कैसे शेयर बाज़ार (stock market) में निवेश करें
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Ara Oghoorian, CPA. आरा ओघूरियन एक सर्टिफाइड फिनेंसिअल अकाउंटेंट (CFA), सर्टिफाइड फिनेंसिअल प्लानर (CFP), एक सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट (CPA), और ACap Advisors & Accountants, जो एक बुटीक वेल्थ मैनेजमेंट और लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में फुल सर्विस एकाउंटिंग फर्म के संस्थापक हैं। वित्तीय उद्योग में 26 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, आरा ने 2009 में ACap Asset Management की स्थापना की। उन्होंने पहले फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ सैन फ्रांसिस्को, यूएस डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी, और रिपब्लिक ऑफ़ आर्मेनिया में वित्त और अर्थव्यवस्था मंत्रालय के साथ काम किया है। सैन फ्रांसिस्को स्टेट यूनिवर्सिटी से आरा ने एकाउंटिंग और फाइनेंस में BS की डिग्री प्राप्त की है, फेडरल रिजर्व बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के माध्यम से एक कमीशन बैंक परीक्षक है, चार्टर्ड फाइनेंसियल एनालिस्ट डेसिग्नेशन पर कार्यरत है, एक प्रमाणित वित्तीय नियोजक™ प्रैक्टिशनर है, और एक सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट लाइसेंस रखती है, एक नामांकित एजेंट, और 65 लाइसेंस की सीरीज़ रखते हैं।
यहाँ पर 36 रेफरेन्स दिए गए हैं जिन्हे आप आर्टिकल में नीचे देख सकते हैं।
यह आर्टिकल १४,१४० बार देखा गया है।
यह कोई संयोग नहीं है कि ज्यादातर अमीर लोग शेयर बाज़ार (stock market) में निवेश करते हैं। इसमें तकदीरें बनती और बिगड़ती भी है, लेकिन स्टॉक में निवेश आर्थिक सुरक्षा, स्वतंत्रता, तथा पीढ़ियों के लिए घर एकत्रित करने का सबसे बढ़िया तरीका है। चाहे आपने अभी-अभी बचत करना शुरू किया है या अपने रिटायरमेंट (retirement) के लिए पूंजी बचा कर रखी है, तो आपकी बचत, आपका पैसा आपके लिए बिलकुल वैसे ही कार्य करेगा जैसा आपने कार्य करके उसे कमाया है। इसमें कामयाबी के लिए, यह जरूरी है, कि आपकी स्टॉक मार्केट मतलब शेयर बाज़ार के बारे में जानकारी या समझ एकदम पक्की हो। यह लेख आपको निवेश संबंधी निर्णय की प्रक्रिया के बारे में बताएगा एवं कामयाब निवेशक बनने में मदद करेगा। यह लेख विशेष रूप से शेयरों में निवेश पर चर्चा करता है। शेयर में व्यापार के लिए, पढ़े कैसे शेयर बाज़ार में व्यापार करें। म्यूच्यूअल फंड्स के लिए, पढ़े कैसे निर्णय लें कि स्टॉक या म्यूच्यूअल फंड्स (mutual funds) खरीदें या नहीं।
Bull Market Kya Hai? | What is Bull Market in Hindi | जानिए शेयर बाजार में बुल मार्केट क्या है?
