अमेरिकी चुनाव नतीजे और पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बड़े ऐलान का इंतजार कर रहा है शेयर बाजार
अमेरिका में चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए अभी नैस्डैक फ्यूचर्स क्या हैं? है. नतीजों के रुझानों से बाजार में उत्साह देखने को मिला है. अमेरिका में तीनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स डाओ जोंस, नैस्डैक, एसएंडपी एक फीसदी तक बढ़कर बंद हुए है. वहीं, चीन के बाजारों में दबाव है. इन संकेतों का असर घरेलू बाजार पर दिख सकता है.
क्या आपको मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100 FOF में निवेश करना चाहिए?
एफओएफ मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100 र्इटीएफ में निवेश करेगा.
प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के संस्थापक विशाल धवन कहते हैं, "इंटरनेशनल फंडों में निवेश केवल पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन के लिए करना चाहिए. इसलिए मुझे लगता है कि निवेशकों को र्इटीएफ और एफओएफ की बजाय फीडर फंडों को चुनना चाहिए. इसे देखते हुए निवेशकों को नर्इ स्कीम में पैसा लगाने से बचना चाहिए."
बता दें कि फंड अभी नैस्डैक फ्यूचर्स क्या हैं? ऑफ फंड्स या एफओएफ अन्य फंडों की यूनिटों में निवेश करते हैं. मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100 एफओएफ पैसिव स्कीम है. यह मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की यूनिटों में निवेश करेगी.
धवन ने इस ओर भी इशारा किया कि स्कीम के पोर्टफोलियो का केंद्रीकरण भी चिंता का कारण है. धवन ने कहा, "नैस्डैक 100 में फेसबुक, गूगल, नेटफ्लिक्स इत्यादि जैसी अमेरिका की दिग्गज कंपनियां हैं. यह इसे काफी टेक्नोलॉजी सेक्टर केंद्रित इंडेक्स बनाता है. इसके अलावा इस इंडेक्स का वैलुएशन भी काफी ज्यादा है. यह बात इसे भारतीय खुदरा निवेशकों के लिए कम आकर्षक बनाती है."
हालांकि, कुछ म्यूचुअल फंड सलाहकार अपने क्लाइंटों को एनएफओ में निवेश की सलाह दे रहे हैं. अक्सर नए एनएफओ की जगह पुरानी स्कीमों में निवेश की सलाह दी जाती है. लेकिन, इस मामले में यह बात लागू नहीं होती है.
जर्मिनेट वेल्थ सॉल्यूशंस अभी नैस्डैक फ्यूचर्स क्या हैं? एलएलपी के संस्थापक व सीर्इओ संतोष जोसेफ कहते हैं, "चूंकि नया एफओएफ र्इटीएफ में निवेश करेगा. इसलिए इसे ट्रैक रिकॉर्ड की जरूरत नहीं है. यह स्कीम मुख्य रूप से र्इटीएफ में निवेश करेगी."
सलाहकारों का कहना है कि एफओएफ खुदरा निवेशकों के लिए विदेश में निवेश का आसान तरीका हैं. कारण है कि ये सिप के जरिए निवेश का मौका देते हैं. खुदरा निवेशक ज्यादा टिकट साइज के कारण र्इटीएफ में निवेश नहीं कर सकते हैं. मोतीलाल ओसवाल में आवेदन की न्यूनतम राशि 500 रुपये है.
हालांकि, धवन जैसे आलोचकों का कहना है कि निवेशकों को टैक्स बाद मिलने वाले रिटर्न पर भी ध्यान देना चाहिए. वह कहते हैं, "बेशक एफओएफ र्इटीएफ में निवेश का सुविधाजनक जरिया हैं, लेकिन इन पर डेट फंडों की तरह टैक्स लगता है. यही बात है जो इन्हें फीडर फंडों से पीछे करती है."
एक साल से अधिक समय के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंडों को रखने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स लगता है. एफओएफ के मामले में अगर निवेश को एक साल से पहले बेचा जाता है तो बढ़ी हुर्इ रकम पर शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेंस टैक्स लगता है. रिटर्न इनकम के साथ जुड़ जाते हैं. फिर जिस टैक्स स्लैब में आप आते हैं, उसी के अनुसार टैक्स लगता है. तीन साल बाद निवेश को बेचने पर इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ 20 फीसदी की दर से टैक्स लगता है.
