वृत्ताकार धारावाही कुण्डली की अक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र Magnetic Field on the axis of current carrying circular coil
प्रस्तावना : हम पिछले टॉपिक में वृत्ताकार कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का अध्ययन कर चुके है और इसके सूत्र की स्थापना कर चुके है अब बात करते कुंडली के अक्ष पर चुंबकीय क्षेत्र कितना होगा और इसका सूत्र क्या होगा।
माना किसी a त्रिज्या वाली वृताकार कुंडली में I विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है , इस कुण्डली के कारण x दूरी पर स्थित किसी बिन्दु P पर हमें चुम्बकीय क्षेत्र ज्ञात करना है।
सम्पूर्ण वृत्ताकार कुंडली के कारण P पर चुंबकीय क्षेत्र का मान ज्ञात करने के लिए कुण्डली को अल्पांश में विभाजित कर सभी अल्पांश के कारण P पर चुंबकीय क्षेत्र की गणना कर सबको आपस में जोड़ने से हमें P पर सम्पूर्ण कुंडली के कारण कुल चुंबकीय क्षेत्र का मान प्राप्त हो जायेगा।
हमने चित्रानुसार बिंदु A तथा B पर दो अल्पांश dl लिए है , तथा बिंदु A तथा B की P तक की दुरी r है। हम बायो सावर्ट का नियम प्रयोग करके इन अल्पाँशो के कारण P पर चुंबकीय क्षेत्र की गणना करेंगे तत्पश्चात कुल चुम्बकीय क्षेत्र का मान ज्ञात करेंगे।
अतः बायो सावर्ट का नियम से सम्पूर्ण कुण्डली के कारण बिन्दु P पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान ज्ञात करने के लिए अल्पांश वाले मान को 0 से 2πa तक समाकलन कर देते है क्योंकि कुंडली की परीधि 2πa है।
वृत्ताकार धारावाही कुंडली के अक्ष पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र : माना a त्रिज्या की एक वृत्ताकार कुण्डली में I धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली में तार के N फेरे है। कुंडली के केंद्र O से x दूरी पर अक्षीय स्थिति में एक बिंदु P पर हमें चुम्बकीय क्षेत्र ज्ञात करना है। P पर कुंडली द्वारा अंतरित अर्द्ध शीर्ष कोण θ है। पहले हम एक लूप पर विचार करते है। माना लूप के व्यास NM के बिन्दुओ N और M पर समान लम्बाई dl के दो अल्पांश है। इन अल्पांशों की बिंदु P से दूरी यदि r हो तो N पर स्थित अल्पांश के कारण P पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र
इसी प्रकार M पर स्थित समान लम्बाई के अल्पांश के कारण P पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र
चित्र से स्पष्ट है कि केंद्र O के दोनों ओर सममित में लिए गए समान लम्बाई (dl) के दो अल्पांशों द्वारा बिंदु P पर समान परिमाण के चुम्बकीय क्षेत्र dB1 और dB2 उत्पन्न होते है। इन दोनों के निरक्षीय घटक dB1cosθऔर dB2cosθ परिमाण में समान और दिशा में विपरीत होने के कारण एक दुसरे को निष्प्रभावित कर देते है तथा अक्षीय घटक dB1sinθऔर dB2sinθ जुड़कर अक्षीय क्षेत्र प्रदान करते है। इस प्रकार अक्षीय क्षेत्र केवल अक्षीय घटक dBsinθ के कारण ही मिलता है।
चूँकि बिंदु P पर पूरी रिंग के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र
B = u0.I.a 2 /2(a 2 + x 2 ) 3/2
अत: कुण्डली में N फेरे है अत: कुंडली की अक्ष पर उसके केंद्र से x दूरी पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र
B = u0.N.I.a 2 /2(a 2 + x 2 ) 3/2
सामने से देखने पर यदि धारा वामावर्त दिशा में बहती हुई प्रतीत होती है तो उक्त क्षेत्र की दिशा कुंडली के तल के लम्बवत बाहर की तरफ होगी तथा यदि धारा दक्षिणावर्त दिशा में बहती हुई प्रतीत होती है तो उक्त क्षेत्र की दिशा कुंडली के तल के लम्बवत अन्दर की ओर होगी।
कुंडली के अक्षीय चुम्बकीय क्षेत्र का केंद्र O से दूरी के साथ परिवर्तन चित्र में दिखाया गया है।
B = u0.N.I.a 2 /2(a 2 + x 2 ) 3/2 से स्पष्ट है कि
(i) जब x = 0 तो B = u0.N.I/2a
जो कि चुम्बकीय क्षेत्र का अधिकतम मान है अत: चुम्बकीय क्षेत्र का मान कुंडली के केंद्र पर अधिकतम होता है।
(ii) केंद्र O से बिंदु P की दूरी x बढ़ने पर B का मान घटता है।
(iii) जब x = ± ∞ तो B = 0 अर्थात अनंत पर B का मान शून्य हो जाता है।
(iv) दूरी के साथ चुम्बकीय क्षेत्र के परिवर्तन की दर अर्थात dB/dx सभी स्थानों पर एक समान नहीं होती है।
x = ± a/2 पर dB/dx का मान अधिकतम होता है।
प्रश्न : 10 सेंटीमीटर त्रिज्या की 100 कसकर लपेटे गये फेरों की किसी ऐसी कुण्डली पर विचार कीजिये जिसमें एक एम्पियर विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली के केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है ?
