Traders Diary: इन 20 Stocks में हो सकती है दमदार कमाई! इंट्राडे में निवेशक बना सकते हैं मोटा मुनाफा
बाजार की इंट्राडे ट्रेडिंग में रोज की तरह आज भी कुछ शेयर खबरों या किसी नए सेंटीमेंट के चलते जोरदार तेजी दिखा सकते हैं. अगर आप कुछ ऐसे ही स्टॉक की तलाश में हैं तो पैसे तैयार रखें, आज की लिस्ट तैयार है. आज किन स्टॉक में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? पैसा लगाना चाहिए, इसके लिए जी बिजनेस (Zee Business) अपने Traders Diary प्रोग्राम में निवेशकों के लिए एक्शन वाले शेयर्स लेकर आया है. जी बिजनेस की रिसर्च टीम के आशीष और कुशल ने आपके लिए ऐसे ही कुछ स्टॉक्स चुनें हैं.
शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाए - Share market in hindi
इस पोस्ट में आप जानेगे की शेयर मार्किट क्या होता है और शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाते है और डीमैट अकाउंट क्या होता है और कैसे खोले।
अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं. BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं.
कम्पनियां इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? शेयर्स कैसे Issue करती हैं?: सबसे पहले कंपनियां अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर IPO (Initial Public Offering) लाती है और अपने शेयर्स स्वंय द्वारा निर्धारित किये हुए मूल्य पर Public को Issue करती हैं. एक बार IPO पूरा हो जाने के बाद Shares Market में आ जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर्स के माध्यम से निवेशकों द्वारा आपस में ख़रीदे और बेचे जाते हैं
शेयर्स की Price कैसे बदलती हैं?: IPO लाते समय शेयर्स की कीमत कंपनी तय करती हैं लेकिन एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद Shares का मूल्य मार्केट की Demand और Supply के आधार बदलता रहता है. यह डिमांड और सप्लाई कंपनियों द्वारा समय-समय पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर Change होती रहती है.आप इसे ऐसे समझ सकते है
अगर शेयर्स ख़रीदने वालो की संख्या बेचने वालो से ज्यादा होगी तो Shares की Price बढ़ेंगे
और उसका अगर उल्टा होता है यानी बेचने वालो की संख्या खरीदने वालो से ज्यादा है तो Price कम होगी
Sensex क्या होता है? Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं. अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं. और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं.
Nifty क्या हैं? Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं.अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं
Demat Account क्या हैं?: जिस तरह बैंक अकाउंट में रूपये जमा कर सकते हैं उसी तरह Demat Account में आपके निवेश से संबंधी सभी Securities जैसे Share, Bonds, Government Securities, Mutual Funds आदि को Electronic Form में Store किया जाता हैं.
Trading Account क्या हैं?: Trading Account का उपयोग आपके शेयर व्यवसाय में Share Sell and Purchase करने के काम आता है. यह Account आप किसी अच्छे Broker के पास खोल सकते हैं और ऑनलाइन सुविधा होने के कारण आप इस अकाउंट की सहायता से कभी भी शेयर्स खरीद और बेच सकते हैं. zerodha मेरा फेवरिट है क्यूंकि ये भरोसेमंद है और सिक्योर है. मै zerodha में ही ट्रेडिंग करता हूँ.
डीमेट अकाउंट कैसे खोले? ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट खोलने के लिये यह जरुरी है की आप किसी बेस्ट ब्रोकर से ओपन कराए जैसे की Zerodha. आप zerodha में अपने मोबाइल या कंप्यूटर से कुछ ही मिनट्स में demat अकाउंट खोल सकते है और शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते है अकाउंट एक्टिवेट होने के बाद. demat और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए इस लिंक पर जाये
फीस और चार्जेज (Zerodha):
- Free equity delivery All equity delivery investments (NSE, BSE), are absolutely free — ₹ 0 brokerage.
- Intraday and F&O trades Flat Rs. 20 or 0.03% (whichever is lower) per executed order on intraday trades across equity, currency, and commodity trades.
- Free direct MF All direct mutual fund investments are absolutely free — ₹ 0 commissions & DP charges.
zerodha में ट्रेडिंग बिलकुल फ्री है आपको कोई फीस या चार्ज नहीं देना है सिर्फ अकाउंट खोलने के लिए 300 रुपये की फीस देनी है. और अगर आप intraday ट्रेडिंग करेंगे तब आपको 20 रुपये पर आर्डर देने होंगे
Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी
- PAN Card इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए?
