Paytm है 1 साल में सबसे खराब रिटर्न देने वाला IPO, क्या है इसके शेयर का भविष्य, लगाएं पैसे या दूर रहें
Paytm के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. कंपनी का शेयर आज के कारोबार में 6 फीसदी मजबूत होकर 837 रुपये पर पहुंच गया है.
बीते 1 साल में सबसे खराब रिटर्न देने वाले IPO में Paytm का नाम सबसे पहले है. (reuters)
Paytm Stock Price Today: बीते 1 साल में बाजार में कई शेयर लिस्ट हुए हैं. हालांकि क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? बाजार की उठापठक में उनमें से कई का रिटर्न बिगड़ गया. कुछ अपने IPO प्राइस के आस पास ही ट्रेड कर रहे हैं तो कुछ में इश्यू प्राइस से भी जोरदार गिरावट देखने को मिली है. सबसे खराब रिटर्न या सबसे ज्यादा टूटने वाले शेयरों की बात करें तो इनमें One 97 Communications (Paytm) टॉप लूजर हैं. जबकि IPO के समय इसकी खूब चर्चा रही थी. Paytm अभी अपने इश्यू प्राइस से 64 फीसदी कमजोर हुआ है. सवाल उठता है कि कंपनी के शेयरों का क्या भविष्य है और इन पर दांव लगाना चाहिए या नहीं.
Paytm में आज जोरदार तेजी
Paytm के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. कंपनी का शेयर आज के कारोबार में 6 फीसदी मजबूत होकर 837 रुपये पर पहुंच गया है. जबकि शुक्रवार को यह 784 रुपये पर बंद हुआ था. कंपनी ने पिछले हफ्ते जून तिमाही के नतीजे जारी किए थे. कंपनी का घाटा तिमाही आधार पर घटा है, हालांकि सालाना आधार पर घाटा बढ़ गया है.
Signature Global IPO: रियल्टी फर्म सिग्नेचर ग्लोबल के आईपीओ को SEBI की हरी झंडी, 1 हजार करोड़ रुपये जुटाना चाहती है कंपनी
आगे कंपनी को मजबूत ग्रोथ की उम्मीद
ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का भरोसा आनलाइन पेमेंट कंपनी Paytm पर बरकरार है. ब्रोकरेज ने शेयर में 1285 रुपये के लक्ष्य के साथ निवेश की सलाह दी है. करंट प्राइस 784 रुपये के लिहाज से इसमें 64 फीसदी रिटर्न मिल सकता है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के मार्जिन में तिमाही आधार पर सुधार हुआ है. हालांकि कंपनी का घाटा सालाना आधार पर बढ़कर 650 करोड़ रुपये हो गया है. लेकिन तिमाही आधार पर इसमें सुधार है. पेमेंट प्रॉसेसिंग चार्ज में कमी आने से नेट पेमेंट रेट में सुधार हुआ है. लेंडिंग बिजनेस लगातार मजबूत हो रहा है. मंथली ट्रांजेक्शन यूजर्स (MTUs) में लगातार ग्रोथ है. मैनेजमेंट को आगे मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है.
ब्रोकरेज हाउस येस सिक्योरिटीज ने One 97 Communications के शेयर में NEUTRAL रेटिंग दी है और 850 रुपये का टारगेट दिया है. वहीं ग्लोबल ब्रोकरेज की बात करें तो मैक्वायरी का पहले की तरह शेयर पर 450 रुपये का टारगेट बना हुआ है. हालांकि गोल्ड मैन सेक्स ने भरोसा जताते हुए 1100 रुपये का टारगेट दिया है. मॉर्गन स्टैनले का इक्वल वेट है और टारगेट 785 रुपये का दिया है. जबकि जेपी मॉर्गन ने ओवरवेट रेटिंग देते हुए 1000 रुपये का टारगेट दिया है.
