दिसंबर में क्यों मिलता है डिस्काउंट, क्या इस समय कार खरीदना है फायदे का सौदा?
नई दिल्ली: साल खत्म होने को है और ऑटोमोबाइल मार्केट नए साल में नई गाड़ियों के साथ गुलजार होने की तैयारी में है. ऐसे में साल के आखिरी महीने दिसंबर में ऑटोमोबाइल कंपनियां जमकर डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं. ये डिस्काउंट कैश, कॉर्पोरेट, एक्सचेंज और एक्सेसरीज के तौर पर दिया जा रहा है. दिसंबर के दिन निकलने के साथ ही कंपनियां लगातार डिस्काउंट भी बढ़ाती जा रही हैं.
लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि आखिर क्यों दिसंबर में कार कंपनियां डिस्काउंट ऑफर करती हैं, जबकि कुछ ही समय पहले दो फेस्टिवल सीजन निकले होते हैं जिस दौरान कंपनियों ने कई ऑफर दिए होते हैं. आइये इस संबंध में आपको विस्तार से बताते हैं कि कार मैन्युफैक्चरर्स के साथ ही ऑटो डीलर्स भी क्यों दिसंबर में कारों पर भारी डिस्काउंट ऑफर करती हैं. इसके पीछे दो बड़े कारण हैं.
1. डिस्काउंट मिलने के पीछ बड़ा कारण होता है कि कंपनियां पुराने साल के लॉट की गाड़ियों को खत्म करना चाहती हैं. 2022 में मैन्युफैक्चर्ड कारों को 2023 में बेचने के दौरान ग्राहक उसे लेना कम पसंद करते हैं. ग्राहक नई मैन्युफैक्चर्ड कारों को लेना पसंद करते हैं. ऐसे में कंपनियों के साथ ही ऑटो डीलर्स भी पुराना स्टॉक क्लीयर करते हैं. इसी के चलते दिसंबर में ग्राहकों को कार लेने पर बड़ा डिस्काउंट दिया जाता है.
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2. इस साल दिसंबर में डिस्काउंट मिलने का एक और बड़ा कारण है BS6 फेज 2. अप्रैल से कंपनियां केवल BS6 फेज 2 की गाड़ियों को ही सेल कर सकेंगी. ऐसे में बीएस 6 नॉर्म्स को पूरा करने वाली गाड़ियों के स्टॉक को कंपनियां खत्म करना चाहती हैं. क्योंकि ऐसा न करने पर वे कंपनी के लिए एक बड़ा घाटा बन कर सामने खड़ी होंगी.
क्या होगा आपको फायदा
दिसंबर में गाड़ी खरीदना आपके लिए बड़ा फायदे का सौदा साबित हो सकता है. कंपनियां इस दौरान 3 लाख रुपये तक का कैश डिस्काउंट दे रही हैं. ऐसे में आपको कार की ऑनरोड प्राइस काफी कम पड़ेगी.
क्या है कोई नुकसान
वैसे तो डिस्काउंट को देखा जाए तो खास कोई नुकसान ग्राहक को नहीं होता है. लेकिन यदि कार कंपनी नए साल में कार का फेसलिफ्ट या नई टेक्नोलॉजी के साथ गाड़ी लॉन्च करने जा रही है तो आपको मॉडल के पुराने होने का नुकसान हो सकता है. ये नुकसान आपको उस समय ज्यादा परेशान करेगा जब आप अपनी कार को बेचेंगे. क्योंकि उस दौरान पुराना वेरिएंट होने के चलते इसके कम दाम मिलेंगे.
Automobile huge discount: दिसंबर के महीने में ऑटोमोबाइल मार्केट क्यों देता है भारी डिस्काउंट?, वाहन खरीदने में फायदा या नुकसान?
Automobile huge discount: ऑटोमोबाइल्स के बाजार में ज्यादातर कंपनियां दिसंबर के महीने में अपनी कारों पर बड़ा डिस्काउंट दे रही हैं। यह छूट दो-पांच हजार नहीं बल्कि लाखों रुपये तक की है। आइए जानें दिसंबर के इस डिस्काउंट ऑफर में कार खरीदना आपके लिए फायदे का सौदा रहेगा या नहीं.? और यह छूट क्यों दी जा रही है?
ऑटोमोबाइल बाजार में इस तरह के विज्ञापन लगभग साल के अंत में देखने को मिलते हैं। फिलहाल जब साल खत्म होने को है तो हर कंपनी अपनी कारों पर बड़ा डिस्काउंट दे रही है। नए साल में ऑटोमोबाइल बाजार नए वाहनों से गुलजार होने लगेगा। ऐसे में ऑटोमोबाइल कंपनियां साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में भारी डिस्काउंट दे रही हैं। ये डिस्काउंट कैश, कॉरपोरेट, एक्सचेंज और एक्सेसरीज के रूप में दिया जा रहा है। दिसंबर की शुरुआत से कंपनियां लगातार डिस्काउंट बढ़ा रही हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कार कंपनियां दिसंबर में डिस्काउंट क्यों देती हैं।
Automobile huge discount: क्या दिसंबर में कार खरीदना वाकई फायदेमंद है?
