Arshad Fahoum

Arshad is an Options and Technical Strategy trader and is currently working with Market Pulse as a Product strategist. He is authoring this blog to help traders learn to earn.

हमारे पहले कैंडल का ओपन टाइम अब मार्किट के ओपन टाइम से मेल खाएगा!

23 जनवरी 2021 से हम अपने कैन्डल खुलने के समय को मार्केट ओपन होने के समय के साथ मिला रहे हैं। यहाँ हम कु

Our candle open time will now match the market open time.

From 23 rd of January 2021, we are calibrating our candle open time to respective market open timing. Here are some important details we want to share so that you are well prepared

कोरोना वायरस के समय में ट्रेड कैसे करें

COVID19 या कोरोना वायरस, जीवन की अनिश्चितताओं के लिए एक गंभीर अनुस्मारक हो सकता है। लेकिन शु

How to trade in times of Coronavirus

COVID19 or Coronavirus, might have been a grim reminder to the uncertainties of life. But thankfully, there are few certainties in the world of investing. One certainty is that big rallies in markets

कैमरिला पिवट्स के साथ डे ट्रेड करना सीखें

आज मैं मार्केट पल्स एप पर नए शुरू किए गए एक इंडिकेटर- कैमरिला पिवट्स के बारे में बात

How To Day Trade With Camarilla Pivots

Today, I want to talk about a new indicator we have introduced on the Market Pulse app that happens to be one of my favorites and one that you can depend upon for

लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को चैकिन मनी फ़्लो से कैसे फायदा हो सकता है

पिछले आर्टिकल में हमने जाना कि कैसे एक ट्रेंड की मजबूती का पता लगाने के लिए वॉल्यूम के साथ

चैकिन मनी फ़्लो इंडिकेटर के साथ मजबूत और कमजोर ट्रेंड्स पहचाने

इंडिकेटर का आधार एक ही इंडिकेटर में प्राइज़ और वॉल्यूम की जानकारी को साथ लाने के लि

How Long Term Investors Can Benefit From Chaikin’s Money Flow

In the previous article, we understood how the Chaikin Money Flow(CMF) can be a useful tool in combining volume with price to determine the strength of a trend. The Chaikin Money Flow

Use Chaikin’s Money Flow Indicator to Identify Strong and Weak Trends

The Chaikin Money Flow (CMF) was developed by Marc Chaikin to combine price and volume information into one indicator. It is based on the belief that price follows volume. This article will cover

%बी के साथ बॉलिंगर बैण्ड्स की ओसिलेटर की तरह शक्ति

परसेंट बी इंडिकेटर बॉलिंगर बैंड्स से लिया हुआ एक साधारण मोमेंटम इंडिकेटर है। बॉलिंगर

Use The Power of Bollinger Bands As An Oscillator with %B

The Percent B (%B) indicator is a simple momentum oscillator that has been derived from Bollinger Bands indicator. Bollinger Bands are a function of price and are plotted directly on the price chart.

ज़िग ज़ेग के साथ मार्केट नॉइस हटाएँ

ज़िग ज़ैग इंडिकेटर के बजाय एक टूल है क्योंकि यह ना तो प्राइज़ की चाल का भविष्य बताता

Filter Market Noise With Zig Zag Indicator

The Zig Zag is a tool rather than an indicator as it does not predict price movement or give signals to buy or sell. The usefulness of the Zig Zag can be attributed

परिवर्तनशीलता के साथ बदलनेवाला आरएसआई, डायनामिक मोमेंटम इंडेक्स आज़माएँ

डायनामिक मोमेंटम इंडेक्स एक मोमेंटम इंडेक्स है जिसका उपयोग यह निर्धारित करने के लि

An RSI That Changes With Volatility, Try The Dynamic Momentum Index

The dynamic momentum index is a momentum indicator used to determine if an asset is overbought or oversold. It was first recommended by Tushar Chande and Stanley Kroll in the Stocks and Commodities

स्टोक़ैस्टिक आरएसआई ऑसिलेटर का उपयोग करते हुए पॉज़िटिव और नेगेटिव डाइवर्जेंसेस और क़ॉन्वर्जेंसेस को समझना

मैं एक टेक्निकल एनालिस्ट के लिए डाइवर्जेंसेस और क़ॉन्वर्जेंसेस को एक बहुत महत्वपूर्ण