Bull Market in Hindi: इस लेख में हम विस्तार से जनेंगे कि Bull Market Kya Hai? (What is Bull Market in Hindi), बुल मार्केट की विशेषताएं क्या है? (Features of Bull Market in Hindi) और बुल मार्केट के फायदें क्या है? (Benefits of a Bull market in Hindi)
Bull Market in Hindi: एक नए इन्वेस्टर या ट्रेडर के रूप में, क्या आपने कभी बुल मार्केट (Bull Market) या बुल रन (Bull Run) के बारे में सुना है? यह शब्द स्टॉक मार्केट में काफी सामान्य है। यह उस समय की अवधि को संदर्भित करता है जब कोई एसेट की वैल्यू लगातार बढ़ती रहती है। यह घटना महीनों या वर्षों तक भी रह सकती है।
बाजार के रुझानों के बीच, एक Bull Market लगभग हर निवेशक को पसंद होता है क्योंकि यह उन्हें एक बुल मार्केट का अनुभव करने के बाद बड़े पैमाने पर प्रॉफिट कमाने का मौका देता है। इस लेख में हम विस्तार से जनेंगे कि Bull Market स्टॉक की कीमतों में क्या वृद्धि होती है Kya Hai? (What is Bull Market in Hindi), बुल मार्केट की विशेषताएं क्या है? (Features of Bull Market in Hindi) और बुल मार्केट के फायदें क्या है? (Benefits of a Bull market in Hindi)
Bull Market Kya Hai? | What is Bull Market in Hindi
Bull Market in Hindi: एक बुल मार्केट (Bull Market) को एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया जाता है जब शेयरों की कीमतें हर दिन तेजी से बढ़ती हैं और लंबे समय तक ऐसा करती रहती हैं। बुल जैसे समय में, शेयरों की कीमतें बढ़ सकती हैं और मूल्य में 20% या उससे अधिक का इजाफा हो सकता है। एक Bull Market आम तौर पर निफ्टी, सेंसेक्स इत्यादि जैसे स्टॉक मार्केट इंडेक्स से जुड़ा होता है। अगर इस तरह के सूचकांक हर दिन बढ़ते रहते हैं, तो उनसे जुड़े स्टॉक की कीमतें भी बढ़ जाती हैं, अगर कीमतें लंबे समय तक उच्च स्तर पर बनी रहती हैं, तो यह एक बुल मार्केट (Bull Market) बन जाता है।
ऐसे तो शेयर मार्केट में स्टॉक की कीमतों में वृद्धि और गिरावट आम है, लेकिन जब स्टॉक की कीमतें लगातार बढ़ती रहती है तब इसे Bull Market का नाम दिया जाता है।
बता दें कि बुल मार्केट का नाम इसलिए रखा गया क्योंकि बैल (Bull) अपने विरोधियों पर अपने सींगों को ऊपर की ओर घुमाकर हमला करते हैं, और बैल की सींगों हमेशा ऊपर की तरफ उठी हुई होती है।
बुल मार्केट कैसे काम करता है? | How does a Bull Market work?
Bull Market in Hindi: शेयर मार्केट देश की अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन को दर्शाता है। अगर देश में इकनोमिक ग्रोथ, उच्च स्तर के रोजगार, अच्छा जीडीपी ग्रोथ, हाई प्रोडक्टिविटी जैसे सकारात्मक कारक दिखाई दे रहे हैं, तो बाजार तेजी में प्रवेश कर सकता है। ऐसे समय में निवेशक देश के विकास को लेकर सकारात्मक महसूस करते हैं, और उनकी मानसिकता शेयरों में निवेश करने और बढ़ती कीमतों के आधार पर मुनाफा कमाने की होती है।
एक बार जब निवेशक बड़ी संख्या में स्टॉक खरीदने में दिलचस्पी दिखाना शुरू कर देते हैं, तो वे बुल मार्केट को और आगे बढ़ा सकते हैं। जैसा कि निवेशकों की भावना अधिक है, एक बुल मार्केट में बड़ी संख्या में कंपनियां फंड जुटाने के लिए अपने IPO लॉन्च करती हैं। एक बुल मार्केट में, यह हो सकता है कि एक कंपनी जो मौलिक रूप से मजबूत नहीं है, उसे कई बार ओवरसब्सक्राइब किया जा सकता है क्योंकि निवेशक शेयरों में निवेश करना चाहते हैं।
शेयरों में Bull Market कई हफ्तों, महीनों या सालों तक चल सकता है। यह ट्रिगरिंग कारक पर निर्भर करता है जो अर्थव्यवस्था के सकारात्मक प्रदर्शन को आगे बढ़ा रहा है। जब तक पॉजिटिव फैक्टर नेगेटिव नहीं हो जाता, तब तक शेयरों में बुल मार्केट में तेजी जारी रह सकती है
बुल मार्केट की विशेषताएं | Feature of Bull Market in Hindi
बुल मार्केट (Bull Market) में शेयर की कीमतों के हर दिन नई ऊंचाई पर चढ़ने के अलावा और भी बहुत कुछ है। बुल मार्केट का कंसेप्ट जटिल है और इसमें विभिन्न विशेषताएं शामिल हैं। यहां एक Bull Market की विशेषताएं बताई गई है-
मार्केट रैली - बुल मार्केट में शेयर की कीमतों में बुल रैली देखी जाती है, जिसे बुल रन (Bull Run) भी कहा जाता है। यह तब होता है जब शेयरों की कीमतों में भारी अंतर से वृद्धि होती है और जब तक Bull Market की जगह नहीं होती तब तक बढ़ती रहती है।
अस्थिरता - अस्थिरता Bull Market की एक और विशेषता है क्योंकि कीमतें कुछ दिनों के लिए गिर सकती हैं और फिर से बढ़ सकती हैं। उदाहरण के लिए, एक स्टॉक एक दिन में 100 अंक तक बढ़ सकता है, अगले दिन 30 अंक गिर सकता है और फिर से 70 अंक बढ़ सकता है।
उच्च निवेशक भावना - बुल मार्केट के दौरान निवेशक भावना अधिक होती है। उच्च निवेशक भावना निवेशकों को अधिक शेयर खरीदने के लिए प्रेरित करती है। ऐसा बाजार उच्च स्टॉक कीमतों को देखता है जो उनके मूल्य में लगातार वृद्धि का गवाह बनते हैं।
