एनएसई ने बयान में कहा कि उनकी नियुक्ति के लिए एक्सचेंज के शेयरधारकों की मंजूरी ली जानी है. चौहान की नियुक्ति 5 साल की अवधि के लिए होगी. अभी वह बीएसई के एमडी और सीईओ हैं. वह विक्रम लिमये का स्थान लेंगे. लिमये का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो गया था. पात्र होने के बावजूद लिमये ने एनएसई में एक और कार्यकाल की मांग नहीं की.
NSE क्या है – शेयर मार्केट से एनएसई का क्या संबध है पूरी जानकारी हिंदी में
शेयर मार्केट में NSE एक बहुत बड़ा नाम है और शेयर मार्केट में पैसा लगाने वाले ट्रेडिंग करने वाले लोग NSE के बारे में बहुत बात करते हैं। तो सबसे बड़ा सवाल उठता है की NSE आखिर है क्या? इसमे ऐसा क्या खास है। जिसके बारे में हर एक शेयर इन्वेस्टर और ट्रेडर बात करता है.
NSE के बारे में जानने से पहले हम एन एस ई शब्द के बारे में जान लेते है.
प्रिश्न पर पर क्लिक करे और उत्तर पर जाए !
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया एन एस ई एक स्टॉक एक्सचेंज है. इस पर कंपनियों के शेयर को लिस्ट किया जाता है और उसके बाद शेयरों को खरीद बा बेचकर मुनाफा कमाया जाता है
एन एस ई स्टॉक एक्सचेंज में भारत की बड़ी कंपनियों के शेयर लिस्टेड हैं और NSE भारत की दूसरी सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज है.
एन एस ई, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना सन 1992 में हुई थी.
NSE का मुख्यालय कहां है
एन एस ई, का मुख्यालय मुंबई में स्थित है.
NSE Index एन एस ई का सूचकांक क्या है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक इंडेक्स निफ्टी है जिसे हम nifty 50 भी कहते है.
निफ़्टी के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े.
NSE पर क्या क्या लिस्टेड है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया NSE पर कंपनियों के Share, सिक्योरिटी बॉन्ड्स, डिबेंचर आदि लिस्टेड है.<
National Stock Exchnage of India in Hindi
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया एन एस ई भारत की पहली इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज है. जिसे सन 1992 में मुंबई के अंदर स्थापित किया गया नेशनल स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज था.
यह भारत की पहली पूर्ण रूप से इलेक्ट्रॉनिक टर्मिनल वाली स्टॉक एक्सचेंज थी. इस स्टॉक एक्सचेंज पर Share में होने वाली खरीदी और बिक्री को और शेयर की कीमत में होने वाले बदलाव को स्क्रीन पर दिखाया जाता था और तब से लेकर आज तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया भारत की दूसरी सबसे बड़ी एवं विश्व की 12 बी सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज बन गई है.
आपको हमारी यह पोस्ट NSE Kya Hai ? अगर अच्छी लगी तो लोगों के साथ शेयर करे.
अगर आपके मन मे कोई सवाल है एनएससी से जुड़ा तो आप मैसेज के बटन को दबा कर पूछ सकते है.
स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है (What is an Stock Exchange)
स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा स्थान है जहां इन्वेस्टर्स/निवेशकों या ट्रेडर्स के बीच धन जुटाने के लिए शेयरों और बॉन्ड जैसी सिक्योरिटीज का कारोबार किया जाता है। ट्रेडिंग ब्रोकर या एजेंटों की मदद के साथ या बिना उनके हेल्प से होता है। यह एक आर्गनाइज्ड (संगठित) और रेगुलेटेड (विनियमित) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बाज़ार है जहाँ वित्तीय गतिविधियाँ जैसे कि शेयरों को बेचना, उन्हें खरीदना और उन्हें जारी करना होता है। स्टॉक एक्सचेंज कंपनियों को पैसा जुटाने में सक्षम बनाता है।
बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के रूप में भी जाना जाता है) और एनएसई (या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) भारत में दो सबसे महत्वपूर्ण स्टॉक एक्सचेंज हैं। हमने आये दिन न्यूज़ और न्यूज़पेपर के माध्यम से बीएसई और एनएसई के बारे में सुना या देखा होगा। हम में से कुछ लोग यह भी जानते होंगे कि वे किसी तरह शेयर या बांड से संबंधित हैं। हालांकि, हममें से ज्यादातर लोग एनएसई और बीएसई के शेयरों में अंतर नहीं जानते होंगे। अब जब हमें एनएसई और बीएसई के बारे में थोड़ा पता चल गया है, तो हम एनएसई और बीएसई के बीच के अंतर को समझेंगे।
तुलना सारणी (Difference between NSE and BSE in Hindi)
Comparison Table between NSE and BSE) – दोनों में निम्नलिखित अंतर है –
- एनबीएफसी और बैंक में क्या अंतर होता है?
- पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर के बैंक में क्या अंतर होता है?
एनएसई क्या है? (What is NSE?)
एनएसई या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 में हुई थी और अगर देखा जाये तो ये भारत का सबसे युवा स्टॉक एक्सचेंज है। इसे 1993 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में अपनी पहचान मिली। एनएसई ने ही सबसे पहले भारत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में पूरी तरह से आटोमेटिक, इलेक्ट्रॉनिक और स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग की शुरुआत की थी। एनएसई ने ही साल 1995 से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इलेक्ट्रॉनिक रूप से शेयरों और बांडों के ट्रेडिंग के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एक सुरक्षित प्लेटफार्म निवेशको को प्रदान किया। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम ने ट्रेडिंग से कागज-आधारित निपटान प्रणाली (paper-based settlement) को हटाने में मदद की।
एनएसई ने 1995-96 के दौरान अपना बेंचमार्क इंडेक्स-निफ्टी 50 लॉन्च किया था। निफ्टी को अप्रैल 1996 में पेश किया गया था, जो एनएसई पर सूचीबद्ध 50 सबसे अधिक लिक्विड और निरंतर ट्रेडिंग भारतीय कंपनियों को ट्रैक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज करता है। यदि आप निफ्टी 50 को ट्रैक करते हैं तो आपको शेयर बाजार और आर्थिक रुझानों का स्पष्ट अंदाजा लग जाएगा। एनएसई पूंजी जुटाने के लिए कंपनियों को सहायता भी प्रदान करते हैं ।
आशीष कुमार चौहान साल 2009 से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में हैं और उन्हें बीएसई को सबसे तेज एक्सचेंज बनाने का बनाने का . अधिक पढ़ें
- भाषा
- Last Updated : July 17, 2022, 23:36 IST
एनएसई के संस्थापकों में से एक हैं आशीष कुमार चौहान
5 साल का होगा कार्यकाल
एनएसई ने 4 मार्च को अपने एमडी और सीईओ पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे
नई नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दिल्ली. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ आशीष कुमार चौहान (Ashish Kumar Chauhan) जल्द नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे. एनएसई ने रविवार को बताया कि मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है.
विक्रम लिमये का स्थान लेंगे आशीष कुमार चौहान
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 541