स्विंग ट्रेडिंग क्या है – What Is Swing Trading In Hindi

Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare

Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।

Table of Contents

Intraday के लिए Stock कैसे चुने

Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।

ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।

ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।

Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।

intraday stock kaise select kare

सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।

न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।

Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।

मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे

Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।

और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।

Intraday-के-लिए-Stock-कैसे-चुने-intraday-stock-kaise-select-kare

Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे

Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।

लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।

मेरी राय:-

शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।

आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे साथ बने रहना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? – Swing Trading In Hindi | [2022] Swing Trading की शुरुआत कैसे करें

स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? Swing Trading की शुरुआत कैसे करें – Swing Trading In Hindi , Swing Trading क्या है ? ,स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ? स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे ?स्विंग ट्रेडिंग के जोख़िम और फ़ायदे – कुछ लोग आज Share खरीद कर आज ही बेच देते है और कुछ आज खरीदकर 1 महीने बाद बेचेंगे। Stock Market में बहुत तरह की Trading Style होती है आज मैं आपको Swing Trading के बारे में बताऊंगा की स्विंग ट्रेडिंग क्या है – (Swing Trading क्या है – What Is Swing Trading In Hindi)

स्विंग ट्रेडिंग शेयर मार्किट की सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग स्टाइल में से एक है यह दूसरी Trading Techniques से ज्यादा आसान और Effective (प्रभावी) है आइये जानते है की स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है What Is Swing Trading In Stock Market.

इस Post को पूरा पढ़े आपको इन सभी प्रश्नों का उत्तर मिल जायेगा। Swing Trading क्या है ? , स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ? स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे ? स्विंग ट्रेडिंग के जोख़िम और फ़ायदे , Swing Trading Tips In Hindi

स्विंग ट्रेडिंग क्या है - What Is Swing Trading In Hindi

स्विंग ट्रेडिंग क्या है – What Is Swing Trading In Hindi

स्विंग ट्रेडिंग क्या है – What Is Swing Trading In Hindi

स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है: Swing Trading Kya Hai जब किसी शेयर को खरीदकर कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रखकर बेच दिया जाता है तो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहते है Swing Trading में Shares की Delivery ली जाती है इसलिए इसे Delivery Based Trading भी कहते है।

स्विंग ट्रेडिंग में पोजीशन को Overnight Carry किया जाता है जिसका अर्थ है की Swing Trading में पोजीशन को कम से कम एक रात के लिए रखा जाता है आज खरीद कर कल बेच दे या 1 हफ्ते बाद बेच दे या 1 महीने बाद बेच दे तीनों ही कंडीशन में इस ट्रेड को Swing Trade कहेंगे।

Swing Trading को Monthly Trading भी कहते है क्योंकि एक महीने के अंदर Share को खरीद कर बेचना होता है Swing Trading से महीने का 5% से 10% तक Return कमाया जा सकता है।स्विंग ट्रेडिंग में Technical Analysis और Fundamental Analysis दोनों का उपयोग किया जाता है

स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ? How To Start Swing Trading

How To Start Swing Trading In Stock Market:Swing Trading करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाना होता है ट्रेडिंग अकाउंट शेयर को खरीदने के लिए और डीमैट अकाउंट ख़रीदे हुए शेयर्स को रखने के लिए जरूरी होता है।

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे – Swing Trading Kaise Kare

Support And Resistance: Swing Trading में Support And Resistance का बहुत बड़ा ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें योगदान होता है कोशिश यही करनी चाहिए की सपोर्ट पर ब्रेकआउट के बाद ख़रीदे और रेजिस्टेंस पर ब्रेकडाउन पर बेचे।

News Based Stock: एक स्विंग ट्रेडर ऐसे स्टॉक्स को चुनता है जिसमें बाजार की किसी खबर का असर हो और उस खबर की वजह से वह स्टॉक किसी एक दिशा में ब्रेकआउट देने की तैयारी में हो या ब्रेकआउट दे चूका हो वह खबर बुरी या अच्छी किसी भी प्रकार की हो सकती है खबर अच्छी हुई तो ऊपर की तरफ Breakout होगा नहीं तो नीचे की तरफ Breakdown होगा।