तो जानिए दिसंबर में कंपनियां क्यों देती हैं डिस्काउंट। कार निर्माताओं के साथ-साथ ऑटो डीलर्स भी दिसंबर में कारों पर भारी छूट दे रहे हैं। इसके पीछे दो प्रमुख कारण हैं।
- डिस्काउंट देने के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि कंपनियां पुराने वाहनों का स्टॉक खत्म करना चाहती हैं। यानी अगर 2022 में बनी कार 2023 में बिकती है, तो उपभोक्ताओं के इसे खरीदने की संभावना कम है। उपभोक्ता नए साल में निर्मित कारों को खरीदना पसंद करते हैं। ऐसे में कंपनियां या ऑटो डीलर्स भी पुराना स्टॉक क्लियर करना चाहते हैं। इसके चलते ग्राहकों को दिसंबर में कार की कीमत में भारी छूट दी जा रही है। जिससे ग्राहक को भी फायदा हो और कंपनी का स्टॉक भी साफ हो।
- BS6 चरण 2 दिसंबर 2022 साल में बड़ी छूट पाने का एक और कारण है। यानी अप्रैल से कंपनियां सिर्फ बीएस6 फेज 2 वाहन ही बेच सकेंगी। ऐसे में कंपनियां बीएस6 नॉर्म्स को पूरा करने वाले वाहनों का स्टॉक करना चाहती हैं। क्योंकि अगर कंपनियां ऐसा नहीं करती हैं तो उन्हें भारी नुकसान हो सकता है।
कार खरीदने वाले को होगा फायदा या नुकसान…
कंपनियां इस दिसंबर 3 लाख रुपये तक का कैश डिस्काउंट स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं दे रही हैं। ऐसे में ऑन-रोड कार की कीमत काफी कम होगी। इसलिए दिसंबर में कार खरीदना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन इस तरफ नुकसान को देखते हुए डिस्काउंट पर नजर डालें तो ग्राहक को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि अगर कार कंपनियां नए साल में कोई कार फेसलिफ्ट या नई तकनीक वाली कोई गाड़ी लॉन्च करने जा रही हैं तो आपको नुकसान हो सकता है क्योंकि छूट वाला मॉडल पुराना है। यह नुकसान आपको तब और भी ज्यादा परेशान करेगा जब आप अपनी कार बेचने जाएंगे। क्योंकि पुराना वेरिएंट होने के कारण इसकी कीमत कम हो सकती है।
Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?
Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।
पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार
पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।
विस्तार
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।
पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार
पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।
IRCTC stake sell : बड़ी खबर, सरकार रेलवे में बेचने जा रही है इतने प्रतिशत हिस्सेदारी
HR Breaking News (डिजिटल डेस्क)। सरकार पब्लिक सेक्टर की कंपनी IRCTC में 2.5% हिस्सेदारी बेचेगी. इसमें कंपनी के 2 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री होगी. इक्विटी शेयरों की यह बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए होगी. शेयरों की बिक्री 15 और 16 दिसंबर को होगी. इसके लिए फ्लोर प्राइस भी फिक्स कर लिया गया है, जोकि 680 रुपए प्रति शेयर है. इसकी जानकारी कंपनी ने बुधवार को एक्सचेंज फाइलिंग में दी.
OFS के लिए फ्लोर प्राइस फिक्स
OFS में इक्विटी शेयरों की बिक्री में फ्लोर प्राइस 680 रुपए प्रति शेयर है, जो कि मौजूदा भाव से करीब 7% नीचे है. 14 दिसंबर को बाजार बंद होने के बाद IRCTC का शेयर 734.90 रुपए के भाव पर बंद हुआ था. OFS में नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स 15 दिसंबर तक सब्सक्राइब कर सकते हैं. जबकि नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स अपनी अनअलॉटेड बिड को 16 दिसंबर तक आगे बढ़ा सकते हैं.
शेयर के भाव से 7% कम है फ्लोर प्राइस
BSE पर IRCTC का शेयर बुधवार को 1.5 फीसदी से ज्यादा की मजबूती के साथ 734.70 रुपए के भाव पर बंद हुआ है. IRCTC का मार्केट कैप 58,776 करोड़ रुपए था. शेयर ने बीते 6 महीने में करीब 18% का तगड़ा रिटर्न दिया है. हालांकि, सालभर में शेयरहोल्डर्स को निराशा हाथ लगी है, क्योंकि शेयर इस अवधि में करीब 14% फिसल चुका है.
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