- Aadhar Card
- Income Proof (for IPO only)
- Cancel Cheque
- Signature
- Live photo with code
इन सभी दस्तावेज़ों को जमा करते समय इस बात का ध्यान रखें इन सभी प्रमाण पत्रों में आपका नाम सही और स्पष्ट लिखा हो और एक ही तरीके से लिखा हो
शेयर खरीदना और बेचना
सब पहले आपको zerodha पर अपना डीमैट अकाउंट खोल लेना है जो की बहुत आसान है इसके बाद जब इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? आपका डीमैट अकाउंट एक्टिवेट हो जाये तो आप उसमे लॉगिन करके पहले शेयर रिसर्च करेंगे की कोनसी कंपनी के शेयर खरीदने में आपको फायदा होगा।
शेयर आप 2 तरह से खरीदते है एक तो सुबह खरीद कर शाम में बेचने के लिए जिसको इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते है और दूसरे शेयर को होल्ड करने के लिए कुछ दिन या महीनों के लिए। दोनों ही तरीके अपनी जगह पर अच्छे है लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना बेस्ट होता है जिसमे लॉस कम और फायदा ज़्यादा होता है।
zerodha डैशबोर्ड में आप आसानी से कोई भी कंपनी का शेयर खरीद सकते है और उसको बेच सकते है। शेयर मार्किट के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोले और उसके बाद शेयर कैसे ख़रीदे और कैसे बेचे और शेयर रिसर्च कैसे करे ये सब चीज़े लाइव देखने के लिए आप ये वीडियो देखिये
Rakesh Jhunjhunwala के कमाई कराने वाले 5 टिप्स, इन्हीं के दम पर उन्होंने बनाई 43 हजार करोड़ की दौलत
शेयर बाजार से राकेश झुनझुनवाला ने ऐसे ही 43 हजार करोड़ रुपये नहीं कमाए. वह अपने हर निवेश में 5 बातों को हमेशा याद रखते थे. आइए जानते हैं उनकी 5 खास टिप्स.
बिग बुल (Share Market Big Bull) के नाम से लोकप्रिय राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन (Rakesh Jhunjhunwala Death) हो गया है. राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में सिर्फ 5000 रुपये के साथ एंट्री की थी और उससे करीब 43 हजार करोड़ रुपये बना दिए. झुनझुनवाला ने ये दौलत यूं ही नहीं, कमाई, बल्कि इसके पीछ उनके वो 5 टिप्स हैं, जिन्हें वह कभी नहीं भूलते थे. राकेश झुनझुनवाला अपने हर निवेश के दौरान उन 5 टिप्स को याद रखते थे. वह शेयर बाजार से पैसा कमाने की चाह रखने वालों को भी हमेशा यही सलाह देते थे कि उन 5 बातों को हमेशा याद रखें, पैसा खुद-ब-खुद आ जाएगा. आइए जानते हैं किन 5 टिप्स की बदौलत राकेश झुनझुनवाला ने अरबों रुपये कमाए.
1- कोई गलती हो जाने से कभी मत डरो
राकेश झुनझुनवाला मानते थे कि गलती होने से कभी नहीं डरना चाहिए. वह कहते थे कि शेयर बाजार में पैसा लगाने में कई फैसले करने पड़ते हैं. कई बार आपके फैसले गलत भी साबित हो सकते हैं. उनका मानना था कि गलतियों से सीखना चाहिए और फैसले लेने चाहिए. वह कहते थे कि अगर आप गलती करने से डरेंगे तो फैसले नहीं ले पाएंगे और फिर पैसे भी नहीं कमा पाएंगे. खुद राकेश झुनझुनवाला ने बताया था कि एक कंपनी में पैसे लगाकर उन्होंने करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान झेला था, लेकिन उससे उन्होंने सीखा.
2- पैसे लगाने से पहले कंपनी पर अच्छे से रिसर्च करें
झुनझुनवाला मानते थे कि किसी भी कंपनी इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? के शेयर में पैसे लगाने से पहले उसके बारे में अच्छे रिसर्च करनी जरूरी है. इंट्राडे और स्विंग ट्रेडिंग वालों के लिए वह ऐसा नहीं कहते थे, बल्कि यह सलाह उनके लिए है जो लंबे वक्त के लिए निवेश करते हैं. उनका मानना था कि कंपनी की बैलेंस शीट के साथ-साथ उसके मैनेजमेंट और कंपनी के फ्यूचर प्लान्स के बारे में भी अच्छे से रिसर्च करनी चाहिए.
