अगर स्टॉक अपने करंट मार्केट प्राइस से अंडरवैल्यू है और मार्केट की कंडीशन और मार्केट के पैरामीटर्स सब एकदम सही हैं तब आप ऐसे स्टॉक पर दांव खेल सकते हैं क्योंकि ऐसे स्टॉक पर दांव खेलना सही दांव खेलना माना इसलिए जाएगा क्योंकि यहां पर स्टॉक दोबारा से ऊपर की तरफ रिवर्ट्स करेगा.

You are currently viewing ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?पूरी जानकारी | Trading in Hindi

liquid stocks kya hai| liquid volatile stocks for intraday| option trading

अगर आप एक ट्रेडर है और अपने stocks के बारे में रिसर्च करते रहते हैं तब आपने ट्रेडिंग से संबंधित एक शब्द जरूर सुना होगा इसको लिक्विड स्टॉक Liquid stocks और दूसरा शब्द आपने सुना होगा Volatile stocks

आखिर इनको लिक्विड Liquid stocks क्यों बोलते हैं, क्या इनमे बहुत ही ज्यादा तरलता होती है इस वजह से इनको लिक्विड स्टॉक बोला जाता है, या फिर कोई और कारण है.

आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि लिक्विड स्टॉक्स में बहुत ही ज्यादा तरलता होती है और इसमें काफी अच्छी volality होती है

What is the meaning of Liquidity stocks in stock market hindi

शेयर बाजार में लिक्विडिटी से यह मतलब होता है कि ऐसे प्रकार के एसेट में चाहे वह स्टॉक हो या फिर कोई बॉन्ड या कोई और कमोडिटी उसको कितनी जल्दी खरीदा और बेचा जा सकता है ताकि उसको जल्दी से नकदी Cash में बदला जा सके

अगर हम इसको सरल शब्दों में बात करें कि लिक्विड स्टॉक में बहुत ही ज्यादा खरीद और बिक्री होती है, और ऐसे स्टॉक बहुत ही ज्यादा ऊपर नीचे करते हैं.

जैसे इसको अगर हम एक उदाहरण से मान लेते हैं . श्वेता ने एक स्टॉक को 800 रुपए पर खरीदा और उसको 30 मिनट के अंदर 810 रुपए पर बेच दिया.

तब इस तरह का स्टॉक लिक्विड स्टॉक माना जाएगा क्योंकि इसमें प्राइस का मूवमेंट काफी तेजी से हो रहा होता है. अब आपको समझ शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके में आ गया होगा कि जिस स्टॉक्स में प्राइस का मोमेंट बहुत तेजी से होता है ऐसे स्टॉप लिक्विड स्टॉक कहलाते हैं.

Volatility meaning in trading | volality ka kya matlab hota hai

Volality एक प्रकार का Rate जिससे किसी भी स्टॉक सिक्योरिटी की कीमत बढ़ जाती है या घट जाती है. इस तरह के उतार-चढ़ाव को स्थिरता नहीं रह पाती है तब ऐसे स्टॉक वोलेटाइल स्टॉक्स बोला जाता है.

अगर किसी स्टोक्स में बहुत तेजी से कोई प्राइस अचानक से ऊपर बढ़ जाता है और अचानक से नीचे गिर पड़ता है तब ऐसे स्टॉक स्थिर नहीं रहता है

और इस तरह के स्टॉक को वोलेटाइल स्टॉक्स बोलते हैं.

अगर किसी स्टॉक में धीरे-धीरे प्राइस बदलता है तब ऐसा स्टॉक कम वोलेटाइल स्टॉक्स कहलाता है.

बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव को मापने के लिए India Vix Index का सहारा लिया जाता है.

India vix indicator यह एक तरह का शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके इंडिकेटर है जो यह बताता है कि मार्केट में कितनी ज्यादा uncertanity फैली हुई है.

India Vix range normal 12 to 16

लिक्विडिटी और volality क्या अंतर है दोनों में| Diffrence liquidity and volality

Volality कई तरह के कारण पर निर्भर है जैसे मार्केट में खरीददार क्या डर के माहौल में खरीद रहे हैं या जब भी वह खरीद रहे हैं तब वह निश्चित नहीं है उनको भरोसा नहीं होता है तब वह किसी भी समय अपने स्टॉक को अचानक से बेच देते हैं इस वजह से मार्केट में गिरावट शुरू हो जाती है तब ऐसे समय बाजार को Volality में मापा जाता है और यह बोला जाता है कि मार्केट बहुत ही ज्यादा Volatile हो गया है.

जबकि लिक्विडिटी किसी भी स्टॉक का Bid प्राइस और Ask price के बीच का अंतर बताने में मदद करता है.