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Share Market Today, 19 May 2022: शेयर मार्केट में हाहाकार! सेंसेक्स 1400 अंक टूटा, निफ्टी 430 अंक नीचे
Share Market News Today (आज का शेयर बाजार), 19 May 2022: हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन उतार- चढ़ाव के बाद सभी सेक्टर्स लाल निशान पर बंद हुए।
- वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख से आज घरेलू शेयर बाजार में जोरदार गिरावट आई।
- आज सेंसेक्स और निफ्टी 2.50 फीसदी से भी ज्यादा लुढ़क गए।
- बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,49,02,264.70 करोड़ रुपये हो गया।
Share Market News Today, 19 May 2022: गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में कोहराम मच गया। आज का दिन निवेशकों के लिए बहुत खराब रहा क्योंकि उन्हों जबरदस्त नुकसान हुआ। अमेरिकी कारोबार में लगातार कमजोरी से आज भारतीय शेयर बाजार भी धड़ाम हो गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1416.30 अंक यानी 2.61 फीसदी गिरकर 52,792.23 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 430.90 अंक (2.65 फीसदी) फिसलकर 15,809.40 पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यूएस फ्यूचर्स दिन के निचले स्तर पर पहुंचा। Dow Futures ऊपरी स्तर से करीब 400 अंक लुढ़क गया है। नैस्डैक फ्यूचर्स ऊपरी स्तर से करीब 2 फीसदी टूटा। वहीं S&P 500 फ्यूचर्स ऊपरी स्तर से 1.2 फीसदी गिर गया है।
कारोबार के अंत में बीएसई पर ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल-
सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी आईटी में आई। यह 5.74 फीसदी लुढ़ककर बंद हुआ। मेटल 4.08 फीसदी नीचे बंद हुआ और मीडिया में 3.74 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा बैंक, ऑटो, फाइनेंस सर्विस, फार्मा, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक और रियल्टी दो फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए। एफएमसीजी भी लाल निशान पर बंद हुआ।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 900.65 अंक (1.66 फीसदी) फिसलकर 53307.88 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 268.90 अंक नीचे 15971.40 के स्तर पर खुला था।
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Share Market Tips : इन शेयरों में दिख रही अच्छी खरीदारी, कीमतों में आया उछाल, आप भी खेल सकते हैं दांव
Share Market Tips : 14 अक्टूबर के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई शुद्ध विक्रेता और डीआईआई शुद्ध खरीदार थे। सोमवार को ब्रेंट क्रूड 0.51 फीसदी उछलकर 92.1 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, डबल्यूटीआई फ्यूचर्स चढ़कर 85.03 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। दूसरी तरफ नेचुरल गैस फ्यूचर्स में 2.92 फीसदी की गिरावट दिखी।
इन शेयरों में देखने को मिल रही अच्छी खरीदारी
सोमवार को ब्रेंट क्रूड 0.51 फीसदी उछलकर 92.1 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, डबल्यूटीआई फ्यूचर्स चढ़कर 85.03 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। दूसरी तरफ नेचुरल गैस फ्यूचर्स में 2.92 फीसदी की गिरावट दिखी।
14 अक्टूबर के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई शुद्ध विक्रेता और डीआईआई शुद्ध खरीदार थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 1,011.23 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,624.13 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। आज जिन शेयरों में प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट दिखा है, वे निम्न हैं:
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21 साल में तीसरी बार अशुभ संकेत, 'डेथ क्रॉस' जोन में अमेरिकी बाजार!