3- शेयर बाजार सुप्रीम है, इसे स्वीकार करें
राकेश झुनझुनवाला कहते थे कि शेयर बाजार सबसे ऊपर यानी सुप्रीम है. ऐसे में अगर आप शेयर बाजार को सुप्रीम नहीं मानेंगे तो कभी भी अपनी गलतियों से सीख नहीं पाएंगे. शेयर बाजार में नुकसान होने पर लोग मार्केट को ही कोसने लगते हैं, ना कि अपने गलत फैसले पर चिंतन करते हैं. वहीं जो लोग शेयर बाजार को सुप्रीम मानते हुए अपने फैसले का आकलन करते हैं, वह अपनी गलती से सीखते हैं और शेयर बाजार से पैसा बनाते हैं.
4- ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट को अलग-अलग रखें
शेयर बाजार में लोग दो तरह से पैसे कमाते हैं. पहला है ट्रेडिंग और दूसरा है इन्वेस्टमेंट. ट्रेडिंग में लोग छोटी अवधि के लिए पैसे लगाते हैं और शेयरों के दाम बढ़ते ही उन्हें बेच देते हैं. वहीं इन्वेस्टमेंट में लोग लंबे वक्त के लिए पैसे लगाते हैं और अच्छे रिटर्न का इंतजार करते हैं. झुनझुनवाला मानते थे कि अगर आप दोनों ही करना चाहते हैं तो दोनों के पोर्टफोलियो को भी अलग-अलग रखें. ट्रेडिंग में नुकसान की आशंका बहुत अधिक होती है, जबकि इन्वेस्टमेंट में अधिकतर लोगों को मुनाफा मिलता है. झुनझुनवाला हमेशा ही लंबे वक्त के लिए निवेश करने की सलाह देते थे.
5- स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें
शेयर बाजार में पैसे लगाने वाले बहुत से लोग स्टॉक टिप्स के चक्कर में पड़कर पैसे डुबा लेते हैं. वह कोशिश करते हैं कि किसी जानकार से अंदर की कोई टिप मिल जाए या फिर ये पता चल जाए कि बड़े निवेशकों ने किस शेयर में पैसे लगाए हैं. राकेश झुनझुनवाला कहते थे कि हमेशा खुद से रिसर्च करें और फिर पैसे लगाएं. स्टॉक टिप्स के चक्कर में पड़कर नुकसान झेलना पड़ सकता है. वह कहते थे कि अगर किसी शेयर में कोई गड़बड़ लगी तो बड़े निवेशक तो उसे बेचकर निकल जाएंगे, लेकिन आप फंस जाओगे और पैसे डुबा बैठोगे.
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?
सुबह 9:15 बजे से लेकर शाम को 3:30 बजे तक जो शेयर आपने इंट्राडे कहकर लिया है उसे 3:10 तक बेचना ही पड़ता है उस ट्रेड में आपको चाहे नुकसान हो, चाहे फायदा दोनों में से एक चीज ” बुक ” करनी ही पड़ेगी फायदा होता है तो आपकी पूंजी बढ़ जाएगी
और शेयर का रेट घट गया और आपको घटे रेट पर शेयर को बेचना ही पड़ेगा तो आपकी पूंजी घट जाएगी इसको (इंट्रा डे) बाजार कहते है इस बाजार में
इंट्राडे का व्यापार करने के लिए आपके पास कम से कम
₹50,000,00/= (पचास लाख) तो होना ही चाहिए
नहीं तो शॉर्ट टर्म या long टर्म निवेश कर
शेयर की डिलीवरी लेकर व्यपार करे!
अगर आप एक या ₹2,000,00/=लाख से इंट्राडे का व्यापार करेंगे तो आपकी पूंजी आहिस्ता आहिस्ता घटती जाएगी और एक दिन आप शेयर बाजार से बिल्कुल कंगाल हो जाएंगे।
इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है
1) कैश ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।
2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।
डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है
a) फ्यूचर ट्रेडिंग
शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।
b) ऑप्शन ट्रेडिंग
शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।
इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग में क्या अंतर है?