सकारात्मक दृष्टिकोण - बुल मार्केट के दौरान, देश के आर्थिक विकास के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण होता है। उदाहरण के लिए अगर भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है और इसमें सुधार की उम्मीद है, तो यह शेयर बाजार में रिफ्लेक्ट होता है और इसका परिणाम एक Bull Market में होता है।
बुल मार्केट के फायदें | Benefits of a Bull Market in Hindi
अगर शेयर बाजार में तेजी आती है तो ये फायदे हैं -
-
स्टॉक की कीमतों में क्या वृद्धि होती है
- एक Bull Market में भारी मुनाफा होता है क्योंकि वे Bear Market में खरीदे गए अपने शेयरों को बेच सकते हैं और मूल्य अंतर के आधार पर मुनाफे का एहसास कर सकते हैं।
- निवेशकों के उच्च निवेश और बढ़ती मांग के साथ, आर्थिक विकास में सुधार के साथ-साथ रोजगार दर में वृद्धि होती है।
- एक Bull Market निवेशकों को शार्ट टर्म प्रॉफिट कमाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। जैसे-जैसे कीमतें बढ़ती रहती हैं, निवेशक काफी मुनाफा कमा सकते हैं।
- यह पहले से कम मूल्यांकन वाले क्षेत्रों को अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान करने और निवेशकों को लाभ प्रदान करने की अनुमति देता है।
Conclusion -
अब जब आप जानते हैं कि Bull Market Kya Hai? (What is Bull Market in Hindi), बुल मार्केट की विशेषताएं क्या है? (Features of Bull Market in Hindi) और बुल मार्केट के फायदें क्या है? (Benefits of a Bull market in Hindi) तो अब आप निवेश की दुनिया में आगे बढ़ सकते हैं और समझदारी से शेयर ट्रेडिंग कर सकते है।
Share Market Today, 26 Sept 2022: बाजार स्टॉक की कीमतों में क्या वृद्धि होती है में आई सुनामी, एक्सपर्ट्स के साथ बनाइए बाजार की पक्की रणनीति
Share Market News Today (आज का शेयर बाजार), 26 September 2022: माना जा रहा है कि इस हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर, रेपो रेट में वृद्धि करेगा। यह लगातार चौथा मौका होगा जब आरबीआई महंगाई पर काबू के लिए नीतिगत दरें बढ़ाएगा। इससे बाजार की दिशा प्रभावित होगी।
Share Market Today: बाजार में आई सुनामी! एक्सपर्ट्स के साथ बनाइए पक्की रणनीति  |  तस्वीर साभार: BCCL
- इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
- शुरुआती कारोबार में सभी सेक्टर्स लाल निशान पर हैं।
- पिछले सप्ताह सेंसेक्स को 741.87 अंक या 1.26 फीसदी का नुकसान हुआ था।
Share Market News Today, 26 Sept 2022: आज हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 564.77 अंक यानी 0.97 फीसदी फिसलकर 57534.15 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 172.30 अंक यानी 0.99 फीसदी गिरकर 17155 के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार में 668 शेयरों में तेजी आई, 1622 शेयरों में गिरावट आई और 153 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बाजार के खुलने के बाद गिरावट और भी बढ़ गई और सेंसेक्स 700 अंक से भी ज्यादा लुढ़क गया।
इस हफ्ते इन कारकों से प्रभावित होगा बाजार
निवेशकों की निगाह भारतीय रिजर्व बैंक के ब्याज दरों पर लिए गए निर्णय पर रहेगी। केंद्रीय बैंक 30 सितंबर को द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा करेगा। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व और दुनिया के अन्य प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने हाल ही में ब्याज दर में वृद्धि की थी। विश्लेषकों के मुताबिक ग्लोबल मार्केट के रुख से भी बाजार प्रभावित होगा।
BSE पर लिस्टेड दिग्गज कंपनियों का ऐसा है हाल -
टॉप 10 में से 7 कंपनियों का घटा मार्केट कैप
पिछले हफ्ते सेंसेक्स की टॉप 10 में से सात कंपनियों के मार्केट कैपिटेलाइजेशन में कुल 1,34,139.14 करोड़ रुपये की गिरावट आई। सबसे ज्यादा नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को हुआ। समीक्षाधीन सप्ताह में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, बजाज फाइनेंस और आईटीसी के अलावा टॉप 10 कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में गिरावट दर्ज की गई।
कारोबार की शुरुआत में सेक्टोरल फ्रंट पर निफ्टी रियल्टी, पीएसयू बैंक, मेटल, मीडिया और ऑटो में दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट थी। इनके साथ ही निफ्टी बैंक, फाइनेंस सर्विस, एफएमसीजी, आईटी, फार्मा और प्राइवेट बैंक भी लाल निशान पर थे।
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।
Share Market: एशियाई बाजारों में गिरावट, कैसा रहेगा भारतीय शेयर मार्केट?