इश्यू प्राइस से 64 फीसदी गिरावट
Paytm का स्टॉक 18 नवंबर को 2150 रुपये इश्यू प्राइस की तुलना में 1955 रुपये पर लिस्ट हुआ था. लिस्टिंग क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? के दिन यह 27 फीसदी गिरकर 1564 रुपये पर बंद हुआ. अभी यह 784 रुपये पर है. यानी इश्यू प्राइस से इसमें 64 फीसदी गिरावट आ चुकी है. 1955 रुपये शेयर के लिए 1 साल का हाई है. जबकि 510 रुपये 1 साल का लो.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Paytm IPO को जबरदस्त उत्साह, जान लीजिए क्या है जोखिम, कैसे मिलेगा प्रॉफिट
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पेटीएम भारत के सबसे पुराने और सबसे सफल फिनटेक खिलाड़ियों में से एक है.
पेटीएम के शेयर में और गिरावट देखने को मिल रही है. कंपनी के शेयर गुरुवार को दोपहर 12 बजे इश्यू प्राइस से करीब 22% नीचे ₹1660 पर ट्रेड कर रहा है..कोल इंडिया के बाद इसे भारत का सबसे बड़ा आईपीओ भी बताया गया है जो क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? 18, 300 करोड़ रुपए का है.
डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm के आईपीओ में इन्वेस्ट करने के लए निवेशकों में भारी उत्साह है. लेकिन निवेशकों को जरूरत है कि कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले उसकी स्थिति को जान लें, कंपनी के हिसाब किताब को समझ लें.
किन-किन सेक्टरों में है पेटीएम की मौजूदगी?
कंपनी मुख्य रूप से पेमेंट, बैंकिंग, इंश्योरेंस, वेल्थ मैनेजमेंट, ई-कॉमर्स समेत अन्य क्षेत्रों में कार्यरत है. कंपनी के पास सालाना 12 करोड़ लेनदेन करने वाले यूजर्स हैं और 2 करोड़ से ज्यादा व्यापारी जुड़े हैं और कुल 30 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं.
कंपनी ऑनलाइन और ऑफलाइन बिल भुगतान, मनी ट्रांसफर, ई-कॉमर्स, टिकट बुकिंग, पेटीएम पेमेंट्स बैंक, निवेश, बीमा, गोल्ड खरीदना या गोल्ड लोन और क्रेडिट कार्ड जैसी सेवाएं देती है.
मनी कंट्रोल के अनुसार, मोबाइल पेंमेंट लेनदेन में पेटीएम का मार्केट शेयर लगभग 40% है. इसके अलावा, वॉलेट पेमेंट लेनदेन में इसका मार्केट शेयर 65 से 70 प्रतिशत है. प्रति महीने UPI लेनदेन में कंपनी का शेयर केवल 14 प्रतिशत है, हालांकि यह तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है.
Paytm घाटे में है
इसमें कोई दो राय नहीं है कि पेटीएम समेत भारत की कई टेक स्टार्टप कंपनियां घाटे में चल रही हैं. पेटीएम का 2021 में कुल रेवेन्यू 2,802 करोड़ रुपए है. ध्यान क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? रहे कि ये राजस्व है प्रॉफिट नहीं. महामारी का कंपनी पर खासा प्रभाव पड़ा है. कुल संपत्ति 19.4 प्रतिशत गिरकर ₹6,534.8 करोड़ क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? हो गई जो 2019-20 में ₹8,105.2 करोड़ थी.
वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी को ₹1,701 करोड़ का घाटा हुआ, हालांकि यह 2019-20 में ₹2,942.4 करोड़ से कम था.
कंपनी की तरफ से बयान आया कि "हम उम्मीद करते हैं कि हमारे खर्च में वृद्धि होगी क्योंकि हम अतिरिक्त कर्मियों को नियुक्त करते हैं, अपने संचालन और बुनियादी ढांचे का विस्तार करते हैं, दोनों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, अपने प्लेटफार्मों को बढ़ाने का खर्च भी आता है."
कुछ आंकड़ों की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष में कुल आय 10% घटकर ₹3,186.8 करोड़ रही जो उससे पिछले वित्त वर्ष में ₹3,540.7 करोड़ थी. मार्केटिंग का खर्च 2020-21 में लगभग आधा होकर ₹532.5 करोड़ हो गया, जो 2019-20 में ₹1,397.1 करोड़ था.