शेयर बाजार में 1 दिन केलिए ट्रेडिंग करते है तो उसको इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है। इसमें आपको शेयर को एक ही दिन में 9:15 AM से 3:30 इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? PM इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? तक खरीद बिक्री करना होता है। इसमें केबल ट्रेडिंग कर सकते है । मगर आपको लंबी अबधि केलिए निवेश केलिए शेयर की डिजिटल फॉरमेट के जरिए डिलीवरी लेनी होती है। इसमें आपको शेयर को डिजिटल फॉरमेट में खरीद के T +2 दिनों में आपके CDSL / NSDL एकाउंट में शेयर जमा होता है । इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको बहोत ज्यादा ब्रोकेज़ ( प्रति आर्डर ₹20/- ) का शुल्क देना होता है। मगर शेयर की डिलीवरी में ब्रोकेज़ बहोत कम लगता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको > 30% ज्यादा इनकम टैक्स भरना होता है। मगर डिलीवरी ट्रेडिंग / निवेश में आपको ( 10 % से 15 % ) तक की इनकम टैक्स लगता है। इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर बाजार के अनुभवी लोगों करना चाहिए । अगर आप शेयर में नए हो तो आपको डिलीवरी ट्रेडिंग / निवेश करना चाहिए।
ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक
Intraday Ke Liye Stock Kaise Chune? – इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट शेयर कैसे चुने ?
दोस्तो इंट्राडे ट्रेडिंग तो आपको पता ही होगा जिसमें हम जिस दिन स्टॉक खरीदते हैं उसी दिन हमको उसे बेचना होता है यानी एक ही दिन में हम खरीदते हैं और बेचते हैं जिसे हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं। जो भी नए ट्रेडर्स होते है उनको दरअसल हमेशा यहीं प्रॉब्लम रहती है कि Intraday Ke Liye Stock Kaise Chune?, उस स्टॉक में ऐसा कौन सा क्राइटेरिया होना जरूरी है जिसे हमको इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त मुनाफा हो। इस पोस्ट में हम आपको ऐसी सटीक स्ट्रेटजी के बारे में बताने वाले हैं की फिर चाहे आपका बाजार में तजुर्बा कितना भी सिमित क्यों ना हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने :
इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त आपको पहले दिन ही अगले दिन की तैयारी करनी होती है, यानी आज मार्केट 3:30 बजे बंद हो रहा है, तो मार्केट बंद होने के बाद आप मार्केट का ट्रेंड चेक कर सकते हैं की अगले दिन मार्केट कैसा परफॉर्म करेगा। अगर इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? आप मार्केट के हिसाब बिहेवियर रखेंगे तो आप अच्छा प्रॉफिट वाला ट्रेड ले पाएंगे।
1) न्यूज़ के आधार पर स्टॉक चुने :
दोस्तों अगर आप स्टॉक मार्केट में शार्ट टर्म में पैसा कमाना चाहते हो, तो आपके लिए न्यूज़ बहुत काम की चीज होगी,क्योंकि शॉर्ट टर्म में न्यूज़ का सीधा असर स्टॉप पर पड़ता है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हो तो आपको न्यूज़ से हमेशा अपडेटेड रहना होगा,दोस्तों हमेशा किसी भी कंपनी के बारे में पॉजिटिव या नेगेटिव न्यूज़ आती रहती है और उस न्यूज़ का असर स्टॉक पर जरूरत पड़ता है। समझो अगर किसी कंपनी का तिमाही रिजल्ट बहुत ही पॉजिटिव आता है, उस कंपनी का स्टॉक रिजल्ट आने के बाद तुरंत ऊपर भागने लगता है यह आपने जरूर नोटिस किया होगा उसी तरह अगर कोई नेगेटिव न्यूज़ होती है तो उस कंपनी में लोअर सर्किट लग जाता है। तो आप न्यूज़ के आधार पर इंट्राडे के लिए शेयर चुन सकते हो अगर किसी स्टॉक के बारे में पॉजिटिव न्यूज़ है वैसे स्टॉक पर नजर रखें और जब भी यह न्यूज़ आती है तो उस स्टॉक का चार्ट देखें और अगर वहां पर एक्शन आपको दिख रहा है तो तुरंत आप वहां पर पैसा लगा सकते हैं।
2) Top Gainers & Top Loosers स्टॉक चुने :
