WazirX-Binance rift: जानिए क्या है यह मामला, इंडियन क्रिप्टो इनवेस्टर्स पर इसका क्या असर पड़ेगा?

वजीरएक्स के फाउंडर निश्चल शेट्टी और बिनांस के सीईओ झाओ के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच इनवेस्टर्स कुछ सवालों को लेकर परेशान हैं। वे जानना चाहते हैं कि WazirX की ओनरशिप किसके पास है और अब उनके क्रिप्टो और फिएट होल्डिंग्स पर क्या असर पड़ेगा

इंडिया में क्रिप्टो के 10 करोड़ से ज्यादा इनवेस्टर्स हैं। Binance इंडिया क्रिप्टो मार्केट से जुड़ी संभावनाओं को समझ रहा है। इसलिए वह देश की प्रमुख जांच एजेंसी से रिश्ते खराब कर अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर लगाना नहीं चाहता है।

Binance ने गर्व से 21 नवंबर, 2019 को ऐलान किया था कि उसने WazirX का अधिग्रहण कर लिया है। उसने एक ब्लॉग पोस्ट में यह ऐलान किया था। अब Binance के सीईओ Changpeng Zhao ने दोनों पक्षों के बीच हुई डील के एग्रीमेंट से पीछे हटने का ऐलान कर WazirX के साथ ही ग्लोबल कम्युनिटी को हैरान कर दिया है।

वजीरएक्स के फाउंडर निश्चल शेट्टी और बिनांस के सीईओ झाओ के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच इनवेस्टर्स कुछ सवालों को लेकर परेशान हैं। वे जानना चाहते हैं कि WazirX की ओनरशिप किसके पास है और अब उनके क्रिप्टो और फिएट होल्डिंग्स पर क्या असर पड़ेगा।

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Binance और WazirX के बीच कनेक्शन

नवंबर 2019 में एक ब्लॉग पोस्ट में इस बात का ऐलान किया गया था कि Binance ने WazirX का अधिग्रहण कर लिया है। इसमें यह भी बताया गया था कि कैसे अब प्लेटफॉर्म के यूजर्स इंडियन रुपया से क्रिप्टो करेंसीज खरीद सकेंगे, Tether (USDT) जैसे स्टेबल कॉइन में इनवेस्ट कर सकेंगे और Binance के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए क्रिप्टोकरेंसी की पूरी रेंज तक पहुंच हासिल कर सकेंगे। इस ब्लॉग पोस्ट में एक ग्रुप फोटोग्राफ भी था, जिसमें चांगपेंग और निश्चल मुस्कुराते नजर आ रहे हैं।

इसमें साफ तौर पर कहा गया था कि वजीरएक्स का अधिग्रहण और इंटिग्रेशन कंपनी (Binance) की स्ट्रेटेजी का हिस्सा है। कंपनी ग्लोबल क्रिप्टो कम्युनिटी को क्रिप्टोकरेंसीज तक आसान पहुंच देने के लिए ग्लोबल पार्टनर्स की अपनी लिस्ट बढ़ा रही है।

Zhao ने इंडियन क्रिप्टो इकोसिस्टम को डेवलप करने की अपनी प्रतिबद्धता के बारे में भी विस्तार से बताया था। उन्होंने इंडिया को ग्लोबल ब्लॉकचेन का इनोवेशन सेंटर बनाने की भी बात कही थी। निश्चल ने बताया था कि इस अधिग्रहण से कैसे WazirX को इंडिया से बाहर अपनी सेवाओं का विस्तार करने का मौका मिलेगा। वह दूसरे विकासशील देशों को भी सेवाएं दे सकेगा।

अब Binance क्यों WazirX से दूरी बना रहा है?