Positive & Negative Divergences & Convergences Using Stochastic RSI

I consider divergences and convergences a very important tool for the technical analyst. Divergence is not an indicator in itself, as it does not have a mathematical formula. However, divergences have the ability

स्टोकैस्टिक आरएसआई का उपयोग करते हुए मोमेन्टम ट्रेडिंग

स्टोक़ैस्टिक आरएसआई या स्टोक आरएसआई एक मोमेंटम ओसिलेटर है जो उपयोगकर्ता द्वारा सेट कि गई समयावधि

Momentum Trading Using Stochastic RSI

The Stochastic RSI or StochRSI is a momentum oscillator that measures the level of the RSI (Relative Strength Index) relative to its high low range over the time period set by the user.

रेन्को पर चार्ट पैटर्न और इंडीकेटर्स

पिछले हफ्ते आपने रेन्को चार्ट्स, उनके निर्माण और नियमित रूप से आपके द्वारा उपयोग किए जा

Chart Patterns & Indicators on Renko

Last week, you were introduced to Renko charts, their construction and how they can be used as an alternative to the regular candlestick charts one has been using. Today, I want to dig

केल्टनर चैनल के साथ बुलिश बाउंस और बेयरिश रिवर्सल का पता लगाए

केल्टनर चैनल्स एक एनवेलप-आधारित इंडिकेटर है जिसका उपयोग ट्रेडर्स वर्तमान ट्रेंड समझने और सि

Bullish Bounces & Bearish Reversals with Keltner Channels

Keltner Channels is an envelope based indicator that traders can use to understand the current trend and generate trading signals. The channels uses 3 lines - upper, lower, and middle lines that move

रेन्को ट्रेडिंग की दुनिया में आपका स्वागत है

रेन्को चार्ट्स का आविष्कार सैकड़ों वर्षों पहले जापानी ट्रेडर्स ने किया था। इनका नाम जापा

शेयर बाजार के नए निवेशक कैसे बचें नुकसान से, इन दस बातों को जरूर सीखें

शेयर बाजार

शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. कि . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 13, 2021, 10:04 IST

कोरोना संकट में जहां बाकी सेक्टर में बिजनेस काफी प्रभावित हुआ, वहीं शेयर बाजार में नए निवेशक तेजी से बढ़े हैं. कोरोना संकट के शुरुआती दौर में पिछले साल मार्च में शेयर बाजारों में तेज गिरावट आई। लॉकडाउन में ढ़ील के बाद फिर से बाजारों में तेज रिकवरी हुई. इस दौरान बहुत तेजी से शेयर बाजार में नए निवेशक बढ़ें. पिछले एक साल में रिकॉर्ड संख्या में नए डिमैट अकाउंट इंट्रा डे कहां से सीखें? खुले हैं.
हालांकि इस दौरान बाजार बहुत ही उतार-चढ़ाव वाला रहा. शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. किसी निवेशक को कुछ बुनियादी बातों को जरूर सीखना चाहिए और सामान्य सी गलतियां करने से बचना चाहिए.

आईए जानते हैं ऐसी ही दस प्रमुख बातें .

1- उस कंपनी में निवेश न करें जिसे आप समझते नहीं

यह निवेश का पहला और बेसिक नियम है, जिसे हर एक निवेशक को फॉलो करना चाहिए। वैसे हर आदमी से यह उम्मीद करना मुश्किल है कि वह हर एक कंपनी की समझ रखे। इसके बावजूद हमें प्रयास करना चाहिए कि कम से कम कंपनी के बिजनेस की बेसिक समझ रखें, जैसे कंपनी क्या करती है और अपनी प्रतिद्वन्दी कंपनियों के सामने कैसे खड़ी है।

2- नए निवेशकों का पोर्टफोलियों का कैसा होना चाहिए
अक्सर हम देखते हैं कि निवेशक या तो अपने पोर्टपोलियो में विविधता नहीं रखते या फिर अत्यअधिक विविधता कर लेते हैं। जबकि इन दोनों के बीच संतुलन रखना सबसे महत्वपूर्ण है। जैसे मान लीजिए आपके पास दस शेयर हैं और आपने किसी एक या दो सेक्टर के ही सारे शेयर ले रखें हैं. इससे बचना चाहिए. दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए. ज्यादा संख्या में भी शेयर रखने से बचना चाहिए. इसलिए जोखिम से बचने के लिए एक संतुलित वाली पोर्टफोलियों रखें.