उत्तर : B = 6.28 x 10 -4 T
प्रश्न : एक वृत्ताकार खण्ड की त्रिज्या 20 सेंटीमीटर है और यह अपने केंद्र पर 45 डिग्री का कोण बनाता है। धुरी बिंदु क्या हैं? यदि खंड में 10 एम्पियर की धारा प्रवाहित की जाए तो केंद्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का मान और दिशा ज्ञात कीजिये ?
उत्तर : चुंबकीय क्षेत्र B = 3.925 x 10 -6 T
दिशा : चित्र के अनुसार वृत्तीय चाप में धारा दक्षिणावर्त है अत: केंद्र O पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा खंड के तल के लम्बवत निचे की ओर होगी। यदि धारा की दिशा वामावर्त होती है तो चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा खण्ड के तल के लम्बवत ऊपर की ओर होगी।
Upcoming IPO: अगले हफ्ते कमाई का बंपर मौका, खुलने वाले हैं 1800 करोड़ के ये 3 आपीओ
IPO Time: अगले हफ्ते आईपीओ मार्केट में जोरदार हलचल रहने वाली है. अगले हफ्ते करीब 1800 करोड़ रुपये वैल्यू के 3 इश्यू खुलने जा रहे हैं.
IPO Market: अगर आप आईपीओ मार्केट में अबतक कमाई करने से चूक गए हैं तो टेंशन धुरी बिंदु क्या हैं? न लें.
IPO Market Alert: अगर आप आईपीओ मार्केट में अबतक कमाई करने से चूक गए हैं तो टेंशन न लें. अगले हफ्ते आईपीओ मार्केट में जोरदार हलचल रहने वाली है. अगले हफ्ते करीब 1800 करोड़ रुपये वैल्यू के 3 इश्यू खुलने जा रहे हैं. इनमें 12 दिसंबर से 15 दिसंबर तक पैसा लगाया जा सकता है. जिन 3 कंपनियों के आर्अपीओ अगले हफ्ते आ रहे हैं, उनमें Sula Vineyards, Abans Holdings और Landmark Cars शामिल हैं. प्राइमरी मार्केट में जिस तरह का ट्रेंड है, उस लिहाज से इनमें निवेशक पैक्से लगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं.
Sula Vineyards IPO
शराब बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) का आईपीओ 12 दिसंबर से 14 दिसंबर तक खुला रहेगा. कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 340-357 रुपये तय किया है. आईपीओ का साइज 960 करोड़ रुपये धुरी बिंदु क्या हैं? है. यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) पर बेस्ड है. इसके तहत, प्रमोटर, इन्वेस्टर और अन्य शेयरधारकों द्वारा कुल 26,900,532 इक्विटी शेयरों की बिक्री की जाएगी. Sula Vineyards आईपीओ का लॉट साइज 42 शेयर है. रिटेल इन्वेस्टर 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है. यानी अधिकतम 546 शेयरों के लिए 194,922 रुपये निवेश कर सकते हैं.
सुला विनेयार्ड्स रेड, व्हाइट और स्पार्कलिंग वाइन बनाने वाली मार्केट ली़डर है. यह सुला के अलावा रासा, डिंडोरी, द सोर्स, सतोरी, मडेरा और डिया ब्रॉन्ड नाम से वाइन की बिक्री करती है. यह 13 ब्रॉन्ड की 56 अलग-अलग लेबल की वाइन तैयार करती है. कंपनी का मुनाफा 30 सितंबर, 2022 को समाप्त छमाही में कई गुना बढ़कर 30.51 करोड़ रुपये रहा है.
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Sula Vineyards ने तय किया अपने IPO का प्राइस बैंड, 12 दिसंबर को खुलेगा इश्यू, कंपनी से जुड़ी तमाम डिटेल
Abans Holdings IPO
फाइनेंशियल सर्विस मुहैया कराने वाली फर्म Abans Holdings का आईपीओ भी 12 दिसंबर को खुलेगा, यह 15 दिसंबर को बंद होगा. प्राइस बैंड 256-270 रुपये प्रति शेयर है. आईपीओ का साइज 345.60 करोड़ रुपये है. इस आईपीओ के तहत 102 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा, प्रमोटर अभिषेक बंसल द्वारा 243.60 करोड़ के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत की जाएगी.