अभी वजीरएक्स ED के रडार पर है। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग में इंस्टैंट लोन ऐप कंपनियों की मदद करने का आरोप है। ED ने वजीरएक्स के फाइनेंशियल एसेट्स को फ्रिज कर दिया है। उसने 3 अगस्त, 2022 को PMLA के तहत सर्च ऑपरेशन के बाद ऐसा किया है।

इंडिया में क्रिप्टो के 10 करोड़ से ज्यादा इनवेस्टर्स हैं। Binance इंडिया क्रिप्टो मार्केट से जुड़ी संभावनाओं को समझ रहा है। इसलिए वह देश की प्रमुख जांच एजेंसी से रिश्ते खराब कर अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर लगाना नहीं चाहता है। जिस तरह के आरोप वजीरएक्स पर लगाए गए है, उनकी गंभीरता Binance समझ रहा है। उधर, जांच को अंजाम क्या Binance सुरक्षित है तक पहुंचाने में ED का रिकॉर्ड अच्छा है।

ED की तरफ से प्रेस रिलीज जारी होने के तुरंत बाद Zhao ने 5 अगस्त, 2022 को एक के बाद एक कई ट्वीट किए। ऐसा लगा जैसे इनका मकसद वजीरएक्स और इसकी होल्डिंग कंपनी Zammai Labs के सभी तरह के ऑपरेशन से दूरी के बारे में बताना हो। ट्वीट्स में उन्होंने साफ कर दिया कि Binace की Zanmai Labs में कोई हिस्सेदारी नहीं है। वह बतौर टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन WazirX को सिर्प वॉलेट सर्विसेज देता है।

अब वजीरएक्स का क्या हो सकता है?

WazirX ने ED की तरफ से लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है। उसने कहा है कि वह जांच में मदद करने के लिए तैयार है। इस बीच निश्चल शेट्टी ने कई ट्वीट्स कर यह बताने की कोशिश की है क्या Binance सुरक्षित है कि Binance ही WazirX की असली ओनर है। उन्होंने यहां तक कहा है कि Zanmai Labs एक अलग कंपनी है, जबकि WazirX के डोमेन नेम की ओनरशिप Binance के पास है। उधर, Binance ने शेट्टी के दावों को खारिज किया है।

ऐसे में अगर एसेट्स पर लंबे समय तक रोक जारी रहती है तो WazirX के सामने ऑपरेशनल कॉस्ट या ट्रांजेक्शन सपोर्ट नहीं करने का रिस्क हो सकता है। वजीरएक्स और उसके फाउंडर ने कई बार कहा है कि उनके पास डिपॉजिट किया गया क्रिप्टो एसेट्स या फिएट मनी पूरी तरह से सुरक्षित है। उसने यह भी कहा है कि अभी डिपॉजिट और विड्रॉल का काम सामान्य तरह से चल रहा है।

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Cryptocurrency News: लेनदेन में बरतें सावधानी, भारत में नहीं है कोई नियम-कानून, भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX की हो रही है जांच

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन को लेकर अभी कोई नियम कानून नहीं है. ऐसे में क्रिप्टो के लेनदेन में आपको सावधानी बरतनी चाहिए. भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX को लेकर बड़ा खुलासा होने की संभावना है.

Updated: August 12, 2022 11:06 AM IST

cryptocurrency transaction

Wazirx to Binance Transfer: भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज वज़ीरएक्स ने कल घोषणा की है कि वह अब उपयोगकर्ताओं के वज़ीरएक्स खातों और उनके Binance खातों के बीच क्रिप्टो फंड ट्रांसफर को सक्षम नहीं करेगा. वज़ीरएक्स ने कानूनी कारणों का हवाला देते हुए उपयोगकर्ताओं को क्या Binance सुरक्षित है अपने क्रिप्टो फंड को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर स्थानांतरित करने के खिलाफ भी चेतावनी दी है. वज़ीरएक्स ने कल जारी विज्ञप्ति में कहा, “11 अगस्त 2022 से सुबह 7:30 बजे से प्रभावी, वज़ीरएक्स” Binance के साथ लॉगिन “विकल्प के माध्यम से वज़ीरएक्स और Binance के बीच ऑफ-चेन फंड ट्रांसफर का समर्थन करना बंद कर देगा.”

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वजीरएक्स एक्सचेंज में मिली है गड़बड़ी

यह अपडेट भारत के वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी द्वारा दावा किए जाने के लगभग एक हफ्ते बाद आया है कि Binance के बुनियादी ढांचे का उपयोग करते हुए वज़ीरएक्स से लेनदेन “ऑफ-चेन” हो रहा था. प्रवर्तन निदेशालय ने बाद में वज़ीरएक्स के बैंक जमा में ₹64.67 करोड़ को फ्रीज कर दिया है और एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रहा है.