3- दूसरे के पोर्टफोलियो का अनुकरण

सफल निवेशकों के पोर्टफोलियो को देखना गलत नहीं है और शुरुआत में उसके निवेश निर्णय से आप भी सीख सकते इंट्रा डे कहां से सीखें? हैं। इसके साथ ही निवेश की अपनी समझ विकसित करें। लंबे समय में दूसरे को ब्लाइंडली फॉलो करना खतरनाक होता है क्योंकि हर निवेशक के पास विभिन्न फैक्टर होते और अपने प्लान होते हैं। इस चीज को आप ऐसे समझ सकते हैं कि हम सभी जानते हैं कि कार कैसे चलाते हैं लेकिन जब आप सड़क पर गाड़ी लेकर जाते हैं तो सामने वाली कार को देख कर चलाते हैं या अपने हिसाब से निर्णय लेते हैं। सामने वाली कार को फॉलो करना कितना खतरनाक हो सकता है यह आप समझ सकते हैं। यही स्थिति निवेश में भी होती है।

4- अपने निवेश के साथ भावनात्मक लगाव न रखें

सबसे खराब निवेश के निर्णय वो होते हैं जो आप भावनाओं के इंट्रा डे कहां से सीखें? आधार पर लेते हैं या फिर आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया को आपके इमोशन प्रभावित करते हैं। यह देखने की बजाय कि कंपनी का प्रदर्शन और उसका फंडामेंटल कैसा है।

5- अपनी निवेश के सिद्धांत पर अडिग रहें

जब हम किसी कंपनी को निवेश के लायक समझते हैं तब हम उससे संबंधित कुछ प्रमुख निर्धारक बिंदु देखते हैं। कंपनी कितना विकास करेगी और भविष्य में कंपनी की रणनीति क्या होगी, ऐसी बहुत सारी चीजें हम समझते हैं। यह कंपनी का एक्सपेंसन प्रोजेक्ट, रेवेन्यू ग्रोथ, मार्केट शेयर गेन, प्रोडक्ट की आगे वैल्यू एडिशन जैसे महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं। यदि इनमें से किसी भी चीज को आप निवेश के बाद गड़बड़ होते हुए पाते हैं तो तुरंत समीक्षा करिए।

6. घाटे से डरिए मत, सीखिए

हां, यह हर निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसे सीखना और इससे बचना। सभी लोग कभी न कभी, किसी न किसी स्टॉक में गलत निर्णय ले लेते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है। यह हमारे सीखने की प्रक्रिया का भी हिस्सा है। अगर कभी आप गलत शेयर ले लिए हैं और घाटा हो रहा है तो घाटे से डरिए मत, उससे निकल लीजिए। ज्यादा देर मत करिए और किसी दूसरे स्टॉक में मौका देखिए। घाटे से डरिए मत, सीखिए.

7. पेनी स्टॉक से बचना चाहिए
अक्सर नए निवेशक जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में पेनी स्टॉक में पैसा लगा देते हैं. किसी दूसरे का सुन के कि इस 2 रुपए के स्टॉक ने 6 महीने में 500 फीसदी रिटर्न दिया, निवेश नहीं करना चाहिए. सैमको सिक्योरिटी के रिसर्च हेड उमेश मेहता कहते हैं पेनी स्टॉक जब चढ़ता है या उसमें अपर सर्किट लगने लगता है तो लोग पैसा लगाने के लिए जल्दीबाजी करने लगते है. लेकिन जब पेनी स्टॉक गिरता है या उसमें लोअर सर्किट लगता है तो निवेशक शेयर बेट भी नहीं पाते औऱ घाटा उठाना पड़ता है. इसलिए हमेशा फंडामेंटली मजबूत कंपनियों में निवेश करें.
8- जल्दी से जल्दी करोड़पति बनने की चाहत वाले शेयर बाजार से दूर रहें
अक्सर नए निवेशक शेयर बाजार में रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं. वो किसी और का सुन रख होते हैं या फिर बाजार को सट्टा का अड्डा समझते है. ऐसा सोचने वालों को बाजार से दूर रहना चाहिए. शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए औऱ लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.
9 - नए निवेशकों को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए
वर्तमान में बाजार में बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव है. सामान्य परिस्थिति में भी नए निवेशक को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए. यहीं जल्दी पैसा डूबता है. क्योंकि आपको बाजार का लंबा अनुभव औऱ ज्ञान नहीं है. बारिकियां नहीं पता है. लिहाजा घाटा होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है. इसलिए बेहतर कंपनी में निवेश करें न कि इंट्रा डे ट्रेडिंग करें.
10- जितना पैसा लगाइए उतना ही ज्यादा पढ़िए
शेयर बाजार में आप जितना ज्यादा पैसा लगा रहे हैं उतना ही ज्यादा पढ़िए. मार्केट, कंपनी, रिजल्ट, विशेषज्ञों की सलाह, ग्लोबल मार्केट का रूख इन सारी चीजों के बारे में जितना जानेंगे, आपके लिए बेहतर होगा.

