधि का पालन करना आवश्यक है। यह ट्रेडिंग स्टॉक फ्यूचर्स के समान है।
यदि आप Commodity Trading में निवेश करना चाहते हो तो सबसे पहले आपके पास एक Demant account और Trading account होना चाहिये। उसके बाद आपको अपने base metals पर ट्रेडिंग करना होगा, जिसके चलते आप bullions, agro, commodities व् energy जैसे कंपोनेंट्स पर निवेश कर सकते हो। लेकिन याद रहे जब भी आप Commodity Trading करो तो ऐसे में ट्रेडिंग करते समय stop loss का जरुर उपयोग करे । जिससे की आप आसानी से अपने पैसे को नुकसान से बचा सको और अपने लिए प्रॉफिट मार्जिन book कर सको ।
Best Commodity Trading Platforms in India
भारत में नीचे सूचीबद्ध छह प्रमुख कमोडिटी कारोबार एक्सचेंज हैं:-
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज – एमसीएक्स (MCX)
- राष्ट्रीय कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज – एनसीडीईएक्स (NCDEX)
- राष्ट्रीय मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज – एनएमसीई (NMCE)
- भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज – आईसीईएक्स (ICEX)
- एसीई डेरिवेटिव एक्सचेंज – एसीई (ACE)
- यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज — यूसीएक्स (UCX)
Currency Trading से कैसे कमा सकते हैं पैसा? यहां जानिए 'करेंसी ट्रेडिंग' से जुड़ी 9 जरूरी बातें
Currency Trading in Hindi: आप पैसा बनाने की अपनी खोज में Currency Trading का लाभ उठा सकें। आइए इस लेख में जानते है कि करेंसी ट्रेडिंग क्या है? (What is Currency Trading in Hindi) और करेंसी मार्केट से जुड़े अन्य पहलुओं पर नजर डालते है।
Currency Trading in Hindi: स्टॉक (Stock) और इक्विटी (Equity) ट्रेडिंग के बारे में हर कोई जानता है। लेकिन, एक उच्च क्षमता वाला बाजार है जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है। इस एवेन्यू को मुद्रा व्यापार (Currency Trading) कहा जाता है। Foreign Currencies आपको लाभ का एक मौका देता है अगर आप सही अवसर का पता लगाने और अपने लाभ के लिए उनका उपयोग करने में सक्षम हैं। आइए हम करेंसी मार्केट ट्रेडिंग (Currency Market Trading) के बेसिक कांसेप्ट को समझते हैं ताकि आप पैसा बनाने की अपनी खोज में Currency Trading का लाभ उठा सकें। तो आइए इस लेख में जानते है कि करेंसी ट्रेडिंग क्या है? (What is Currency Trading in Hindi) और करेंसी मार्केट से जुड़े अन्य पहलुओं पर नजर डालते है।
F&O: फ्यूचर्स-ऑप्शंस देते हैं कम लागत में ज्यादा पैसा कमाने का मौका
- Vijay Parmar
- Publish Date - July 27, 2021 / 02:38 PM IST
Future & Option: कम इन्वेस्टमेंट करके ज्यादा मुनाफा कमाना कौन नहीं चाहेगा? सभी लोग ऐसा चाहते हैं और उसके लिए मार्केट में कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं. आज हम ऐसे ही एक विकल्प, यानी फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) डेरिवेटिव्स के बारे में जानेंगे. यह आपको केवल स्टॉक नहीं, बल्कि कृषि वस्तुओं, पेट्रोलियम, सोना, मुद्रा आदि में भी ट्रेडिंग करके पैसा कमाने का मौका देता है. इससे आपको कीमतों में उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचने में मदद मिलती है.
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