वजीरएक्स ने दी थी सफाई

वज़ीरएक्स ने मंगलवार को स्पष्ट किया था कि उपयोगकर्ता केवल अपने वज़ीरएक्स और Binance खातों के बीच फंड ट्रांसफर कर सकते हैं. इसने यह भी दावा किया कि इन सभी लेनदेन के लिए केवाईसी विवरण एकत्र किया गया था और जब भी अनुरोध किया गया था, इस तरह के डेटा को ईडी को प्रस्तुत किया गया था.

क्या है वजीरएक्स

WazirX एक नया Crypto Currency Exchange है और खास बात यह है कि यह भारत का सबसे बड़ा Cryptocurrency Exchange है. यह Peer to Peer Crypto Transaction Allow करता है. यानी यह बिटकॉइन (Bitcoin) एथेरियम, रिपल (ripple), ट्रोन (Tron), लिटकान (litcoin) और दूसरी क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने की सुविधा देता है. इसका हेड आफिस मुंबई में है.

WazirX में क्रिप्टोकरेंसी के गलत लेनदेन का शक

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वज़ीरएक्स क्रिप्टो-मुद्रा एक्सचेंज के निदेशक पर छापा मारा और 5 अगस्त, 2022 को आभासी क्रिप्टो संपत्तियों की खरीद और हस्तांतरण के माध्यम से धोखाधड़ी के पैसे की धोखाधड़ी में आरोपी तत्काल ऋण ऐप कंपनियों की सहायता के लिए 64.67 करोड़ रुपये की अपनी बैंक संपत्ति को फ्रीज कर दिया है.

एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने एएनआई को बताया कि ईडी मामले की जांच कर रहा है. सूत्रों ने कहा, “निवेशकों को सावधानी से आगे बढ़ने की जरूरत है क्योंकि वज़ीरक्स प्रकरण ने Cryptocurrency ट्रेडिंग पर बहुत सारे मुद्दों को उठाया है.”

क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में बरतें विशेष सावधानी

गुरुवार को एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय इस मामले को देख रहा है. ग्राहकों से कहा गया है कि क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन में और सावधानी बरतना आवश्यक है. एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने एएनआई को बताया, “क्रिप्टोकरेंसी से निपटने के दौरान सावधानी बरतना आवश्यक है. वज़ीरएक्स एपिसोड ने क्रिप्टो लेनदेन के एक काले पक्ष को उजागर किया है और प्रवर्तन निदेशालय इसे देख रहा है.”

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नियम-कानून नहीं

क्रिप्टो कारोबार बाजार वजीरएक्स की प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लांड्रिंग जांच और उसके बाद उसके प्रवर्तकों के बीच विवाद ने क्रिप्टोकरेंसी के ‘स्याह पहलू’ को उजागर किया है. उन्होंने कहा कि लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि क्रिप्टो करेंसी और तथाकथित एक्सचेंज के जरिये होने वाले कारोबार को नियंत्रित करने के लिये फिलहाल कोई नियम-कानून नहीं है, ऐसे में उन्हें इसको लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है.

एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने एएनआई को बताया, “अगर चीनी कंपनियों द्वारा कोई गलत काम किया जाता है, तो प्रवर्तन एजेंसियां ​​उस पर शिकंजा कसेंगी.”
लोकप्रिय वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म Binance ने भारतीय एक्सचेंज से खुद को दूर कर लिया. मुख्य कार्यकारी अधिकारी चांगपेंग झाओ ने कहा कि बिनेंस के पास वज़ीरएक्स की मूल इकाई ज़ानमाई लैब्स में हिस्सेदारी नहीं है.

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आम हुआ WazirX और Binance का झगड़ा, क्रिप्टो ट्रेडर्स के लिए बना सिरदर्द! समझें पूरा मामला

लोग पूछ रहे थे कि वज़ीरएक्स से बिनांस में फंड कैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं?