NSE इंडिया की वेबसाइट पर जाएं और वहां पर जब मार्केट शुरू होता है तब वहां पर हर 1 घंटे में आप कब कौन से शेयर Top Gainer में चल रहे हैं और कौन से शेयर Top Looser चल रहे हैं यह देखिए आप वहां पर फोकस करके टॉप High Momentum Stocks निकाल सकते हैं। अगर Top Gainer में चल रहे हैं और चार्ट में कहीं पर एक्शन दिख रहा है तो आप ले सकते हो। Top Looser में चल रहे हैं और चार्ट में ब्रेकआउट दिखा रहा है तो आप वहां पर सेल कर सकते हैं। लेकिन सिर्फ चार्ट Alow करे तभी ऐसा करें।
3) सेक्टर के आधार पर स्टॉक चुने :
ट्रेडिंग के दिन आप देखें कि किस सेक्टर में तेजी दिख रही है, समझो अगर आज ऑटो सेक्टर में तेजी है समझो ऑटो सेक्टर का बजाज ऑटो स्टॉक ऊपर भाग रहा है और उसी के साथ टाटा मोटर्स भी ऊपर भाग रहा है, मतलब एक सेक्टर के दो या तीन स्टॉक ऊपर भाग रहे हैं। तो आप उसी सेक्टर के और दूसरे स्टॉक्स के ऊपर नजर रखें, उनका चार्ट देखे अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको ऐसा स्टॉक जरूर मिल जाएगा जो अभी ऊपर भागने वाला।
4) निफ़्टी 50 के स्टॉक चुने :
जो लोग शेयर मार्किट में नए है उनको हमेशा यह सवाल रहता है की कम रिस्क के साथ Intraday Ke Liye Stock Kaise Chune? इसीलिए यह टिप सिर्फ उन लोगों के लिए जो शेयर मार्केट में बिल्कुल नए जो कि अपना पैसा खोना नहीं चाहते और कम रिस्क के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं। तो नए ट्रेडर क्या कर सकते हैं कि निफ्टी में 50 स्टॉक्स होते हैं। उनमें से पहले 20 स्टॉक्स के ऊपर आप ट्रेड ले सकते हैं, इन स्टॉक में आपको ज्यादा परेशानी नहीं होगी क्योंकि इन स्टॉक्स में हमेशा एक्शन और हमेशा वॉल्यूम रहता है,नए ट्रेडर्स के लिए यह सबसे आसान तरीका है। निफ़्टी 50 के 50 स्टॉक्स आप NSE की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. जिसकी लिंक आपको नीचे मिल जाएगी ।
5) सबसे ज्यादा लिक्विडिटी स्टॉक चुने :
इंट्राडे ट्रेडिंग में आप को सबसे ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक सुनने हैं,लिक्विडिटी का मतलब होता है उस स्टॉक में सबसे ज्यादा खरीदने वाले और बेचने वाले होते हैं, अगर किसी स्टॉक में लिक्विडिटी कम है, और आप उसे बेचने की कोशिश करते हैं तो आप उसे नहीं बेच पाते क्योंकि आप जब बेचते हैं तो उसी टाइम आपको खरीदने वाला भी मिलना चाहिए, तो ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक का यही फायदा होता है की आपको खरीदने वाला और बेचने वाला जल्दी मिल जाता है, जो भी बड़ी कंपनियां होती है जैसे कि टाटा,रिलायंस इन कंपनियों के स्टॉक में लिक्विडिटी बहुत ज्यादा होती है, इनको आप लार्ज कैप स्टॉक भी कह सकते हैं, तो अगर आप नए ट्रेडर है तो आपको इस मुसीबत का सामना ना करना पड़े कि आपको बेचने वाला ही ना मिले या खरीदने वाला ही ना मिले तो आपको हमेशा लिक्विडिटी स्टॉक की तरफ जाना चाहिए ।
मेरी राय :
दोस्तों अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हो तो आपको स्टॉप लॉस के बारे में जरूर पता होना चाहिए,जब भी आप इंट्राडे ट्रेडिंग करें तो हमेशा आपका टारगेट सेट करें की आपको कितना मुनाफा कमाना है इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए? किस प्राइस पर आप स्टॉक बेचना चाहते हैं यानी अगर मैंने XYZ स्टॉक ₹300 का लिया है और मैंने उसका टारगेट ₹315 का सेट किया है और स्टॉप लॉस ₹290 का सेट किया है मतलब अगर यह स्टॉक ₹290 के निचे आता है तो में बेचके बहार निकल जाऊंगा । कहने का मतलब सिर्फ यही है की हमेशा अपना टारगेट और स्टॉप लॉस सेट करें जिससे आप जोखिम से बच पाएंगे।
दोस्तों अगर आपको यह ब्लॉग अच्छा लगा है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और आप हमसे किस बारे में जानकारी पाना चाहते हैं वह हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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