Share Market Prediction 3 November 2022: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट (0.75%) की वृद्धि की
Share stock Market Prediction 3 November 2022: भारतीय शेयर बाजार के आज लाल रंग में खुलने की उम्मीद है. SGX Nifty में रुझान 143 अंकों के नुकसान के साथ भारत में व्यापक सूचकांक (broader index) के लिए टूट कर खुलने का संकेत दे रहे हैं. सिंगापुर के एक्सचेंज पर निफ्टी फ्यूचर्स 18,019 के स्तर पर कारोबार कर रहा था.
फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक दर वृद्धि वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों पर और विशेष रूप से भारत जैसी बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव डालेगी. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा हर दर में बढ़ोतरी अमेरिकी निवेशकों को उभरते बाजारों से धन निकालने के लिए मजबूर करती है.
ब्याज दरों में नवीनतम बढ़ोतरी का भारतीय बाजारों पर बड़ा असर पड़ने की संभावना है जब वे गुरुवार सुबह कारोबार के लिए खुलेंगे.
प्रमुख सूचकांकों में मुक्त गिरावट देखी जा सकती है, जैसे इस साल 21 सितंबर को जब यूएस फेड ने पिछली बार प्रमुख दरों में बढ़ोतरी की थी. पहले से कमजोर रुपये पर भी असर पड़ने की संभावना है.
एशियाई बाजार
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा रेपो रेट को 75 बेसिस प्वाइंट (0.75%) बढ़ाने के निर्णय के बाद गुरुवार को एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट आई. अमेरिकी फेड के निर्णय से बाजार में ठहराव की उम्मीद थी और इससे बांड डूब गए, डॉलर मजबूत हुआ.
जापान के बाहर Asia-Pacific shares का MSCI का सबसे बड़ा सूचकांक 0.9 प्रतिशत गिरा, जिसमें दक्षिण कोरिया 1.5 प्रतिशत नीचे था. जापान का निक्केई छुट्टी के दिन बंद रहा.
अमेरिकी बाजार
अमेरिकी स्टॉक बुधवार को तेजी से कम हो गया, क्योंकि फेडरल बैंक के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों ने फेड पॉलिसी पर निवेशकों के आशावाद को तोड़ दिया. फेड ने ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि की, लेकिन संकेत दिया कि जल्द ही और कई छोटी बढ़ोतरी हो सकती है.
डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 505.44 अंक या 1.55 प्रतिशत गिरकर 32,147.76 पर, S&P 500 96.41 अंक या 2.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,759.69 पर और Nasdaq Composite 366.05 अंक या 3.36 प्रतिशत गिरकर 10,524.80 पर बंद हुआ.
कल कैसा था भारतीय बाजार का हाल?