लोग पूछ रहे थे कि वज़ीरएक्स से बिनांस में फंड कैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं?

क्रिप्टोकॉइन एक्सचेंज वज़ीरएक्स (WazirX) और बिनांस (Binance) का झगड़ा वज़ीरएक्स के यूजर्स के लिए परेशानी का सबब बन गया . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 08, 2022, 12:38 IST

हाइलाइट्स

बिनांस ने वज़ीरएक्स को ऑफ-चेन क्रिप्टो ट्रांसफर करने का विकल्प हटा दिया है.
ऑफ-चेन ट्रांजेक्शन का मतलब एक क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क पर वेल्यू को ब्लॉकचेन से बाहर ट्रांसफर करना है.
कल लागत की वजह से क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडर्स के बीच यह काफी लोकप्रिय हो रहा है.

नई दिल्ली. क्रिप्टोकॉइन एक्सचेंज वज़ीरएक्स (WazirX) और बिनांस (Binance) का झगड़ा अब आम हो गया है और वज़ीरएक्स के यूजर्स के लिए सिरदर्द बन चुका है. यह झगड़ा WazirX के मालिकाना हक को लेकर है. ट्विटर पर युद्ध के बाद बिनांस ने वज़ीरएक्स को ऑफ-चेन क्रिप्टो ट्रांसफर करने का विकल्प हटा दिया है. ऑफ-चेन क्रिप्टो ट्रांसफर फीचर हाल ही दिनों में यूजर्स में काफी लोकप्रिय हो चुका है.

इस मुद्दे पर बिनांस से सीईओ चैंगपेंग झाओ (जिसे कि CZ के नाम से भी जाना जाता है) ने ट्विटर पर लिखा कि वह इस बात को लेकर श्योर नहीं हैं कि वह फीचर किसने डाला. CZ ने कहा, “मैं समझता हूं कि यह ऐसे समय पर जब प्रत्येक ट्रांसफर पर 10 डॉलर ETH गैस की खपत होती है.”

ऑफ-चेन ट्रांजेक्शन का मतलब एक क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क पर वेल्यू को ब्लॉकचेन से बाहर ट्रांसफर करना है. इस पर चूंकि ज़ीरो या बेहद कम लागत आती है तो क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडर्स के बीच यह काफी लोकप्रिय हो रहा है. मनीकंट्रोल से बात करते हुए WazirX के फाउंडर निश्चल शेट्टी ने कहा कि बिनांस के साथ अधिग्रहण की डील बंद हो चुकी है और उसके बाद से कुछ भी बदला नहीं है.

CZ के ट्वीट से यूजर्स में पैनिक
बिनांस से सीईओ CZ ने अगले क्या Binance सुरक्षित है ट्वीट ट्वीट से यूजर्स में पैनिक फैल गया. उन्होंने कहा था कि यूजर्स को WazirX से Binance में अपने फंड्स ट्रांसफर कर लेने चाहिएं.

यूजर्स में फैले इसी पैनिक की वजह से WazirX के टेलीग्राम चैनल पर सवालों की बाढ़ आ गई. लोग पूछ रहे थे कि वज़ीरएक्स से बिनांस में फंड कैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं? उनके फंड्स का क्या होगा? इतने वर्षों बाद इस तरह की चीजें क्यों हो रही हैं? क्या WazirX बंद हो जाएगा?

यूजर्स का एक कॉमन सवाल WazirX पर लिस्ट हुए WRX कॉइन को लेकर था. लोग पूछ रहे थे कि क्या Binance इस कॉइन को डीलिस्ट (Delist) कर देगा. CoinMarketCap के अनुसार, खबर लिखे जाने तक WRX का प्राइस 0.27 डॉलर (21.49 रुपये) से गिरकर 0.024 डॉलर (1.91 रुपये) पर आ चुका था.

ED को भी सहयोग नहीं कर रहा WazirX: बिनांस के CEO
CZ ने भी ट्वीट करके कहा, “हमने WazirX सिस्टम कोड, डेवलपमेंट, ऑपरेशन्स को हमें ट्रांसफर करने के लिए इस साल फरवरी में ही कह दिया था, जिसे कि वज़ीरएक्स ने मना कर दिया. बिनांस के पास उनके सिस्टम का कंट्रोल नहीं है. WazirX ने हमें सहयोग नहीं किया. यही नहीं, वह ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को भी सहयोग नहीं कर रहा है.”