लेकिन अगर अगर मार्केट में लिक्विडिटी कम हो जाएगी तब मार्केट बहुत ही ज्यादा Volatile हो सकता है.

Stop Loss क्या है और इसको सही तरीके से कैसे लगाए?

आज हम यहां शेयर मार्केट में चाहे वो Intraday Trading हो,Swing Trading या फिर Futures and Options Trading हो उन सभी में Stop Loss कैसे लगाए और कोन से prise पर लगाए जिससे उसकी accuracy बढ़ जाए।

Note: अगर आप यह सोच रहे है की यह पढ़ने के बाद कभी भी मेरा Stop Loss hit नही होगा तो यह गलत है, क्युकी Stop Loss भी एक मार्केट का हिस्सा है जो कभी न कभी तो hit होगा।

हम शेयर मार्केट में बस इतना ही कर सकते है की हमारे Stop Loss को ऐसी जगह पर लगाए जिससे वह अच्छी Accuracy के साथ बाजार में आगे आने वाले समय में बना रहे।

Stop Loss क्या होता है?

जैसे हम किसी शेयर को खरीदते है उसको Buy prise और बेचते है उसको Sell prise कहते है, ऐसे ही अगर हमारे अनुमान से नीचे/ऊपर अगर शेयर का भाव चला जाए तो हम हमारे Risk Reword Ratio के अनुसार किसी Prise पर अपना Loss को सीमित करते है उसी Prise को Stop Loss कहते है।

आसान भाषा में कहे तो शेयर मार्केट में Trade के दौरान अपने LOSS को सीमित करने वाली prise को Stop Loss कहते है।

Stop Loss से शेयर या F&O trading में हम होने वाले भरी नुकसान से बच सकते है और अपना पैसे को बचा सकते है।

कई ट्रेडर बिना Analysis के कोई भी Prise को Stop Loss prise बना लेते है जोकि गलत है, और वह काफी ज्यादा Loss करते है।

ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है? | Online Trading in Hindi

इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के मदत से शेयर को खरीदने और बेचने की सुविधा को ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading in Hindi) कहा जाता है। शेयर के अलावा आप मच्यूल फंड, करेंसी,कमोडिटी और अन्य वित्तीय सिक्योरिटीज को आप ऑनलाइन खरीद सकते है।

किसी भी ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर के साथ घर बैठे अकाउंट खुलवाकर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? | Types of Trading in Hindi

ट्रेडिंग के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते है।

इंट्राडे ट्रेडिंग, पोजिशनल,स्विंग ट्रेडिंग। आइए सबसे पहले जानते है इंत्राडे ट्रेडिंग क्या है?

इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading in Hindi

बहुत से लोग शेयर मार्केट में कम समय में मुनाफा कमाना चाहते है। उनके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छा ऑप्शन हो सकता है।

एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदकर बेचना इसी को इंट्राडे ट्रेडिंग कहता है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है। उसी समय के बीच में अगर आप शेयर खरीद कर बीच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। अगर आप अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग सीख गए तो आप दिन के हजारों रुपए कमा सकत है। लेकिन इसमें नुकसान होने की भी पूरी संभावना होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में रहने वाली जोखिमों से अज्ञात होते हुए कई बार ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुक्सान कर बैठते है।

ट्रेडिंग कैसे सीखे | How to Learn Trading in Hindi

आपने ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ये बाते तो जान ली आइए अब जानते जानते है कि ट्रेडिंग कैसे सीखे(How to Learn Trading in Hindi)

यूटयूब एक ऐसा जरिया है जहां से आप ट्रेडिंग सीख सकते है।आपको यूट्यूब के ऊपर बहुत सारे चैनल मिलेंगे जहां से आप फ्री में ट्रेडिंग सीख सकते है। गूगल पर भी ऐसी बहुत वेबसाइट उपलब्ध है जहां शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके से आप ट्रेडिंग के बारे में जानकारी ले सकते है।

ट्रेडिंग सीखनी के लिए आप किसी अच्छी किताब को पढ़ सकते है।दोस्तों अगर आपको किताबे पढ़ना पसंद है तो आप किताब से भी ट्रेडिंग सीख सकते हो।आप ऐसे लोगों की किताब पढ़े जिन्होंने ट्रेडिंग में सफल होकर अच्छा पैसा कमाया है।आपको इंटरनेट पर ट्रेडिंग के ऊपर बहुत सारे ई-बुक भी मिल जाएंगे जिन्हें आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पढ़ सकते है।

