इसमें हम आपको बताएंगे कि पिछले 24 घंटों में कौनसी क्रिप्टो करंसी सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रही है और किसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो कुछ करंसी में शानदार बढ़त देखने को मिली है, तो कुछ में गिरावट जारी है। ग्लोबल मार्केट कैप में 06.09 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। इस वक्त ग्लोबल Crypto Market Cap $864.43B है। Also Read - Top 5 Stable Coins: Tether (USDT) से TrueUSD (TUSD) तक टॉप 5 स्टेबल Cryptocurrency, जिनकी कीमत रहती है डॉलर के बराबर

What is bitcoin

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ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है और यह गिरकर 911.80 अरब डॉलर के नीचे आ गया है. पिछले 24 घंटों में इसमें पांच फीसदी से ज्यादा की टूट देखने को मिली है. हालांकि, टोटल ट्रेडिंग वॉल्यूम 16 फीसदी बढ़कर 94.45 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय

Liminal के फाउंडर महीन गुप्ता ने कहा कि पॉपुलर अल्टकॉइन्स के वैल्यू में उल्लेखनीय गिरावट देखने को मिली है क्योंकि एशियाई मार्केट में भारी बिकवाली की वजह से क्रिप्टो एसेट्स पर बिकवाली का दबाव देखने को मिला.

बिटकॉइन का इतिहास

बिटकॉइन का विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता (इंजिनियर) ने 2008 में किया था. सातोशी का यह छद्म नाम है. 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था. इसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी. बिटकॉइन पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन की वैल्यू है. विकेन्द्रीकृत से इसका अर्थ यह है कि यह किसी केंद्रीय बैंक (सेंट्रलाइज कंट्रोलिंग अथॉरिटी) द्वारा संचालित नहीं होती. कंप्यूटर नेटवर्किंग बिटकॉइन की वैल्यू पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित किया गया है.

बिटकॉइन की वैल्यू दिन-प्रतिदिन बदलती रहती है. आज (जनवरी 2018) की बात करे तो 1 बिटकॉइन की कीमत कीमत लगभग 752865 रुपये है. बिटकॉइन खरीदने के लिए यह जरूरी नहीं है कि 1 बिटकॉइन ही खरीदा जाये. दरअसल बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट सातोशी (Santoshi) है और 1 बिटकॉइन = 10,00,00,000 सातोशी होता है.

बिटकॉइन वॉलेट

चुकी बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है इसलिए इसे अपने घर या पॉकेट में नहीं रख सकते. बिटकॉइन को रखने के लिए बिटकॉइन ऑनलाइन वॉलेट अकाउंट की जरुरत होती है. इन्टरनेट के माध्यम से वॉलेट अकाउंट बनाया जा सकता है. प्रत्येक बिटकॉइन वॉलेट अकाउंट का एक विशिष्ट एड्रेस होता है.
बिटकॉइन खरीदने से पहले उस विशिष्ट वॉलेट एड्रेस की जरूरत होती है. जिसमे बिटकॉइन को रखा जाता है. बिटकॉइन वॉलेट में रखे बिटकॉइन को बेचा या अपनी बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर किया जा सकता है.

चूकि बिटकॉइन का कोई भोतिक रूप नहीं है इसलिए इसकी माइनिंग का मतलव इसके निर्माण से है. अर्थात बिटकॉइन को कैसे बनाएं नई बिटकॉइन बनाने के तरीके को बिटकॉइन माइनिंग कहा जाता है. बिटकॉइन माइनिंग का काम करने वाले ऑपरेटर को बिटकॉइन माइनरस कहते है.
माइनिंग का काम वही लोग करते हैं जो जिनके पास के पास विशेष गणना वाले कंप्यूटर और गणना करने की उचित क्षमता (तीव्र पप्रोसेसिंग वाले शक्तिशाली कंप्यूटर) हो ऐसा नहीं होने पर माइनरस केवल इलेक्ट्रिसिटी ही खर्च करेगा और अपना समय बर्बाद करेगा.
जिस प्रकार प्रत्येक देश में नोट छापने की एक सीमा होती है उसी प्रकार बिटकॉइन बनाने की भी एक सीमा होती है. और इसकी सीमा ये है कि मार्केट में 21 मिलियन से ज्यादा बिटकॉइन नहीं आ सकते है. अभी तक मार्केट में लगभग 13 मिलियन बिटकॉइन आ चुके हैं.