WazirX ने यूजर्स से क्या कहा?
हालांकि, WazirX अपने यूजर्स को यह कहते हुए आश्वस्त करता रहा है, “WazirX के बारे में हालिया खबरों के संदर्भ में, हम आपको आश्वस्त करना चाहते थे कि ऑपरेशन पहले की तरह किया जा रहा है. क्रिप्टो और रुपये की निकासी सामान्य रूप से प्रोसेस की जा रही है.”

इसने यह भी कहा, “ED द्वारा की गई कार्रवाई के बावजूद, हम यह बताना चाहेंगे कि फिलहाल जमा और निकासी हमेशा की तरह सामान्य रूप से काम कर रहे हैं. हम अपने आगे के प्लान का मूल्यांकन कर रहे हैं और हमेशा यूजर्स के सर्वोत्तम हित में कार्य करेंगे.”

WazirX के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन ने मनीकंट्रोल को बताया, “हम एकमात्र बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज हैं जो भारत में क्रिप्टो की पूर्ण निकासी (Complete Withdrawals) की अनुमति देते हैं और यह दर्शाता है कि हम कितने सॉल्वेंट (पैसा चुकाने की क्षमता रखने वाले) हैं और हमारा बिजनेस मॉडल कितना सेंसीबल है. रुपये की निकासी की जा रही है, और कंपनी की स्ट्रक्चरल वायबिलिटी के मामले में कोई समस्या नहीं है. यूजर्स की क्रिप्टो सुरक्षित है.”

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WazirX-Binance rift: जानिए क्या है यह मामला, इंडियन क्रिप्टो इनवेस्टर्स पर इसका क्या असर पड़ेगा?

वजीरएक्स के फाउंडर निश्चल शेट्टी और बिनांस के सीईओ झाओ के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच इनवेस्टर्स कुछ सवालों को लेकर परेशान हैं। वे जानना क्या Binance सुरक्षित है चाहते हैं कि WazirX की ओनरशिप किसके पास है और अब उनके क्रिप्टो और फिएट होल्डिंग्स पर क्या असर पड़ेगा

इंडिया में क्रिप्टो के 10 करोड़ से ज्यादा इनवेस्टर्स हैं। Binance इंडिया क्रिप्टो मार्केट से जुड़ी संभावनाओं को समझ रहा है। इसलिए वह देश की प्रमुख जांच एजेंसी से रिश्ते खराब कर अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर लगाना नहीं चाहता है।

Binance ने गर्व से 21 नवंबर, 2019 को ऐलान किया था कि उसने WazirX का अधिग्रहण कर लिया है। उसने एक ब्लॉग पोस्ट में यह ऐलान किया था। अब Binance के सीईओ Changpeng Zhao ने दोनों पक्षों के बीच हुई डील के एग्रीमेंट से पीछे हटने का ऐलान कर WazirX के साथ ही ग्लोबल कम्युनिटी को हैरान कर दिया है।

वजीरएक्स के फाउंडर निश्चल शेट्टी और बिनांस के सीईओ झाओ के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच इनवेस्टर्स कुछ सवालों को लेकर परेशान हैं। वे जानना चाहते हैं कि WazirX की ओनरशिप किसके पास है और अब उनके क्रिप्टो और फिएट होल्डिंग्स पर क्या असर पड़ेगा।

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नवंबर 2019 में एक ब्लॉग पोस्ट में इस बात का ऐलान किया गया था कि Binance ने WazirX का अधिग्रहण कर लिया है। इसमें यह भी बताया गया था कि कैसे अब प्लेटफॉर्म के यूजर्स इंडियन रुपया से क्रिप्टो करेंसीज खरीद सकेंगे, Tether (USDT) जैसे स्टेबल कॉइन में इनवेस्ट कर सकेंगे और Binance के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए क्रिप्टोकरेंसी की पूरी रेंज तक पहुंच हासिल कर सकेंगे। इस ब्लॉग पोस्ट में एक ग्रुप फोटोग्राफ भी था, जिसमें चांगपेंग और निश्चल मुस्कुराते नजर आ रहे हैं।