दोस्तों आपको शेयर मार्केट शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके के बारे ऑनलाइन और ऑफलाइन बहुत सारे फ्री और पेड कोर्सेस मिल जाएंगे।इन कोर्सेस कि मदद से आप ट्रेडिंग सीख सकते हो।

Share Market में शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके ट्रेडिंग कैसे करे? Trade meaning in Hindi

Trade-meaning-in-hindi

आप भी Share market के जरिये से पैसा कमा सकते है बस आपको मेहनत करने की जरुरत होती है यदि आप Beginner है या आपने अभी अभी स्टार्ट किया है और आप एवरेज मेहनत कर रहे है तो आपको इससे पैसा कमाने के लिए कम से कम 6 महीने से 1 साल के बीच लग सकता है यदि आप अच्छी खासी मेहनत कर रहे है

आप 6 महीने से पहले भी शुरू कर सकते है ये टोटली आप पर Depend करता है। Share market से पैसा कमाने के लिए आपको Share market trading आना बहुत जरुरी होता है

आज कि हमारी पोस्ट 'Share market trading' पर ही आधारित है जिसमे हम बात करेंगे कि Share market में trading क्या मतलब होता है (Trade meaning in hindi), Share market में trading कैसे करे, Trading कितने प्रकार की होती है, और इसके प्रकारो के बारे में बारीकी से बात करेंगे

Share Market में ट्रेडिंग कैसे करे?

हम सब जानते और समझते है कि लाखो लोग हर वर्ष Share market में अपना हाथ अजमाते है लेकिन उनमे से अधिकतर नाकाम हो जाते है ऐसा क्यों होता है? चलिए समाझते है

ज्यादातर लोगो को रातो रात आमिर बनना होता है. जैसा वो मूवी देखते है. उन्हें बहुत जल्दी होती है. इसके चलते वो काफी चीज मिस कर देते है. कुछ चीजे गलत कर देते है. कुछ जरुरी चीजे तो करते ही नहीं है

अपना सारा पैसा एक साथ निवेश कर देते है निवेश करने से पहले ये पता करना जरुरी नहीं समाझते है कि आखिर उन्हें कहा, कितना और कैसे पैसे इन्वेस्ट करने है.

पैसे इन्वेस्ट करने से पहले सही कंपनी/जगह नहीं चुनते है जिससे उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है और वो ट्रेडिंग छोड़ देते है

यदि आपको ट्रेडिंग में सफल होना है तो ऊपर दी गयी गलतियां न करे. Points को जरूर फॉलो करे. इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी

Trading का क्या मतलब होता है? (Trade meaning in hindi)

Share को खरीदना और बेचना Trading कहलाता है. जितने भी लोग Share market में Trading करते है उन सभी का अपना अपना तरीका होता है. Trading करने का. शेयर खरीद कर वो अपने Demat account में रखते हैं.

Demat account का उपयोग शेयर को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडर द्वारा किया जाता है

शेयरों की खरीद-बिक्री की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है. ट्रेडिंग करने से पहले ध्यान रखे कि इसमें काफी जोखिम होता है. यदि आप सही तरीके से करते है तो आप कम से कम 2-3 गुने पैसे कमा सकते है

यदि आप गलत तरीके को चुनते है तो आपके द्वारा निवेश किये गए पैसे पुरे डूब भी सकते है. चलिए Stock market से जुड़े कुछ Important point के बारे में चर्चा करते है.

  • कंपनियों के नतीजे समझने की कोशिश करे। कैसे वो आपको ट्रेडिंग में मदद और नुकसान दे सकते है
  • शेयर के असली मूल्यांकन को समझे
  • बाजार की चाल समझे। आखिर इस दौरान ट्रेडिंग में क्या चल रहा है? क्या आपको ज्यादा प्रॉफिट दे सकता है
  • किसी कंपनी के Share purchase करने से पहले उसके कारोबार और शेयर की असली कीमत को जरूर परखे.
  • जब शेयर का भाव कम हो तब शेयर खरीदने में ज्यादा प्रॉफिट हो सकता है क्युकि शेयर मार्किट में शेयर का भाव कभी एक सामान नहीं होता है. हो सकता है अभी रेट कम है अगले ही पल बढ़ जाये तब आप अपने शेयर बेंच कर ज्यादा मुनाफा कमा सकते है

    Share market me trading kaise kare in hindi

    Share Market me trading kaise kare? इसको समझने के लिए आपको बाजार का सही ज्ञान होना जरुरी है. Share market में सफल होने के लिए नीचे दी गयी Marketing tips को जरूर फॉलो करे ये आपको इस क्षेत्र में Pro बना सकती है

    एक Trading account खोलें: सबसे पहले एक Trading account खोले। अकाउंट खोलने के लिए एक अच्छा ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर ढूंढें। अकाउंट खोलने के बाद अच्छे से ट्रेडिंग करने के Trading tools का उपयोग करे।