Swing Trading Technique: स्विंग ट्रेडिंग के लिए हमेशा High Liquidity Share चुनना चाहिए इसके अलावा शेयर में Entry और Exit के लिए MACD, ADX और Fast Moving Average का उपयोग कर सकते है।

स्विंग ट्रेडिंग के जोख़िम और फ़ायदे – Swing Trading Risk And Benefits

Monthly Income(Monthly P&L): स्विंग ट्रेडिंग से Monthly Income कमायी जा सकती है प्रॉफिट हुआ या लोस्स ये महीने के अंत में ही पता चल जाता है

Margin: स्विंग ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर द्वारा मार्जिन नहीं मिलता है पूरा पैसा अपनी जेब से लगाना पड़ता है इसलिए जिनके पास कम पैसा है वो स्विंग ट्रेडिंग से ज्यादा कमा नहीं सकते है आम तौर पर स्विंग ट्रेडिंग के लिए कम से कम 2 से 5 लाख रुपये की आवश्यकता होती है।

Overnight Holding Risk: स्वींग ट्रेडिंग में Overnight Holding Risk होता है कई बार किसी न्यूज़ की वजह से मार्किट Gap Up या Gap Down Open होता है जिसकी वजह से आकस्मिक लाभ या हानि हो सकती है ऐसी लाभ या हानि का पहले अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।

Wrong Trade:ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें स्विंग ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुकसान यही है की अगर ऐसे शेयर में ट्रेड ले लिया जिसमें ज्यादा मूवमेंट न हो तो आपका एक महीना बर्बाद भी हो सकता है क्योंकि स्वींग ट्रेडिंग में Share को कुछ हफ्तों तक होल्ड करके रखा जाता है।

Swing Trading Tips In Hindi

  1. ट्रेंड को कन्फर्म करे और हमेशा मार्किट की दिशा में ही ट्रेड करें Strength पर Buy करें ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें और Weakness पर Sell करें।
  2. स्विंग ट्रेडिंग के लिए एक अच्छा ट्रेडिंग प्लान बनाये जिसमे Entry, Exit, Stop Loss, Target ये सभी शामिल होने चाहिए।
  3. ऐसे किसी भी शेयर में स्विंग ट्रेड न ले जिसमे 10% से ज्यादा Move आ चूका हो क्योंकि वहां से वह शेयर अपनी दिशा बदल भी सकता है।
  4. जिस शेयर में Trade ले रहे है उसका VAR (Value At Risk) जरूर चेक करे क्योंकि VAR से यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है की अगर वह ट्रेड गलत हुआ तो कितना नुकसान हो सकता है।

इन्हें भी पढ़ें

Conclusion:-

Swing Trading को ट्रेडिंग का King भी कहते ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें है क्योंकि इसमें बाकि ट्रेडिंग स्टाइल की तुलना में Risk कम होता है और Profit की संभावना ज्यादा होती है कोई भी ट्रेडर जो Stock Market में नया होता है उसे स्विंग ट्रेडिंग से ही अपने ट्रेडिंग करियर की शुरुआत करने के सलाह दी जाती है।

आशा करता हु की ये आर्टिकल Swing Trading क्या है – Swing Trading In Hindi आपको उपयोगी लगा होगा अगर अभी भी आपका कोई सवाल या सुझाव है स्विंग ट्रेडिंग क्या है – What Is Swing Trading In Stock Market से जुड़ा हुआ तो कमेंट में बता सकते है।

कैसे Roblox पर आइटम्स को ट्रेड ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें करें (Trade items on Roblox)