इसमें साफ तौर पर कहा गया था कि वजीरएक्स का अधिग्रहण और इंटिग्रेशन कंपनी (Binance) की स्ट्रेटेजी का हिस्सा है। कंपनी ग्लोबल क्रिप्टो कम्युनिटी को क्रिप्टोकरेंसीज तक आसान पहुंच देने के लिए ग्लोबल पार्टनर्स की अपनी लिस्ट बढ़ा रही है।

Zhao ने इंडियन क्रिप्टो इकोसिस्टम को डेवलप करने की अपनी प्रतिबद्धता के बारे में भी विस्तार से बताया था। उन्होंने इंडिया को ग्लोबल ब्लॉकचेन का इनोवेशन सेंटर बनाने की भी बात कही थी। निश्चल ने बताया था कि इस अधिग्रहण से कैसे WazirX को इंडिया से बाहर अपनी सेवाओं का विस्तार करने का मौका मिलेगा। वह दूसरे विकासशील देशों को भी सेवाएं दे सकेगा।

अब Binance क्यों WazirX से दूरी बना रहा है?

अभी वजीरएक्स ED के रडार पर है। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग में इंस्टैंट लोन ऐप कंपनियों की मदद करने का आरोप है। ED ने वजीरएक्स के फाइनेंशियल एसेट्स को फ्रिज कर दिया है। उसने 3 अगस्त, 2022 को PMLA के तहत सर्च ऑपरेशन के बाद ऐसा किया है।

इंडिया में क्रिप्टो के 10 करोड़ से ज्यादा इनवेस्टर्स हैं। Binance इंडिया क्रिप्टो मार्केट से जुड़ी संभावनाओं को समझ रहा है। इसलिए वह देश की प्रमुख जांच एजेंसी से रिश्ते खराब कर अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर लगाना नहीं चाहता है। जिस तरह के आरोप वजीरएक्स पर लगाए गए है, उनकी गंभीरता Binance समझ रहा है। उधर, जांच को अंजाम तक पहुंचाने में ED का रिकॉर्ड अच्छा है।

ED की तरफ से प्रेस रिलीज जारी होने के तुरंत बाद Zhao ने 5 अगस्त, 2022 को एक के बाद एक कई ट्वीट किए। ऐसा लगा जैसे इनका मकसद वजीरएक्स और इसकी होल्डिंग कंपनी Zammai Labs के क्या Binance सुरक्षित है सभी तरह के ऑपरेशन से दूरी के बारे में बताना हो। ट्वीट्स में उन्होंने साफ कर दिया कि Binace की Zanmai Labs में कोई हिस्सेदारी नहीं है। वह बतौर टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन WazirX को सिर्प वॉलेट सर्विसेज देता है।

अब वजीरएक्स का क्या हो सकता है?

WazirX ने ED की तरफ से लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है। उसने कहा है कि वह जांच में मदद करने के लिए तैयार है। इस बीच निश्चल शेट्टी ने कई ट्वीट्स कर यह बताने की कोशिश की है कि Binance ही WazirX की असली ओनर है। उन्होंने यहां तक कहा है कि Zanmai Labs एक अलग कंपनी है, जबकि WazirX के डोमेन नेम की ओनरशिप Binance के पास है। उधर, Binance ने शेट्टी के दावों को खारिज किया है।

ऐसे में अगर एसेट्स पर लंबे समय तक रोक जारी रहती है तो WazirX के सामने ऑपरेशनल कॉस्ट या ट्रांजेक्शन सपोर्ट नहीं करने का रिस्क हो सकता है। वजीरएक्स और उसके फाउंडर ने कई बार कहा है कि उनके पास डिपॉजिट किया गया क्रिप्टो एसेट्स या फिएट मनी पूरी तरह से सुरक्षित है। उसने यह भी कहा है कि अभी डिपॉजिट और विड्रॉल का काम सामान्य तरह से चल रहा है।

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