2. साप्ताहिक बचत:- समूह की साप्ताहिक बैठकों में तमाम सदस्यों को अपनी साप्ताहिक बचत नियमित रूप से जमा करनी चाहिए । बैठक में सदस्यों की बचत की राशि इतनी होनी चाहिए जिसे प्रत्येक सदस्य नियमित रूप से बचत कर सके।
3. नियमित आपसी ऋण प्रदान करना:- प्रत्येक सप्ताहिक बैठक में सदस्यों की आवश्यकता अनुसार सामूहिक निर्णय कर ऋण की राशि देनी चाहिए।

कॉलेज खोलें या बंद करें रविवि ने कहा- आदेश नहीं तो पर्चे ऑफलाइन

25 से शुरू होनी हैं रविवि की सेमेस्टर परीक्षाएं, वार्षिक परीक्षा मार्च-अप्रैल में, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख असमंजस में महाविद्यालय नहीं मांगी कोई रिपोर्ट, रविवि की अकेडमिक काउंसिल की बैठक आज होगी। इसमें विद्या परिषद के सदस्य शामिल होंगे। रविवि की कार्यपरिषद की बैठक कल होगी। इसमें विवि के कामकाज व शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े अन्य मुद्दों पर आदेश खोलने का सूत्र चर्चा होगी। पढ़िए पूरी ख़बर.

रायपुर: प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना पॉजिटिविटी दर 4 प्रतिशत से अधिक है, वहां स्कूल बंद करने संबंधित नियम पहले ही बनाए जा चुके हैं। राजधानी में भी संक्रमण के मौजूदा हालात को देखते हुए पहली से बारहवीं तक की कक्षाएं फिर से ऑनलाइन मोड में शिफ्ट कर दी गई हैं। इसके इतर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अब तक कॉलेज खोले जाने अथवा आदेश खोलने का सूत्र उन्हें बंद रखने काे लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। न ही शासन द्वारा इस संदर्भ में कोई आदेश या गाइडलाइन जारी की गई है। कोरोना संक्रमण के बीच रविवि की सेमेस्टर परीक्षाएं 25 जनवरी से प्रारंभ हो रही हैं।

इन अनिश्चितताओं के बीच प्रदेश में महाविद्यालयों में छात्रों की पढ़ाई जारी है। रायपुर में बीते सप्ताह कोरोना की औसत पॉजिटिविटी दर 10.98 प्रतिशत रही है। संक्रमण छोटे बच्चों के साथ युवाओं को भी अपने चपेट में ले रहा है। बढ़ते खतरे के बीच महाविद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति कम हो गई है।पहले से आधे छात्र ही ऑफलाइन कक्षाओं में अपनी हाजिरी लगा रहे हैं। इधर पं. रविशंकर शुक्ल विवि ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि शासन द्वारा कोई आदेश जारी नहीं किया जाता है तो ऑफलाइन मोड में ही परीक्षाएं ली जाएंगी।

रविवि की अकेडमिक काउंसिल की बैठक आज होगी। इसमें विद्या परिषद के सदस्य शामिल होंगे। रविवि की कार्यपरिषद की बैठक कल होगी। इसमें विवि के कामकाज व शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी, लेकिन महाविद्यालय को खोलने अथवा बंद करने संबंधित मुद्दे बैठक के मिनट्स में शामिल नहीं हैं। विश्वविद्यालय से जुड़े सूत्र ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस पर कोई चर्चा नहीं की जा रही है और न ही विश्वविद्यालयों से ही इसे लेकर कोई रिपोर्ट मांगी गई है। इसके कारण विश्वविद्यालय भी अपने स्तर पर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। वे पूर्ववत ही छात्रों को केंद्र बुलाकर परीक्षा लेने की तैयारी कर रहे हैं।

केजरीवाल को बड़ा झटका, LG का फरमान-AAP से 97 करोड़ रुपए वसूलें मुख्य सचिव

Delhi News : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित सरकारी विज्ञापनों में सामग्री के नियमन से संबंधित समिति (सीसीआरजीए) के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बताया कि ऐसे विज्ञापनों पर 97.14 करोड़ रुपये (97,14,69,137 रुपये) खर्च किए गए जो नियम के अनुरूप नहीं थे।