विकीहाउ एक "विकी" है जिसका मतलब होता है कि यहाँ एक आर्टिकल कई सहायक लेखकों द्वारा लिखा गया है। इस आर्टिकल को पूरा करने में और इसकी गुणवत्ता को सुधारने में समय समय पर, 48 लोगों ने और कुछ गुमनाम लोगों ने कार्य किया।

Roblox एक फ्री-टू-प्ले मल्टी-प्लेयर ऑनलाइन गेम है जहां प्लेयर्स आसपास के वातावरण में ऐड करने के लिए ब्लॉक ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें का यूज करते हैं। वैसे तो गेम फ्री है, सभी प्लेयर्स के पास गेम करेंसी Robux (R$) जिसका यूज ट्रेड, इन-गेम खरीदारी या अपने अवतार के लिए वर्चुअल आइटम में किया जा सकता है इसके बदले असली पैसे में भुगतान करने का ऑप्शन होता है। [१] X रिसर्च सोर्स चाहे Robux यूज करके, आपने जो आइटम कलेक्ट किए हैं, या आपके द्वारा बनाए गए आइटम की अदला-बदली हो, Roblox पर ट्रेडिंग नए आइटम प्राप्त करने का एक रोमांचक तरीका हो सकता है।

इमेज का टाइटल Trade Items on Roblox Step 1

बिल्डर्स क्लब को जॉइन करें: Roblox पर आइटम की ट्रेडिंग में हिस्सा लेने के लिए, आपको बिल्डर्स क्लब के मेम्बर के रूप में एनरोल करना पड़ेगा। ऐसा करने के लिए, आपको मासिक या वार्षिक फ़ीस देनी पड़ेगी, जिसकी रेंज $5.95 से लेकर $100 तक हो सकती है। [२] X रिसर्च सोर्स आप बिल्डर्स क्लब के बारे में जानकारी को www.roblox.com पर Roblox के होमपेज पर प्राप्त कर सकते हैं।

इमेज का टाइटल Trade Items on Roblox Step 2

Robux में ट्रेड या इन्वेस्ट करने के लिए आइटम्स कलेक्ट करें: दुर्लभ या लिमिटेड इडिशन के आइटम जमा करके, आप अपनी ट्रेडिंग क्षमता को बढ़ाएंगे। जब आप अपने ऑफ़र में Robux ऐड करके ट्रेड करते हैं, तो आप अपनी पहुंच के भीतर अपनी इन्वेंट्री से अधिक वैल्यू के आइटम रखकर डील को अच्छा बना सकते हैं।

इमेज का टाइटल Trade Items on Roblox Step 3

अपनी ट्रेड एक्सेसिबिलिटी को सेट करें: गेम में, आप अपने Roblox अकाउंट प्रोफ़ाइल के अकाउंट सेटिंग्स में ड्रॉप डाउन मेनू के ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें द्वारा मॉडिफाई कर सकते हैं कि आप ट्रेड के लिए ओपन हैं या नहीं। वहाँ, आपको ट्रेड एक्सेसिबिलिटी ड्रॉप-डाउन मेनू मिलना चाहिए, जहां आप चुन सकते हैं कि क्या आप ट्रेड करने के लिए ओपन हैं या नहीं।

अब ‘अल्गो ट्रेडिंग’ को रेगुलेट करने की तैयारी, SEBI लाया नए नियम, जानिए इससे जुड़ी सभी काम की बातें

भारत में अल्गो ट्रेडिंग का दौर 2008 में ही शुरू हो गया था, लेकिन इसका फायदा वे ही लोग उठाते रहे हैं जो कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में दक्ष हों. रिटेल में स्टॉक खरीदने-बेचने का काम लोगों ने कुछ ही साल पहले शुरू किया है.