Death Cross News: पिछले कुछ हफ्तों से घरेलू शेयर बाजारों के साथ-साथ दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है. रूस-यूक्रेन संकट और कमजोर संकेत इसके मुख्य कारण बताए जा रहे हैं. इसी बीच Nasdaq चार्ट पर डेथ क्रॉस में आ गया. जानिए इसका मतलब.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 20 फरवरी 2022,
- (अपडेटेड 20 फरवरी 2022, 2:25 PM IST)
- 'डेथ क्रॉस' फॉर्मेशन को निवेशक मानते हैं अशुभ
- दो साल में पहली बार अशुभ संकेत
नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स (Nasdaq Composite Index) की ट्रेडिंग का चार्ट पैटर्न शुक्रवार को 'डेथ क्रॉस' (Death Cross) फॉर्मेशन में आ गया. स्टॉक मार्केट में इंवेस्ट करने वाले इस पैटर्न को अशुभ मानते हैं. यह गिरावट का संकेत माना जाता है.
अतीत के आंकड़े बताते हैं कि 'डेथ क्रॉस' चार्ट पैटर्न कुछ समय के लिए स्टॉक मार्केट पर काफी भारी पड़ता है और इससे बाहर निकलने में मार्केट को अच्छा-खासा वक्त निकल जाता है. हालांकि, अभी यह अस्पष्ट नहीं है कि ये फॉर्मेशन आने वाले समय में ट्रेडर्स को ज्यादा परेशान करने वाला है या ये थोड़े दिन की बात है.
दो साल में पहली बार अशुभ संकेत
इससे पहले अप्रैल, 2020 में Nasdaq डेथ क्रॉस फॉर्मेशन में आया था. वह समय अलग था. कोरोना महामारी की वजह से चारों और Uncertainty थी. निवेशकों को यह बात समझ में नहीं आ रही थी कि ये गिरावट कितने लंबे वक्त तक रहने वाली है. अभी अनिश्चितता काफी हद तक कम हो गई है. ऐसे में मार्केट के डेथ क्रॉस फॉर्मेशन की वजह से निवेशकों में एक तरह की बेचैनी देखने को मिल रही है.
नवंबर से अब तक आ चुकी है काफी गिरावट
नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स शुक्रवार को 1.2 फीसदी लुढ़क गया. 19 नवंबर, 2021 को नैस्डेक काफी उच्च स्तर पर था. उस समय से अब तक उसमें करीब 16 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
डेथ क्रॉस पैटर्न के बारे में जानिए (What is अभी नैस्डैक फ्यूचर्स क्या हैं? Death Cross Pattern)
यह स्टॉक मार्केट के ट्रेडिंग पैटर्न से जुड़ा होता है. चार्ट पर एक अभी नैस्डैक फ्यूचर्स क्या हैं? खास तरह का पैटर्न बनने पर इसे डेथ क्रॉस पैटर्न कहते हैं. जब इंडेक्स का 50 दिनों का मुविंग एवरेज 200 दिनों के मुविंग एवरेज से नीचे चला जाता है तो चार्ट पर यह पैटर्न बन जाता है. डेथ क्रॉस पैटर्न बनने के बाद निवेशक सतर्क हो जाते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि शेयर बाजार में अब लंबे समय तक गिरावट जारी रह सकती है.
डेथ क्रॉस बनने पर साल 2000 में क्रैश हुआ था मार्केट
साल 2000 के जून महीने में भी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर कुछ इसी प्रकार का डेथ क्रॉस पैटर्न बना था. उस वक्त डॉटकॉम कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए थे. जनवरी 2008 में भी ऐसा ही डेथ क्रॉस पैटर्न बनता हुआ देखा गया. इसके बाद पूरी दुनिया में आर्थिक संकट देखने को मिला था.
इन वजहों से आ रही है गिरावट
कमजोर वैश्विक संकेतों और रूस-यूक्रेन तनाव के बीच भारतीय शेयर बाजारों सहित दुनियाभर के शेयर बाजारों में भी पिछले कुछ समय से गिरावट का दौर देखा जा रहा है. भारतीय बाजारों की बात की जाए तो विदेशी संस्थागत निवेशक की तरफ से भारी बिकवाली भी एक वजह रही है. बीएसई सेंसेक्स इस साल की शुरुआत से 2.28 फीसटी टूटा है, जबकि निफ्टी में 1.98 फीसदी की गिरावट आई है.
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