(डिसक्लेमर- विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर यह सुझाव दिया गया. निवेश अपने हिसाब से करें)

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शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना लगता है इनकम टैक्स, स्टॉक्स में पैसे लगाने से पहले ये जानना है जरूरी

शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना लगता है इनकम टैक्स, स्टॉक्स में पैसे लगाने से पहले ये जानना है जरूरी

अगर आप भी शेयर बाजार में पैसे लगाते हैं तो आपको इसका टैक्स सिस्टम पता होना चाहिए. शेयर बाजार में लोग कई तरह से कमाई करते हैं और अलग-अलग तरीकों से हुई कमाई पर टैक्स भी अलग-अलग तरीके से लगता है.

कोरोना काल में पहले तो शेयर बाजार (Share Market) बुरी तरह टूटा, लेकिन फिर उसमें तगड़ी तेजी भी देखने को मिली. इस तेजी की एक वजह यह भी रही कि पहले की तुलना में अधिक लोगों ने शेयर बाजार में पैसा लगाना शुरू कर दिया. कुछ साल पहले की तुलना में अब बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में पैसे लगाते हैं. बीएसई से पहले 5 करोड़ इन्वेस्टर करीब 12 सालों में जुड़े, जबकि महज दो सालों में ही 5 करोड़ और इन्वेस्टर जुड़ गए. यानी अब शेयर बाजार में पैसे लगाने वाले बहुत अधिक बढ़ चुके हैं. ऐसे में ये जानना भी बहुत जरूरी है कि शेयर बाजार से जो कमाई होती है, उस पर कितना इनकम टैक्स (Taxation on Share Market Earning) लगता है.

सबसे पहले बात इंट्रा-डे की

कोरोना काल में ऐसे बहुत सारे लोग शेयर बाजार से जुड़े, जिनका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि ट्रेडिंग करना था. बता दें जब लोग शेयर बाजार में कम इंट्रा डे कहां से सीखें? समय के लिए पैसे लगाते हैं और मुनाफा मिलते ही उन्हें बेच देते हैं, उसे ट्रेडिंग कहते हैं. यह ट्रेडिंग एक दिन से लेकर कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों तक के लिए भी की जाती है. अगर कोई शख्स एक ही दिन में शेयर को खरीदकर उसे बेच भी देता है, तो इसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं. अगर आप इंट्रा-डे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स देना होगा. यानी अगर आपकी कुल कमाई 2.5 लाख रुपये से भी कम है तो आप पर कोई टैक्स नहीं लगेगा, जबकि इससे ऊपर की कमाई पर आपको स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना पड़ेगा.

फ्यूचर-ऑप्शन ट्रेडिंग पर कैसे लगता है टैक्स

अगर आप फ्यूचर या ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो भी आप पर इंट्रा डे की तरह ही टैक्स लगेगा. यानी फ्यूचर या ऑप्शन ट्रेडिंग से आपको जो मुनाफा होगा, उस पर आपको खुद पर लगने वाले टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा. बता दें कि फ्यूचर-ऑप्शन ट्रेडिंग के तहत आप बाद की यानी आने वाले दिनों की किसी तारीख के लिए डील फाइनल करते हैं. फ्यूचर के तहत अगर आप कोई स्टॉक लेते हैं तो आपको उस डील में फायदा हो या नुकसान, आप समय से पहले उससे बाहर नहीं निकल सकते. वहीं ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको अगर नुकसान होने लगता है तो आप डील छोड़ सकते हैं. इनका इस्तेमाल सबसे ज्यादा हेजिंग के लिए होता है, लेकिन बहुत से ट्रेडर इसे मुनाफा कमाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं.

शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर कैसे लगता है टैक्स?

अगर आप किसी शेयर को अपने पोर्टफोलियो में कम से कम 1 दिन या अधिक से अधिक 364 दिन मतलिब 1 साल से कम तक रखते हैं तो उसे शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स कहा जाता है. इस पर आपको फ्लैट 15 फीसदी का टैक्स देना होता है. हालांकि, अगर आपकी कमाई 2.5 लाख रुपये से कम है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा, लेकिन कमाई उससे ऊपर बढ़ते ही फ्लैट 15 फीसदी टैक्स लगेगा, भले ही आप किसी भी स्लैब के दायरे में आते हों.

लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन हुआ तो कैसे लगेगा टैक्स?

ऐसे भी बहुत सारे लोग हैं जो शेयर बाजार में 1 साल से अधिक की अवधि के लिए शेयर खरीदते हैं. इसे ही निवेश कहा जाता है. बड़े-बड़े दिग्गज निवेशक हर किसी को निवेश की सलाह ही देते हैं. अगर आपको कैपिटल गेन होता है तो उस पर आपको 1 लाख रुपये तक पर कोई टैक्स नहीं चुकाना होगा. वहीं अगर आपकी कमाई इससे अधिक होती है तो उस पर फ्लैट 10 फीसदी टैक्स चुकाना होगा. इसमें भी इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस टैक्स स्लैब में आते हैं. हालांकि, अगर आपकी कमाई 2.5 रुपये तक ही है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा.

कई गुना सब्सक्राइब हो जाए IPO तो कैसे होता है अलॉटमेंट, जानिए कहां करें चेक कि शेयर मिला या नहीं

Share Market Today, 04 April 2022: बाजार में धमाकेदार उछाल, निवेशक मालामाल

डिंपल अलावाधी

Share Market News Today (आज का शेयर बाजार), 04 April 2022: आज शेयर बाजार में धमाकेदार उछाल दर्ज किया गया। सेंसेक्स निफ्टी दोनों अच्छी बढ़त के साथ बंद हुए।

Share Market Today: Sensex Nifty Today

Share Market News Today, 04 April 2022: आज सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी, दोनों सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स जहां 1335.05 अंक (2.25 फीसदी) बढ़कर 60,611.74 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का निफ्टी 382.95 अंक (2.17 फीसदी) उछलकर 18,053.40 के स्तर पर बंद हुआ।

डॉलर के मुकाबले रुपये में बढ़त
सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे बढ़कर 75.55 पर बंद हुआ। इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में, स्थानीय इकाई ग्रीनबैक के मुकाबले 75.77 के स्तर पर खुली और 75.42 की इंट्रा-डे हाई और 75.79 की कम देखी गई। वित्त वर्ष 22 के आखिरी कारोबारी सत्र गुरुवार को रुपया 16 पैसे की बढ़त के साथ 75.74 पर बंद हुआ था।

बाजार में आज कहां दिखा एक्शन, किन शेयर्स और सेक्टर्स पर रहा फोकस, जानिए इस रिपोर्ट में-

बीएसई पर ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल-

आइए डालते हैं सेक्टोरल इंडेक्स पर एक नजर-

  • बैंक - 4 फीसदी उछाल
  • ऑटो - 1.19 फीसदी उछाल
  • फाइनेंस सर्विस - 4.64 फीसदी उछाल
  • एफएमसीजी - 1.31 फीसदी उछाल
  • आईटी - 0.27 फीसदी उछाल
  • मीडिया - 1.41 फीसदी उछाल
  • मेटल - 1.99 फीसदी उछाल
  • फार्मा - 1.54 फीसदी उछाल
  • पीएसयू बैंक - 0.96 फीसदी उछाल
  • प्राइवेट बैंक - 3.92 फीसदी उछाल
  • रियल्टी - 0.34 फीसदी उछाल

बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,72,43,856.28 करोड़ रुपये हो गया। आज सभी सेक्टर्क हरे निशान पर बंद हुए।

शुरुआती कारोबार में भी हरे निशान पर थे सेंसेक्स-निफ्टी
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 599.50 अंक (1.01 फीसदी) बढ़कर 59876.19 के स्तर पर खुला था। इस दौरान निफ्टी 150.40 अंक (0.85 फीसदी) ऊपर 17820.90 पर था।

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