Updated Dec 20, 2022 | 01:58 PM IST

दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी ( AAP ) को बड़ा झटका दिया है। लेफ्टिनेंट गर्वनर ने दिल्ली के मुख्य सचिव को आम आदमी पार्टी से 97 करोड़ रुपए वसूलने का निर्देश दिया है। एलजी का कहना है कि पार्टी ने सरकारी विज्ञापन के नाम पर अपना राजनीतिक विज्ञापन किया है और इस मद में यह राशि खर्च की है। एलजी का कहना है कि पार्टी ने सीसीआरजीए के आर्डर, दिल्ली हाई कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया है।

खर्च राशि नियम के अनुरूप नहीं थी

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित सरकारी विज्ञापनों में सामग्री के नियमन से संबंधित समिति (सीसीआरजीए) के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बताया कि ऐसे विज्ञापनों पर 97.14 करोड़ रुपये (97,14,69,137 रुपये) खर्च किए गए जो नियम के अनुरूप नहीं थे। एक सूत्र ने कहा, ‘डीआईपी ने इसके लिए 42.26 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान पहले ही कर दिया है और प्रकाशित विज्ञापनों के लिए 54.87 करोड़ रुपये अभी और दिए जाने हैं।’

बेरोजगारी, महंगाई समेत कई मुद्दों पर राघव चड्ढा ने राज्यसभा में मोदी सरकार को घेरा, बोले- साल में दो बार हो बजट पर चर्चा

सीसीआरजीए का दिया हवाला

उच्चतम न्यायालय ने सरकारी विज्ञापनों को विनियमित करने और बेकार के खर्च को रोकने के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए थे। इसके बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 2016 में सरकारी विज्ञापनों में सामग्री के नियमन से संबंधित समिति (सीसीआरजीए) का गठन किया था। इसमें तीन सदस्य थे। सीसीआरजीए ने इसके बाद डीआईपी द्वारा प्रकाशित विज्ञापनों में से उच्चतम न्यायालय के ‘दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले’विज्ञापनों की पहचान की और सितंबर 2016 में एक आदेश जारी किया था।

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बिग ब्रेकिंग: यूनिवर्सिटी में बवाल… वाहनों को लगाई आग, छात्र नेता का सिर फटा

इंडिया भारत न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां किसी बात को लेकर सुरक्षा गार्ड व छात्र नेताओं के बीच विवाद हो गया। जिसके बाद छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी परिसर में बवाल कर दिया। सुरक्षा गार्ड व छात्र नेताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई। इस दौरान सुरक्षा गार्डों ने एक छात्र नेता की जमकर पिटाई कर दी। जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई है। वही, छात्र नेताओं का आरोप है कि घटना के दौरान एक सुरक्षा गार्ड ने अपने बंदूक से गोली भी चलाई।

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इस दौरान छात्रों ने यूनिवर्सिटी में दो बाइकों को आग के हवाले कर दिया और कई वाहनों में तोड़फोड़ कर डाली। सूचना के बाद भारी संख्या में पुलिस बल यूनिवर्सिटी पहुंच गया है। वही, इस घटना में आधा दर्जन से अधिक छात्र घायल बताए जा रहे हैं।

अब तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र संघ बहाली की मांग कर रहे। छात्र छुट्‌टी का दिन होने के बावजूद छात्रों ने छात्र संघ भवन पर बंद ताले को खोलने की कोशिश की। इस दौरान यूनिवर्सिटी में तैनात सुरक्षा गार्ड्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तभी दोनों पक्षों में विवाद हो गया।

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Updated Dec 20, 2022 | 01:58 PM IST

दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी ( AAP ) को बड़ा झटका दिया है। लेफ्टिनेंट गर्वनर ने दिल्ली के मुख्य सचिव को आम आदमी पार्टी से 97 करोड़ रुपए वसूलने का निर्देश दिया है। एलजी का कहना है कि पार्टी ने सरकारी विज्ञापन के नाम पर अपना राजनीतिक विज्ञापन किया है और इस मद में यह राशि खर्च की है। एलजी का कहना है कि पार्टी ने सीसीआरजीए के आर्डर, दिल्ली हाई कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया है।

खर्च राशि नियम के अनुरूप नहीं थी

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित सरकारी विज्ञापनों में सामग्री के नियमन आदेश खोलने का सूत्र से संबंधित समिति (सीसीआरजीए) के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बताया कि ऐसे विज्ञापनों पर 97.14 करोड़ रुपये (97,14,69,137 रुपये) खर्च किए गए जो नियम के अनुरूप नहीं थे। एक सूत्र ने कहा, ‘डीआईपी ने इसके लिए 42.26 करोड़ रुपये से आदेश खोलने का सूत्र अधिक का भुगतान पहले ही कर दिया है और प्रकाशित विज्ञापनों के लिए 54.87 करोड़ रुपये अभी और दिए जाने हैं।’