कंपनी पिछले तीन सालों से घाटे में चल रही है और कोरोना महामारी की वजह से लंबे समय के लिए लगे लॉकडाउन ने उसके बिजनस को और प्रभावित किया है.
कंपनी ने अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (DRHP) जो एक तरह का ऑफर डाक्यूमेंट होता है जो आईपीओ लाने से पहले जमा करना होता है. इसमें साफ लिखा है कि
हमें भविष्य में भी घाटा होने की आशंका है और हम शायद ही भविष्य में प्रोफिट क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? हासिल कर पाएंगे या बनाए रख पाएंगे.
आने वाले आईपीओ को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या राय है?
भारत की टेक यूनिकॉर्न पेटीएम को लेकर अधिकतर एक्सपर्ट्स का राय सकारात्मक ही है. जिस तरह से निवेशकों ने जोमेटो के आईपीओ का स्वागत किया उससे ज्यादा पेटीएम के लिए भी निवेशक उत्साह में है.
विशेषज्ञों की राय है कि इस आईपीओ की सफलता काफी हद तक अपरिहार्य है क्योंकि निवेशक कंपनी की मौजूदा वित्तीय स्थिति से परे देख रहे हैं. निवेशक टेक कंपनियों में ये नोटिस करते हैं कि उसके पास कितने यूजर्स हैं या यूजर्स कितना एंगेज करते हैं कंपनी की ऐप से. साथ ही वे कुल रेवेन्यू का भी आंकलन कर निवेश करते हैं
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की सीनियर एनालिस्ट काजल गांधी का कहना है, 'ये बिजनेस मॉडल ऐसे हैं, जिनमें अचानक से मुनाफे में बदलने की क्षमता है. “कल, जब वे ग्राहकों से शुल्क वसूलना शुरू करते हैं, तो प्रोफिट बढ़ेगा ही. निवेशक ऐसे व्यवसायों में प्रवेश कर रहे हैं जिनमें बहुत अधिक संभावनाएं हैं, फिर फिलहाल के लिए कंपनी घाटे में ही क्यों न चल रही हो."
वहीं फिनसेफ की फाउंटर और फाइनेंशियल एडवाइजर म्रिन अग्रवाल कहती हैं, "डिजिटल सेगमेंट में पेटीएम का मार्केट लीडरशिप है लेकिन वैल्यूएशन और नुकसान ज्यादा है. इसके अलावा, कंपनी को कई प्रतिस्पर्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. मुनाफे की कम संभावना और आईपीओ में अलोटमेंट न मिलने की संभावना को देखते हुए, लॉन्ग टर्म के निवेशकों को आईपीओ से दूर रहना ही बेहतर है."
विभिन्न बिजनस मॉडल में रेवेन्यू के कई स्रोत होते हैं और अलग-अलग तरह से विकसित हुए हैं. PayTM भविष्य में उनमें से एक हो सकता है. एक बार जब आप बिजनस में पैर जमा लेते हैं तो आप एक प्रीमियम चार्ज कर सकते हैं या आप नई अधिक लाभदायक सेवाएं पेश कर सकते हैं क्योंकि आपके पास वैसे भी ग्राहक हैं. उदाहरण के लिए अमेजन. लेकिन हर कंपनी अमेजन नहीं हो सकती है. इसलिए पेटीएम जैसे व्यवसाय में निवेश करना जोखिम माना जा रहा है. इसीलिए अगर आप पैसा लगा ही रहे हैं तो केवल उतना ही लगाए जितना नुकसान आप उठा सकें या आपको उस नुकसान का ज्यादा फर्क ना पड़े. अगर आपका रिस्क पोटेंशियल अच्छा है तो ज्यादा पैसा भी लगाया जा सकता है. क्योंकि जितना बड़ा रिस्क उतना बड़ा प्रॉफिट भी हो सकता है.
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पेटीएम भारत के सबसे पुराने और सबसे सफल फिनटेक खिलाड़ियों क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? में से एक है. मार्केट अभी भी विकसित हो रहा है और बढ़ने की काफी गुंजाइश है. हालांकि, यह भी एक सच्चाई है कि उसे अभी मुनाफा देना बाकी है.