बिटकॉइन के लोकप्रिय होने के कारण

  • इसके लेन-देन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है.
  • यह सुरक्षित और तेज है जिससे लोग बिटकॉइन स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित हो बिटकॉइन की वैल्यू रहे हैं.
  • क्रेडिट कार्ड की तरह इसमें कोई क्रेडिट लिमिट नहीं होती है न ही कोई नगदी लेकर घूमने की समस्या है.
  • खरीदार की पहचान का खुलासा किए बिना पूरे बिटकॉइन नेटवर्क के प्रत्येक लेन-देन के बारे में पता किया जा सकता है.
  • बिटकॉइन को आप दुनिया में कही भी बेच या खरीद सकते है.
  • बिटकॉइन में सरकार आप पर बिटकॉइन की वैल्यू नजर नहीं रखती है.
  • वर्तमान में लोग कम कीमत पर बिटकॉइन खरीद कर ऊंचे दामों पर बेच कर कारोबार कर बिटकॉइन की वैल्यू रहे हैं.

बिटकॉइन के लेन-देन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग किया जाता है. कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खता बनाकर इसके ज़रिये बिटकॉइन का लेन-देन कर सकता है. बिटकॉइन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है. एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं. यानी 0.00000001 बिटकॉइन (BTC) को एक सातोशी कहा जाता है.
बिटकॉइन खरीदने के निम्नलिखित तीन तरीके है:

बिटकॉइन के क्या नुकसान है?

बिटकॉइन में कोई सेंट्रलाइज कंट्रोलिंग अथॉरिटी, बैंक, या कोई सरकार अधिकृत की प्रणाली नहीं है जिसकी बजह से इसकी कीमत कम ज्यादा होती रहती है.
अगर बिटकॉइन अकाउंट हैक हो जाता है तो इसमें जमा बिटकॉइन बापस नहीं लिया जा सकता क्यूंकि इसके लिए कोई कंट्रोलिंग अथॉरिटी या कोई सरकारी एजेंसी नहीं है जहाँ इसकी शिकायत किया जा सके.

कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित किया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के सम्बन्ध में एक प्रेस प्रकाशनी जारी की गयी थी. इसमें कहा गया था की इन मुद्राओं के लेन-देन को कोई अधिकारिक अनुमति नहीं दी गयी है और इसका लेन-देन करने में कईं स्तर पर जोखिम है. हाल ही में रिजर्व बैंक ने पुन: इसके बारे में सावधानी जारी की थी.

आखिरकार भारत समेत दुनियाभर को क्यों इतना पसंद आ रहा है Bitcoin, आज जान लीजिए ये राज़ की बातें

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Bitcoin News: साल 2015 में अगर किसी ने एक बिटकॉइन को 24 हजार रुपये में खरीदा होता तो आज उन्हें कुछ हजार नहीं बल्कि 50 लाख रुपये उसे बेचकर मिल जाते. ये सब सुनकर आपको अचंभा हो रहा है तो अब आपको इसकी पूरी जानकारी देते है. कहा तो ये जाता है कि साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लोगों का भरोसा बैंकों और अन्य फाइनेंशियल इंसीट्यूशन से उठ गया था. क्योंकि रातोंरात अमेरिका के कभी ने डूबने वाले बैंक बंद हो गए थे. शेयर बाजार में भूचाल आ गया था. अमेरिका और जापान के साथ-साथ भारत जैसे देशों में भी बैंक और कई बड़ी कंपनियां डूबने की कगार पर पहुंच गई. लोगों की नौकरियां जाने लगी. क्योंकि बैंक ने आम लोगों से पैसा लेकर बैंक ज्यादा कमाई के लिए उसे बड़ी-बड़ी कंपनियों को बिना सोचे समझें लोन पर देते चले गए और वो कर्ज डूब गया. तभी Satoshi Nakamoto ने नए जमाने की करेंसी को लाने की सोची.बिटकॉइन की वैल्यू

क्रिप्टोकरेंसी-बिटकॉइन आखिर है क्या? क्यों बन गई हैकर्स की पसंद?

क्रिप्टोकरेंसी-बिटकॉइन आखिर है क्या? क्यों बन गई हैकर्स की पसंद?