    आज के समय में Trading tools मुफ्त और paid दोनों फॉर्म में मौजूद करे। मैं आपको राय देना चाहूंगा कि आप Paid trading tool का उपयोग करे उसमे आपको Latest और Powerful feature देखने को मिलेंगे। यदि आपको ये अच्छे फीचर Free trading tool में मिलते है तो आप शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके उसे भी यूज़ कर सकते है

    पढ़ना सीखें- एक मार्केट क्रैश कोर्स: यदि आप कम समय में अच्छी ट्रेडिंग करना सीखना चाहते है और उससे पैसे कमाना चाहते है तो आपको एक्सपर्ट की राय लेना जरूरी हो जाता है उन्होंने अपने सालो के एक्सपेरिंस में जो भी सीखा है

    कैसे स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करें ?

    शेयर मार्केट में स्टॉक्स को लम्बे समय तक खरीदकर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट में स्टॉक्स में इन्वेस्टमेंट करने शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है और इसके तरीके के लिए भी आपको काफी रीसर्च करना होगा। आप ऐसे ही किसी कंपनी के बारें में जानें बिना उसमें इन्वेस्ट नहीं कर सकते है। बिना किसी कंपनी को जानें बिना उसमें निवेश करना अँधेरे में तीर चलाना वाला बात होगी इसलिए निवेश करने के लिए आपको कुछ रिसर्च करना होता यानि कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।

    सबसे पहले आपको केटेगरी तय करना होता है कि आप अपना पैसा किस केटेगरी में निवेश करना चाहते है जैसे – आईटी सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर,मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर,पावर सेक्टर,लोजिस्टिक्स सेक्टर,ऑटोमोबाइल सेक्टर इसके अलावा बहुत से सेक्टर हैं आप चाहे तो हर सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक को चुन सकते हैं।

    सेक्टर का चुनाव करने के बाद आपको उस सेक्टर के टॉप कम्पनीज की लिस्ट बनायेंगे फिर आप उस सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक्स को compare करेंगे मतलब फंडामेंटल एनालिसिस करेंगें जैसे – स्टॉक का प्राइस, एअर्निंग पर शेयर,कंपनी का कैपिटल मार्केट,रेवेनुए, प्रॉफिट ग्रोथ, सेल्स ग्रोथ,कंपनी की लीअब्बिलिटी,प्रमोटर्स की होल्डिंग,कंपनी का आने वाले समय में क्या प्लान है, कंपनी की मैनेजमेंट इन सभी बातों का आपको पता लगाना होगा।

    ट्रेडिंग

    अगर आप ट्रेडिंग करके ऑनलाइन पैसे कमाना चाहते है तो आपको पहले ट्रेडिंग के बारें में जानना व सीखना होगा। ट्रेडिंग से दो प्रकार के होते है।

    स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी भी स्टॉक को कुछ दिनों के लिए होल्ड कर सकते है यानी 2 से लेकर 15 दिन उससे ज्यादा दिन के लिए कर सकते है। इसका ट्रेडिंग का इस्तेमाल तब करते है जब हमें किसी स्टॉक का प्राइस लगातार बढ़ रहा हो या लगे ये आने वाले दिन में बढ़ेगा।

    इंट्राडे ट्रेडिंग

    इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता हैं की आपको आज ही शेयर खरीदना व बेचना होता है यानी आप रोज सुबह 9:15 से इंट्राडे शुरू कर सकते हैं। और तीन बजकर पंद्रह मिनट तक आप ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर इन टाइम के बीच में अगर शेयर खरीद कर बेचते नहीं है तो आटोमेटिक वो 3:15 तक सेल हो जायेगा।

    ट्रेडिंग में लगभग सभी ब्रोकरेज कम्पनियाँ ट्रेडिंग करने के लिए आपको आपके फंड्स से ज्यादा पैसे देती है यानी अगर आपके डीमैट अकाउंट में 1000 रुपये है और आप किस कंपनी के स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको आपकी ब्रोकरेज कंपनी आपके फंड्स से 5 गुना लिवरेज है यानि आप 1000 की जगह 5000 तक के स्टॉक्स से ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर आपको नुकसान होता है तो आपको अपने फंड्स से देना होता हैं।

    इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता हैं।

    सबसे पहले ये ध्यान रखना होता है कि इसमें बहुत ही हाई रिस्क होता हैं क्यूंकि एक दिन में किसी स्टॉक का प्राइस किधर जायेगा ये बात कोई भी 100% कन्फर्म नहीं होता हैं।

रेटिंग: 4.95
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 848