Abans Holdings IPO का लॉट साइज 55 शेयर है. एक निवेशक 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है. अपर प्राइस बैंड के हिसाब से अधिकतम 715 शेयर के लिए 193,050 रुपये निवेश किया जा सकता है. आर्यमन फाइनेंशियल सर्विसेज इस इश्यू का एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है. कंपनी एक डायवर्सिफाइड ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विस बिजनेस संचालित करती है.
Landmark Cars IPO
ऑटोमोबाइल डीलरशिप चेन Landmark Cars Ltd का आईपीओ 13 से 15 दिसंबर 2022 तक खुलेगा. आईपीओ का साइज 552 करोड़ रुपये है. आईपीओ के लिए 481-506 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड है. आईपीओ के तहत 150 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. वहीं, 402 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत की जाएगी.
लैंडमार्क कार्स आईपीओ का लॉट साइज 29 शेयर है. एक रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है. अपर प्राइस बैंड के हिसाब से अधिकतम 377 शेयरों के लिए 190,762 रुपये निवेश किया जा सकता है.
TPG समर्थित लैंडमार्क कार्स मर्सिडीज-बेंज, होंडा, जीप, फाक्सवैगन और रेनॉल्ट के डीलरशिप के साथ भारत में एक प्रमुख प्रीमियम ऑटोमोटिव रिटेल बिजनेस है. लैंडमार्क कार की ऑटोमोटिव रिटेल वैल्यू चेन में मौजूदगी है, जिसमें नए वाहनों की बिक्री, बिक्री के बाद सर्विस और रिपेयर, स्पेयर पार्ट्स, लुब्रिकेंट्स और एसेसरीज, व यात्री वाहनों की बिक्री शामिल है.
नींद में चलने की कला
नई दिल्ली, 10 दिसंबर भारतीय क्रिकेट इस समय संकट के घेरे में है। लगातार करारी हार और नजदीकी बचाव सुर्खियां बने हुए हैं। भारतीय जमीन पर पाटा विकेटों पर जीत को छोड़ दिया जाए तो पिछले कुछ वर्षों में विदेशी
नई दिल्ली, 10 दिसंबर भारतीय क्रिकेट इस समय संकट के घेरे में है। लगातार करारी हार और नजदीकी बचाव सुर्खियां बने हुए हैं। भारतीय जमीन पर पाटा विकेटों पर जीत को छोड़ दिया जाए तो पिछले कुछ वर्षों में विदेशी जमीन पर भारत का रिकॉर्ड निराशाजनक है। उलझन में पड़ा बोर्ड, समझ से बाहर कोचिंग सपोर्ट स्टाफ, एक चयन समिति जो नहीं जानती है कि क्या करना है (इसे तब से बाहर कर दिया गया है), एक उम्रदराज लाइन अप, जिसमें 35 वर्ष की उम्र के खिलाड़ी सफेद बॉल क्रिकेट के बदलते स्वरुप से तालमेल बैठाने की कोशिश कर रहे हैं, अपनी उपलब्धता के बावजूद नयी पीढ़ी को पर्याप्त मौके नहीं दिए जा रहे हैं और एक ऐसा पारिस्थितिक तंत्र जो चीजों को ढकने का काम करता है, मौजूदा हालत के लिए जिम्मेदार है।
असंख्य प्रयोग, खिलाड़ियों को हटाना और बदलाव, उन्हें हाशिये पर रखना इस गिरावट के लिए जिम्मेदार है। और गेंदबाज,जैसे कुलदीप यादव और उमरान मलिक, जो कुछ कर दिखाने में सक्षम हैं, उन्हें दरकिनार किया जाता है। हमें पूर्व से जुडी इस नाल को काटना होगा, अभी।
भारतीय क्रिकेट की इस अविश्वसनीय दुनिया में अव्यवस्था और अफरातफरी है। लगातार दो टी20 विश्व कप में यह विफलता दिखाई दी है।
2008 में एमएस धोनी से सीखे सबक, जब उन्होंने बोर्ड से कहा था कि सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण फील्ड पर धीमे हैं उन्हें निकालना होगा जब सीबी सीरीज के लिए टीम चुनी जा रही थी। यह विश्लेषण उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में एक युवा टीम के साथ पहला टी20 विश्व कप जीतने के बाद निकाला था।