हाल ही में पीएम मोदी के एक ट्विटर अकाउंट को हैकर्स बिटकॉइन की वैल्यू ने हैक कर लिया और क्रिप्टोकरेंसी (बिटकॉइन) मांगने लगे. जुलाई में ट्विटर को एक बड़े क्रिप्टो हैक का सामना करना पड़ा था, जिसमें हाई-प्रोफाइल हस्तियों, राजनेताओं जैसे बराक ओबामा, एलन मस्क जैसी शख्सियतों के अकाउंट्स को हैक करके बिटकॉइन का प्रचार किया गया था.

पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट को हैक करते वक्त हैकर्स ने लिखा था-

मैं आप सभी से कोविड -19 के लिए पीएम नेशनल रिलीफ फंड में उदारतापूर्वक दान देने की अपील करता हूं, अब भारत क्रिप्टो करेंसी के साथ शुरुआत करेगा, कृपया दान करें.ईटीएच (इथेरियम).

वर्चुअल या क्रिप्टो करेंसी का मतलब क्या है ?

वर्चुअल या क्रिप्टो करेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी होती है, जिसे इनक्रिप्शन टेक्‍नोलॉजी की मदद से जेनरेट और रेगुलेट किया जाता है. इन करेंसी के क्रिएशन, निवेश, लेन-देन या फंड बिटकॉइन की वैल्यू ट्रांसफर की प्रक्रिया में भारतीय रिजर्व बैंक या किसी भी दूसरे देश के बैंकिंग रेगुलेटर की प्रभावी भूमिका नहीं होती है. इन बिटकॉइन की वैल्यू करेंसी पर न तो किसी देश की मुहर होती है और न ही इनके भुगतान के लिए किसी तरह की सॉवरेन यानी सरकारी गारंटी होती है.

दुनियाभर में बहुत सारी क्रिप्टो-करेंसी प्रचलित हैं, जिनमें बिटकॉइन सबसे मशहूर है.

उदाहरण से समझिए

गोल्ड एक धातु है जिसकी अपनी वैल्यू होती है. डॉलर कितना महंगा या सस्ता होगा यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हालत पर निर्भर होता बिटकॉइन की वैल्यू है.रुपए का वैल्यू हमारी अर्थव्यवस्था से जुड़ा है. पाउंड की सेहत यूके की अर्थव्यवस्था पर निर्भर जबकि येन का जापान की अर्थव्यवस्था पर. इसके अलग बिटकॉइन की कोई अपनी वैल्यू नहीं होती है. इसका इस्तेमाल सट्टेबाजी के लिए होता है, इसी आधार पर ही इसके दाम बढ़ते-घटते रहते हैं. ज्यादा सट्टेबाजी को ज्यादा उतार-चढ़ाव.

बिटकॉइन के चार्ट पर नजर डालें तो अब बिटकॉइन में रिकवरी देखने को मिल रही है. 2019 की शुरुआत में अपना लो बनाने के बाद बिटकॉइन में निचले स्तरों पर अच्छी रिकवरी देखने को मिलली है. मार्च में चौतरफा बिकवाली के बीच बिटकान में भी बिकवाली देखने को मिली थे लेकिन जिस तरह शेयर बाजार में खासी रिकवरी देखने को मिली. वैसी ही रिकवरी बिटकॉइन में देखने को मिली है. मार्च में बिटकॉइन 4500 डॉलर के स्तरों से अब 12000 डॉलर के स्तरों पर पहुंच गया है. जुलाई और अगस्त के महीने में बिटकॉइन में गजब की तेजी देखने को मिली है.

देश में इसकी कानूनी ‘हैसियत’ क्या है?

देश में क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार पर किसी भी तरह का बैन नहीं है. हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बैंकिंग प्रतिबंध लगाया गया है. राज्यसभा में इस संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए वित्त और कॉरपोरेट कार्य राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि "वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मसलों से निपटने के लिए अलग से कोई कानून नहीं है. इस प्रकार आरबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर प्राधिकरण जैसे सभी संबद्ध विभाग और काननू का अनुपालन करवाने वाली एजेंसियां मौजूदा कानून के अनुसार कार्रवाई करती हैं."