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सीसीआरजीए का दिया आदेश खोलने का सूत्र हवाला

उच्चतम न्यायालय ने सरकारी विज्ञापनों को विनियमित करने और बेकार के खर्च को रोकने के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए थे। इसके बाद आदेश खोलने का सूत्र सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 2016 में सरकारी विज्ञापनों में सामग्री के नियमन से संबंधित समिति (सीसीआरजीए) का गठन किया था। इसमें तीन सदस्य थे। सीसीआरजीए ने इसके बाद डीआईपी द्वारा प्रकाशित विज्ञापनों में से उच्चतम न्यायालय के ‘दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले’विज्ञापनों की पहचान की और सितंबर 2016 में एक आदेश जारी किया था।

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बिहार जीविका स्वयं सहायता समूह के पंचसूत्र एवं सदस्यों के बैंक में खता खुलवाए

बिहार जीविका CM

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बिहार जीविका स्वयं सहायता समूह के पंचसूत्र

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एवं स्वयं सहायता समूह के पंच सूत्र के बारे में इसके अलावा स्वयं सहायता समूह के सदस्य को बैंक में खाता किस तरह से खुलवाया जाता है इसमें AC, CC एवं CM की क्या भूमिका है ?

अगर आपका सिलेक्शन एरिया कोऑर्डिनेटर या कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर के लिए हुआ है तो आप लोगों को विलेज इंटरशिप पर जाना होगा इसलिए इससे पहले आप इन सभी पोस्टों को पढ़ ले क्योंकि वहां पर यह सब पढ़ाया जाएगा और वहां परीक्षा ली जाएगी इंटरव्यू होगा उसके पश्चात आपको Marks दिया जाएगा फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद जॉइनिंग लेटर दिया जाएगा ।

💥 स्वयं सहायता समूह बैठक के लिए मॉडल (आदर्श )कार्य सूची:-

1. प्रार्थना (गीत)
2. परिचय
3. हाजिरी(ठीक विद्यालय की तरह)
4.अध्यक्ष का चुनाव (हर बैठक में दूसरे सदस्य)
5. बैठक के लिए कार्य सूची तय आदेश खोलने का सूत्र करना( चर्चा का विषय/ एजेंडा)
6. प्रत्येक सदस्य की बचत
7. समान मुद्दों पर चर्चा
8. ऋण की वापसी
9. ऋण का आकलन( मांग)
10. प्राथमिकता निर्धारण( किनको,क्यों)
11. ऋण प्रदान करना
12. लेखा एवं अन्य पुस्तिकाओं में चर्चाओं एवं जानकारियों को दर्ज करना
13. अन्य मुद्दे
14. अगली बैठक स्थल का निर्धारण करन
15. कार्यवाही पुस्तिका को पढ़कर सुनाना
16. सदस्यों के हस्ताक्षर
17. चर्चा पढ़ कर सुनाने के बाद बैठक समाप्ति के समय बैठक के अध्यक्ष एवं अन्य प्रतिनिधियों के साथ सामुदायिक समन्वयक सामुदायिक संगठक का हस्ताक्षर।

Note:- आदर्श रूप से स्वयं सहायता समूह के सदस्यों की मांग के अनुसार आपसी ऋण वितरण का काम जितना जल्दी हो शुरू कर देना चाहिए आवश्यकता पड़ने पर प्रथम बैठक से ही ऋण वितरण का काम शुरू किया जा सकता है।

बक्सा ,बैठक रजिस्टर और लेखा पुस्तिका जैसी समूह स्थापना सामग्री परियोजना द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। सामुदायिक समन्वयक/ सामुदायिक संगठक(CM) द्वारा सभी समूह सदस्यों की इस प्रकार से मदद करनी चाहिए कि वह पंच सूत्रों का पालन करें ।

VVI ,NOTE:- जिस समूह ने साप्ताहिक बचत के साथ सफलतापूर्वक 8 बैठक के पूरी कर ली हो तथा उपस्थिति एवं बचत कम से कम 90% हो केवल उन्हें समूह स्थापना सामग्री दिया जाएगा