भारतीय में बुधवार, 2 नवंबर को बिकवाली देखने को मिली. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में बंद हुए. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 215.26 अंक कमजोर होकर 60,906.09 पर बंद हुआ. वहीं, NSE निफ्टी (Nifty) 62.55 अंक गिरकर 18,082.85 पर बंद हुआ. भारतीय रुपया 19 पैसे की कमजोरी के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.78 पर बंद हुआ.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)
Paytm के शेयरों में जोरदार तेजी, इस वजह से आज रॉकेट बना स्टॉक
Paytm Share Today: पेटीएम के शेयरों में आज जोरदार तेजी दर्ज की गई. एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि आने वाले महीनों में ये 600 रुपये के पार जा सकता है. पेटीएम के शेयर पिछले साल नवंबर में स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए थे.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 09 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 09 दिसंबर 2022, 1:48 PM IST)
पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications) के शेयरों में शुक्रवार को जोरदार तेजी देखने को मिली. पेटीएम के शेयरों ने आज के कारोबार के दौरान करीब सात फीसदी की जोरदार छलांग लगाई है. आज की तेजी के साथ लगातार चार दिनों की गिरावट पर ब्रेक लगा और पेटीएम के शेयर 547.40 रुपये के स्तर पर पहुंच गए. बीते दिन पेटीएम के शेयर 508.40 रुपये पर क्लोज हुए थे. आज इस स्टॉक ने 547.40 रुपये का इंट्रा डे हाई बनाया.
60 फीसदी टूटा है स्टॉक
पेटीएम का स्टॉक अपने पिछले क्लोजिंग के मुकाबले 7 प्रतिशत चढ़कर 547.40 रुपये के दिन के उच्च स्तर पर पहुंचा. बीएसई (BSE) पर आज कुल 5.99 लाख शेयरों ने हैंड बदले, जिनका कुल कारोबार 31.88 करोड़ रुपये था. कंपनी का एम-कैप (Mcap) 34,333.84 करोड़ रुपये रहा. पिछले पांच सत्रों में स्टॉक में 2.57 फीसदी की गिरावट आई थी. साल दर साल (YTD) आधार पर ये स्टॉक करीब 60 फीसदी टूटा है.
सम्बंधित ख़बरें
2023 तक 'वर्क फ्रॉम होम' पर सरकार की मुहर, कंपनियों को रखना होगा हिसाब!
रतन टाटा के मैनेजर शांतनु का इमोशनल पोस्ट, 'पता नहीं कौन सी मुलाकात आखिरी हो'
अब नहीं रिजेक्ट होगा PF क्लेम! EPFO के सख्त निर्देश- समय से मिलेगा पैसा
पोस्ट ऑफिस की गारंटी वाली स्कीम, 10000 रुपये महीने जमाकर पाएं 16 लाख
LIC की इस स्कीम में 54 लाख मिलने की गारंटी, रोज करना होगा 253 रुपये जमा!
सम्बंधित ख़बरें
स्टॉक ने क्यों लगाई छलांग?
बिजनेस टुडे में छपी खबर के अनुसार, आईडीबीआई कैपिटल के कैपिटल हेड एके प्रभाकर ने कहा, 'बायबैक प्रपोजल के ऐलान की वजह से पेटीएम के शेयरों में तेजी आई है.' फिनटेक कंपनी पेटीएम इक्विटी शेयरों के बायबैक के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 13 दिसंबर को बोर्ड की बैठक आयोजित करने वाली है. शेयर बायबैक प्रक्रिया के तहत एक कंपनी अपने शेयरों को निवेशकों या शेयरधारकों से वापस खरीदती है. आमतौर इसकी कीमत मार्केट प्राइस से अधिक होती है.
क्या अभी खरीदना चाहिए?
Tips2trades की पवित्रा शेट्टी ने कहा- अपने 52 वीक के निचले स्तर से एक अच्छी रिकवरी के बाद पेटीएम के शेयर की कीमत फिर से 548-565 रुपये के मजबूत जोन में नजर आ सकती है. जिन निवेशकों ने निचले स्तर के करीब शेयर खरीदे थे, उन्हें मौजूदा लेवल पर प्रॉफिट बुक करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि खरीदारी तभी शुरू की जा सकती है, जब से स्टॉक रोजाना 565 रुपये से ऊपर क्लोज होने लगे या फिर 490 रुपये तक की गिरावट की प्रतिक्षा करें.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केटिंग स्ट्रेटजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा- 'पेटीएम की हालिया रिकवरी रैली एक उचित रिवर्सल पैटर्न को आकार देने की कोशिश कर रही है. इससे हमें 1 से 2 महीने की समय सीमा के भीतर 575 रुपये से 626 रुपये के लिए स्काउट करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.'
पिछले साल हुई थी लिस्टिंग
Paytm IPO का इश्यू साइज 18,300 करोड़ रुपये था और इसके लिए प्राइस बैंड 2080 रुपये से 2150 रुपये तक तय किया गया था. लेकिन पेटीएम के स्टॉक्स शेयर बाजार में नवंबर 2021 में 9 फीसदी के डिस्काउंट के साथ 1,950 रुपये पर लिस्ट हुए थे.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 600