अब

अल्गो ट्रेडिंग का नाम भले नया हो, लेकिन ट्रेडिंग के कद्रदान इसका फायदा बहुत पहले से उठा रहे हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया या SEBI अब इसे रेगुलेट करने की तैयारी में है. एक आंकड़ा बताता है कि भारत में होने वाली ट्रेडिंग का तकरीबन 50 फीसदी हिस्सा अल्गो ट्रेडिंग से ही संपन्न हो रहा है. ऐसे में सेबी की निगाह पड़ना लाजिमी है. दरअसल, अल्गो ट्रेडिंग का मतलब अल्गोरिदम से जुड़ा है जो पूरी तरह से कंप्यूटर से जरिये पूरा किया जाता है. अल्गो ट्रेडिंग में भी यही काम होता है. इसमें कंप्यूटर के जरिये ही स्टॉक की खरीद-बेच की जाती है. इसका दूसरा नाम ऑटोमेटेड या प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग भी है. आइए इस नए प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में जानते हैं.

अल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से की जाती है. कंप्यूटर में पहले से पैरामीटर्स, स्टॉक खरीद-बिक्री के निर्देश, मार्केट का पैटर्न और शर्तें फीड की गई रहती हैं. बस आपको स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए कंप्यूटर का बटन दबाना होता है और काम पूरा हो जाता है. भारत में अल्गो ट्रेडिंग का दौर 2008 में ही शुरू हो गया था, लेकिन इसका फायदा वे ही लोग उठाते रहे हैं जो कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में दक्ष हों. रिटेल में स्टॉक खरीदने-बेचने का काम लोगों ने कुछ ही साल पहले शुरू किया है.

कैसे होती है अल्गो ट्रेडिंग

अल्गो ट्रेडिंग शुरू करने के पीछे मकसद ये था कि ट्रेडिंग में समय बचे और अधिक तेजी से बिजनेस हो. अगर आप खुद किसी स्टॉक को सेलेक्ट करें और खरीदें या बेचें तो उसमें अधिक समय लगेगा जबकि कंप्यूटर यह काम कुछ ही सेकंड में पूरा कर देता है. अल्गो ट्रेडिंग में कोई ब्रोकर कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये शेयर पहले ही सेलेक्ट कर लेता है और बाजार खुलते ही ट्रेडिंग शुरू हो जाती है. अल्गो ट्रेडिंग का लिंक स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर से जुड़ा होता है. इसलिए ट्रेडिंग की हर जानकारी स्टॉक एक्सचेंज के साथ अपडेट होती रहती है.

अल्गो से ट्रेडिंग पूरी होने के पहले रिटेल ट्रेडर का या तो अपने ब्रोकर को फोन करना होता है या ब्रोकर के ऑफिस में जाना होता है. अल्गो ट्रेडिंग में ही मोबाइल ट्रेडिंग का प्रोसेस भी आता है जिसमें मोबाइल के जरिये स्टॉक खरीदे या बेचे जाते हैं. इसमें मोबाइल ऐप के द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं. अल्गो ट्रेडिंग का एक एडवांस्ड वर्जन भी है जिसमें बिना किसी इंसानी दखलंदाजी के काम होता है.

सेबी की क्यों लगी निगाह

सेबी ही स्टॉक एक्सचेंज का रेगुलेटर है और यही सभी ब्रोकर टर्मिनल को मॉनिटर करता है. लेकिन ट्रेडर्स के अल्गो प्रोग्राम के लिए एक्सचेंज की कोई मंजूरी नहीं चाहिए होती है. अल्गो की मॉनिटरिंग के लिए कोई रूल भी नहीं है. लेकिन सेबी को अब यह लगता है कि बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज को खतरा हो सकता है.

बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट में छेड़छाड़ की भी आशंका है. यह भी हो सकता है कि जिन अल्गो की मॉनिटरिंग नहीं होती, वे ग्राहकों को भारी मुनाफा या रिटर्न का झांसा देकर फंसा दें. ट्रेडिंग फेल होने पर ग्राहकों का भारी नुकसान हो सकता है. 2015 में ऐसा एक विवाद हो चुका है जिसमें पता चला कि एनएसई ने कुछ चुनिंदा अल्गो ट्रेडर्स को बिजनेस में तरजीह दी थी. इन वजहों को देखते हुए सेबी अल्गो ट्रेडिंग को रेगुलेट करने की तैयारी में है.