💥 स्वयं सहायता समूह के पंचसूत्र:-

1. सप्ताहिक बैठक:- सभी समूहों को साप्ताहिक बैठक आयोजित करनी चाहिए।

2. साप्ताहिक बचत:- समूह की साप्ताहिक बैठकों में तमाम सदस्यों को अपनी साप्ताहिक बचत नियमित रूप से जमा करनी चाहिए । बैठक में सदस्यों की बचत की राशि इतनी होनी चाहिए जिसे प्रत्येक सदस्य नियमित रूप से बचत कर सके।
3. नियमित आपसी ऋण प्रदान करना:- प्रत्येक सप्ताहिक बैठक में सदस्यों की आवश्यकता अनुसार सामूहिक निर्णय कर ऋण की राशि देनी चाहिए।

4. नियमित ऋण वापसी:- ऋण लेने वाले सदस्य को स्वयं सहायता समूह की आदेश खोलने का सूत्र बैठक में सदस्यों द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार सूद मूल की वापसी करनी चाहिए ।

5. समूह की खाता बही नियमित रूप से लिखना:- समूह के सभी बही खातों को नियमित रूप से उसकी बैठक में ही लिखना चाहिए।

बैंक बचत खाता खुलवाने में सामुदायिक समन्वयक(CC)एवं क्षेत्रीय समन्वयक(AC) की भूमिका:- समूह के गठन के लगभग 8 से 10 दिन बैठक के बाद जब समूह अपने द्वारा बनाए गए नियमों का सही- सही पालन करने लगता है तथा सदस्यों में स्थायित्व आ जाती है तो सामुदायिक समन्वयक(CC) को नजदीकी राष्ट्रीय कृत बैंकों में खाता खोलने के बारे में समूह में चर्चा करनी चाहिए ।

ठीक इसके उपरांत सामुदायिक समन्वयक नजदीकी राष्ट्रीयकृत बैंकों से संपर्क साधने के लिए अपने क्षेत्रीय समन्वयक(AC) और प्रखंड परियोजना प्रबंधक (BPM) को बताकर बैंक जाकर परियोजना की विस्तृत जानकारी बैंक प्रबंधक को प्रदान करें। इस परियोजना की विशेषताओं पर आवश्यक प्रकाश डालें कि किस प्रकार यह परियोजना पूरी तरह से स्वयं सहायता समूहों के विकास के प्रति समर्पित है तथा इसके द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया है जैसे पंचसूत्र मीटिंग प्रोसेस एवं माइक्रोप्लान इसे अन्य परियोजनाओं से अलग अपनी एक पहचान देता है साथ ही साथ अपने कार्य क्षेत्र की प्रगति रिपोर्ट की एक छाया प्रति भी बैंक प्रबंधक को दें इस परिचर्चा के आधार पर क्षेत्रीय समन्वयक और प्रखंड परियोजना प्रबंधक बैंक प्रबंधक को समूह की बैठक में आने के लिए भी आग्रह करें एवं सामुदायिक समन्वयक द्वारा समूह का खाता खुलवाने हेतु विभिन्न कागजात की तैयारी कराएं
यहां ध्यान इस बात पर देनी चाहिए कि सामुदायिक समन्वयक (CC)को एक मार्गदर्शक के रूप में समूह को दिशा देनी चाहिए ना कि आगे बढ़कर उसके बदले काम पूरा करना चाहिए
विभिन्न बैंकों द्वारा खाता खोलने के लिए अलग-अलग कागजात की जरूरत पड़ सकती है हालांकि इसमें एकरूपता लाने के लिए एस.पी.एम.यू तथा डी.पी.सी.यू (डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेशन यूनिट) अर्थात जिला परियोजना समन्वयन इकाई द्वारा प्रयास किया जाएगा।

बैंक खाता खोलने के लिए आवश्यक कागजात:-

1. स्वयं सहायता समूह सदस्यों की सूची


2. समूह की नियमावली की प्रति
3. उस बैठक के कार्यवाही की प्रति जिसमें सदस्यों ने अपने प्रतिनिधि चुने हैं।
4. समूह की बैठक मैं बैंक खाता खोलने तथा इसके संचालन संबंधी पारित प्रस्ताव की प्रति
5. प्रत्येक चयनित प्रतिनिधि के तीन फोटो
6. वोटर पहचान पत्र या निवास प्रमाणपत्र की प्रमाणित छायाप्रति
7. बैंक प्रपत्र में परिचायक का हस्ताक्षर।( परिचायक उस बैंक का कोई खाता धारक या गांव का सरपंच या मुखिया सरकारी कार्यालय का प्रतिनिधि स्वयं सहायता समूह प्रोत्साहक संस्थाएं या उसके अधिकृत प्रतिनिधि हो सकते हैं।

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