कुल मिलाकर एक्सपर्ट्स का पेटीएम के आईपीओ को लेकर पॉजिटिव दृष्टिकोण है, उन्होंने चेतावनी दी है कि निवेशकों को अच्छा रिटर्न पाने के लिए कुछ समय के लिए स्टॉक में निवेश करने की आवश्यकता होगी. लॉन्ग टर्म में जरूर फायदा है.
अगर कंपनी मुनाफा कमाना शुरू करती है तो वही फायदा निवेशकों तक भी पहुंचेगा.
फैबइंडिया, नायका, जोमैटो, पेटीएम- IPOs जिनका निवेशकों को है इंतजार
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)
Paytm: खुल गया सबसे बड़ा IPO, 2150 रु का है शेयर, अनिंल सिंघवी- रिस्क ले सकते हैं तो लगाएं पैसे
Paytm का आईपीओ (IPO) अज निवेश के लिए खुल गया है. यह देश का सबसे बड़ा IPO है. इश्यू का साइज 18300 करोड़ रुपये है. इसमें 8 से 10 नवंबर तक निवेश कर क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? सकते हैं.
Paytm के IPO के लिए प्राइस बैंड 2080-2150 रुपये तय किया गया है. (reuters)
Paytm IPO Open Today: पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) के आईपीओ (IPO) का इंतजार खत्म हुआ है. देश का सबसे बड़ा IPO आज यानी 8 अक्टूबर से निवेश के लिए खुल गया है. इसमें 10 नवंबर तक निवेश किया जा सकत है. Paytm के IPO का साइज 18300 करोड़ रुपये का है. इससे पहले सरकारी कंपनी कोल इंडिया 15 हजार करोड़ का IPO क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? लेकर आई थी. Paytm के IPO के लिए प्राइस बैंड 2080-2150 रुपये तय किया गया है. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इन इश्यू में रिस्क लेने की क्षमता रखने वाले निवेशकों को सिर्फ लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह दी है. अगर आप भी इस इश्यू में पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो निवेश के पहले सभी जरूरी डिटेल जान लेना जरूरी है.
सिर्फ लंबी अवधि के लिए लगाएं पैसे
अनिल सिंघवी का कहना है कि अगर रिस्क लेने की क्षमता है तो Paytm के IPO में पैसे लगाएं, लेकिन सिर्फ लंबी अवधि के लिए. अगर लिस्टिंग गेन पर पैसे बनाने का प्लान है तो इस इश्यू से दूर ही रहने में भलाई है. उनका कहना है कि यह कोल इंडिया के बाद से भारत में सबसे बड़ा IPO है. इसका साइज 18300 करोड़ का है, इसलिए शेयर अलॉटमेंट की संभावना ज्यादा है. लेकिन शॉर्ट टर्म इन्वेस्टर्स को इससे दूर रहना चाहिए. कंपनी के साथ कुछ पॉजिटिव तो कुछ निगेटिव फैक्टर हैं. मसलन रेवेन्यू का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर रहा है, डिजिटल पेमेंट में 40 फीसदी मार्केट शेयर है. मार्केट कैप मजबूत है.
निगेटिव फैक्टर
लेकिन कुछ निगेटिव फैक्टर भी हैं. जैसे यह एक लॉस मेकिंग कंपनी है और मुनाफे में कब आएगी, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकत है इस सेक्टर में प्रतियोगित कड़ी हो रही है. कंपनी का विापनों पर खर्च ज्यादा है. कस्टमर्स से आने वाले रेवेन्यू में गिरावट आई है. इश्यू से मिलने वाले फंड का कुछ हिस्सा इनआर्गनिक ग्रोथ में लगाना है, जहां पैसा ज्यादा देना होता है.
स्टार्टअप के IPO क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? में क्या होती है रिस्क?
कम से कम कितना निवेश
इस इश्यू में निवेशकों को कम से कम 6 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगानी होगी. अपर प्राइस बैंड 2150 रुपये के लिहाज से कम से कम 12900 रुपये निवेश करना होगा. इसके बाद 1 के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं.
किसके लिए कितना रिजर्व
75 फीसदी हिस्सा इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व होगा, जबकि 10 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए. 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व होगा.