जारी रह सकती है बाजार में तेजी, जानिए एक्सपर्ट के मुताबिक बाजार में कैसे करें ट्रेडिंग

पिछले कुछ सत्रों में मामूली कंसोलिडेशन के बाद शेयर बाजार में सोमवार को तेजी देखी गई। निफ्टी 50 इंडेक्स 190 अंक बढ़कर 18,003 के स्तर पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 650 अंक बढ़कर 60,395 के स्तर पर बंद.

जारी रह सकती है बाजार में तेजी, जानिए एक्सपर्ट के मुताबिक बाजार में कैसे करें ट्रेडिंग

पिछले कुछ सत्रों में मामूली कंसोलिडेशन के बाद शेयर बाजार में सोमवार को तेजी देखी गई। निफ्टी 50 इंडेक्स 190 अंक बढ़कर 18,003 के स्तर पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 650 अंक बढ़कर 60,395 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक इंडेक्स 608 अंक ऊपर चढ़कर 38,347 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक, बाजार का मौजूदा पैटर्न छोटी गिरावट के बाद बाजार में तेज उछाल का संकेत दे रहा है।

आज शेयर बाजार के लिए डे ट्रेडिंग गाइड
निफ्टी के लिए डे ट्रेडिंग गाइड पर एचडीएफसी सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी का कहना है कि एक छोटी गिरावट के बाद बाजार में तेजी जारी रही है। एनएसई निफ्टी के लिए अगला ऊपरी ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें स्तर 18,200 - 18,350 अंक के आसपास है, जो एक सप्ताह में हासिल किया जा सकता है। एनएसई निफ्टी के लिए तत्काल समर्थन 17,870 के स्तर पर रखा गया है।
5पैसा डॉट कॉम के लीड रिसर्च रुचि जैन ने कहा, "निफ्टी ने हाल के करेक्शन के बाद बहुत ही कम अवधि के भीतर 18000 अंक पर फिर से पहुंच गया है। यह स्पष्ट रूप से मजबूत गति और खरीद की रुचि की तरफ इशारा करता है। 18,000 से 18,100 के स्तर पर निफ़्टी को रेज़िस्टेंस मिल सकता है। इसके अलावा, डेरिवेटिव सेगमेंट में 18,000 कॉल राइटर्स ने वर्तमान साप्ताह के लिए अच्छी स्थिति बनाई है। इसे ध्यान में रखते हुए, निकट अवधि में संभावित करेक्शन से इंकार नहीं करना चाहिए। बैंक निफ्टी में तेजी बनी हुई है। इसलिए, ट्रेडर्स को उचित मैनेजमेंट करना चाहिए और कीमतों में बढ़ोतरी का पीछा करने के बजाय गिरावट पर और इक्विटी जोड़ने पर ध्यान देना चाहिए।

आज खरीदने के लिए डे ट्रेडिंग स्टॉक
आज के दिन के ट्रेडिंग शेयरों को साझा च्वाइस ब्रोकिंग के एक्सेक्युटिस डायरेक्टर सुमीत बगड़िया और एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट मुदित गोयल कर रहे हैं।

सुमीत बगड़िया का डे ट्रेडिंग स्टॉक
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज-
सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹3900, स्टॉप लॉस ₹3675
गेल (इंडिया) लिमिटेड- सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹147 से ₹150, स्टॉप लॉस ₹137

मुदित गोयल का आज का ट्रेडिंग स्टॉक
कमिंस इंडिया लिमिटेड-
सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹970, स्टॉप लॉस ₹940
दीपक नाइट्राइट- सीएमपी पर मोमेंटम खरीदें, लक्ष्य ₹2640, स्टॉप लॉस ₹2570

डिस्क्लेमर- ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि लाइव हिंदुस्तान के।

रेटिंग: 4.13
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 865