2009 में लॉन्च हुए बिटकॉइन हैकर्स या साइबर अपराधियों को दो फायदे देते हैं. पहला कि ये एक डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी की तरह काम करता है और इसमें बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी जैसा कोई बिचौलिया नहीं होता और इस वजह से इस्तेमाल करने वाला गुमनाम रहता है. दूसरा बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट्स में रख सकते हैं, जिनकी पहचान सिर्फ एक नंबर से होती है.

ट्रेंडिंग क्रिप्टो करंसी की लिस्ट

क्वाइनमार्केट कैप की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेंडिंग क्रिप्टो की लिस्ट में पहले नंबर पर Bitcoin है। इस करंसी बिटकॉइन की वैल्यू में पिछले 24 घंटों में 07.45 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। वहीं पिछले 7 दिनों में 32.67 प्रतिशत की और पिछले 30 दिनों में 35.11 प्रतिशत की कटौती देखने को मिली है। Also Read - Solana ब्लॉकचेन पर फिर हुआ हमला, 8000 यूजर वॉलेट से चोरी हो गए 64 करोड़ रुपये

इसके अलावा ट्रेंडिंग क्रिप्टो की लिस्ट में दूसरे नंबर पर Celsius है। इस करंसी में पिछले 24 घंटों में 14.93 प्रतिशत की कटौती देखने को मिली है। वहीं पिछले 7 दिनों में 71.85 प्रतिशत की बढ़ोतरी और पिछले 30 दिनों में भी 31.94 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है।

इसके अलावा इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर MetisDAO मौजूद है। इस Cryptocurrency में भी पिछले 24 घंटों में 7.72 प्रतिशत और पिछले 7 दिनों में 19.89 प्रतिशत की कटौती देखने को मिली है। वहीं, पिछले 30 दिनों में इसमें करीब 40.48 प्रतिशत की कटौती देखने को मिली है।

किन-किन क्रिप्टो में हुई बढ़ोतरी

पिछले 24 घंटों में सबसे बड़े गेनर्स यानी क्रिप्टो वैल्यू बढ़ने की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे ऊपर Idea Chain Coin है। इस करंसी में 4246.16% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।

वहीं, Gera Coin की बात करें तो इसमें यूजर्स को 393.54% की बढ़ोतरी पिछले 24 घंटों में देखने को मिली है। इस लिस्ट में तीसरी क्रिप्टो करंसी का नाम Sing to Earn है। इस करंसी में पिछले 24 घंटों में 258.31% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।

किन-किन क्रिप्टो में हुई सबसे ज्यादा कटौती

पिछले 24 घंटों में सबसे बड़े लूसर्स यानी क्रिप्टो मार्केट वैल्यू बढ़ने की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे ऊपर Teloscoin है। इस करंसी में 98.92% की कटौती देखने को मिली है। इस करंसी की कीमत इस वक्त

लोकप्रिय क्रिप्टो का क्या है हाल

इन सभी के अलावा सबसे फेमस क्रिप्टो करंसी की बात करें तो Bitcoin के बारे में हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं। इस क्रिप्टो की हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है। बिटकॉइन में लगातार गिरावट हो रही है। इस क्रिप्टो की वैल्यू घटकर $19,195.42 पर आ गई है।

इसके अलावा Ethereum में भी पिछले 24 घंटों में 6.93% की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, इस क्रिप्टो में पिछले 7 दिनों में 35.95% की कटौती दर्ज की गई है।

ध्यान दें: आपको बता दें कि क्रिप्टो करंसी का यह मार्केट रेट इस खबर को लिखे जाने वाले वक्त तक का है। क्रिप्टो करंसी बिटकॉइन की वैल्यू की रेट्स में काफी तेजी से उतार-चढ़ाव होता है। ऐसे में हम ऐसा संभव है कि आपके द्वारा इस खबर को पढ़े जाने तक क्रिप्टो करंसी की वैल्यू में बदलाव आ जाए।

  • Published Date: June 18, 2022 7:25 PM IST
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सबसे ज्यादा नुकसान के मामले में दूसरे नंबर पर Bitsubishi मौजूद है। इस क्रिप्टो करंसी में पिछले 24 घंटे में 94.77% की कटौती हुई है। वहीं, तीसरे नंबर पर Nobility का नाम आता है, जिसमें 88.38% की कटौती देखने को मिली है।

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