कंपनी ने बढ़ाया है साइज
Paytm ने अपने IPO का साइज बढ़ाकर 18,300 करोड़ रुपये किया है. पहले Paytm की IPO के जरिए कुल 16,600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना थी. अब यह साइज 18300 करोड़ रुपये का होगा. अब इश्यू के तहत 8300 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेर जारी किए जाएंगे. वहीं इसमें 10 हजार करोड़ का ऑफर फार सेल (OFS) होगा. OFS का लगभग आधा हिस्सा एंट फाइनेंशियल और बाकी अलीबाबा, एलिवेशन कैपिटल, सॉफ्टबैंक और अन्य मौजूदा शेयरधारकों की ओर से है.
बुक रनिंग लीड मैनेजर्स
इस आईपीओ के लिए Morgan Stanley India Company Private Ltd, Goldman Sachs (India) Securities Private Ltd, Axis Capital, ICICI Securities, HDFC Bank, JP Morgan India Private Ltd और Citigroup Global Markets India Private Ltd बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं. वहीं आइपीओ के लिए रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट है.
रिटेल दुकानों से भी कर पाएंगे LIP IPO में निवेश, पेटीएम मनी ने शुरू की सुविधा
पेटीएम मनी देश भर में किराना स्टोर्स पर क्यूआर कोड रख रही है जिनके जरिए लोग फ्री डीमेट खाते की मदद से एलआईसी आईपीओ में बोली लगा सकते हैं। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने कहा कि यह पहल पूंजी बाजार में खुदरा भागीदारी को बढ़ाएगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (पेटीएम की मालिक कंपनी) ने घोषणा की कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पेटीएम मनी, एलआईसी आईपीओ खुदरा स्टोरों तक पहुंचाने के लिए तैयार है। कंपनी ने देश भर में किराना स्टोर्स पर क्यूआर कोड रखे हैं, ताकि आम आदमी को जीवन भर के लिए मुफ्त डीमैट खातों के साथ निवेश करने की शक्ति मिल सके। इन क्यूआर कोड का उपयोग करके, कोई भी व्यक्ति आसानी से अपना मुफ्त डीमैट खाता बना सकता है, जो स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के लिए अनिवार्य होता है। इसके साथ ही, एलआईसी आईपीओ में बोली लगा सकता है।
कंपनी की ओर से कहा गया, "एलआईसी आईपीओ भारत में अभी तक का सबसे बड़ा मार्केट डेब्यू है। ऐसे में पेटीएम की भागीदारी वाले मर्चेंट आउटलेट्स पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इच्छुक निवेशक आईपीओ के लिए आसानी से बोली लगा सके।" वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने कहा कि यह पहल पूंजी बाजार में खुदरा भागीदारी को बढ़ाएगी क्योंकि लोगों को मुफ्त डीमैट खाते मिलेंगे।'
पेटीएम मनी के प्रवक्ता ने कहा, "हमने पिछले कुछ वर्षों में पूंजी बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी में वृद्धि देखी है और एलआईसी आईपीओ के साथ इसे और बढ़ावा मिलेगा। यह देखते हुए कि कई नए उत्सुक निवेशक अब अपनी वेल्थ मैनेजमेंट यात्रा शुरू करना क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? चाहते हैं, हम देश भर में पेटीएम मर्चेंट पार्टनर्स स्टोर पर अपने क्यूआर कोड रख रहे हैं, जिनसे वह मुफ्त डीमैट खाते खोल सकेंगे।"
कंपनी ने कहा, "पेटीएम मनी देश का पहला डिस्काउंट ब्रोकर बन गया है, जिसने हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) को बैंक एएसबीए प्रवाह के बिना, यूपीआई के माध्यम से 5,00,000 रुपये तक की उच्च बोली लगाने की अनुमति दी है। इसके अलावा, इसने उन पॉलिसीधारकों के लिए एक अलग श्रेणी बनाई है, जो खुदरा निवेशक श्रेणी के अलावा एलआईसी आईपीओ के लिए आवेदन करने के योग्य हैं।"
पेटीएम मनी के माध्यम से एलआईसी आईपीओ के लिए आवेदन कैसे करें?
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 500