गौतम गंभीर, रोबिन उथप्पा, रोहित शर्मा, इरफान पठान, युसूफ पठान, आरपी सिंह, दिनेश कार्तिक और एक अनजान जोगिन्दर शर्मा ऐसे युवा खिलाड़ी थे जिन्हे इस नए छोटे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था। जब तक कामनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय सीरीज 2008 में आयी तब तक धोनी ने अपने इस ²ष्टिकोण को भारतीय क्रिकेट में 50 ओवर में लागू करने का फैसला भी कर डाला।
सचिन तेंदुलकर, वीरेंदर सहवाग और युवराज सिंह को छोड़कर एमएसडी ने फिर से युवाओं पर अपना भरोसा जताया क्योंकि वह जानते थे कि वे सफेद गेंद क्रिकेट के लिए जरूरी ऊर्जा को लाते हैं।
टीम की धुरी वही थी जो टी20 विजेता टीम में थी- उथप्पा, कार्तिक, रोहित शर्मा, गौतम गंभीर, सुरेश रैना, इरफान पठान, श्रीसंथ जबकि इशांत शर्मा और मुनाफ पटेल इसमें जोड़े गए और प्रवीण कुमार ने जोगिन्दर शर्मा की जगह ले ली। यह टीम 2011 और 2013 में धोनी की कप्तानी में आईसीसी ट्रॉफी विजेता टीमों का केंद्र बिंदु बन गयी। इस अवधि में भारत सफेद गेंद का गॉडजिला बन धुरी बिंदु क्या हैं? गया।
शिखर धवन 37 साल के हैं, रोहित शर्मा 35 से 36 के होने जा रहे हैं, विराट कोहली 34 के हैं, रवि अश्विन 36 के हैं दिनेश कार्तिक द फिनिशर 38 के हो चुके हैं, शार्दुल ठाकुर 31, मोहम्मद शमी 32 और केएल राहुल 32 के हो चुके हैं-ये सभी भारतीय क्रिकेट की काफी सेवा कर चुके हैं लेकिन अब सफेद बॉल ढांचे का हिस्सा नहीं रह सकते हैं। अगले दो वर्ष दो और विश्व कप-20 और 50 ओवर में एक-एक होना है। इन खिलाड़ियों को कोई फैसला करना होगा।
अब सपोर्ट स्टाफ को जांच लेते हैं। राहुल द्रविड़, भारत के महानतम बल्लेबाज, ने प्रतिभा ढूंढने के लिए सराहनीय काम किया है, लेकिन सफेद गेंद क्रिकेट में उन्हें मार्गदर्शक चाहिए।
बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ खिलाड़ी के रूप में एक नौसखिये थे और मुझे समझ नहीं आता कि उन्हें क्यों जारी रखा हुआ है। वह टीम की बल्लेबाजी इकाई को आखिर क्या जानकारी उपलब्ध कराते हैं।
भारत के हालिया रिकॉर्ड को देखा जाए तो यूएई में टी20 विश्व कप में जल्दी बाहर हो गए, एशिया कप में बुरी तरह पिट गए और ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने इतनी बुरी तरह धो डाला कि माइकल वान को कहना पड़ गया, भारतीय सफेद बॉल क्रिकेट में ऐसे खेल रहे हैं जो सदियों पुरानी शैली हो चुकी है। ये शब्द चुभते हैं लेकिन ये सही कहानी बयां करते हैं।
इस वर्ष जुलाई तक भारत 2021 विश्व कप से 30 मैचों में 40 खिलाड़ी आजमा चुका है, 27 खिलाड़ी 16 टी20 में, 21 खिलाड़ी छह वनडे में और आठ टेस्ट में। यह अत्यधिक कांटछांट है। यह असुरक्षा की भावना को जन्म देती है तथा युवा खिलाड़ियों को कम मौके देती है जैसे शुभमन गिल और संजू सैमसन।
खेल के सभी प्रारूप में हारने का तरीका और भी ज्यादा तकलीफदेह है और बांग्लादेश से हाल की पराजय और भी ज्यादा तकलीफ देती है।
मैं अपनी बात को साबित करने के लिए वान के शब्दों पर वापस लौटता हूं। इंडियन प्रीमियर लीग से गुजरने वाला हर खिलाड़ी कहता है कि किस तरह आईपीएल से उसके खेल में सुधार आया है लेकिन भारत ने क्या किया है। 2011 में वनडे विश्व कप जीतने के बाद से भारत सफेद बॉल क्रिकेट में सदियों पुरानी शैली में खेल रहा है।
कलाई के स्पिनर का इस्तेमाल नहीं करना चौंकाता है जवकि दुनिया में हर टीम उसका इस्तेमाल कर रही है। एक तूफानी गेंदबाज के होने के बावजूद उसका इस्तेमाल नहीं करना हैरानी में डालता है। बल्लेबाजी क्रम के साथ लगातार छेड़छाड़ करना और ईशान किशन, पृथ्वी शॉ, रजत पाटीदार और अन्य बल्लेबाजों को पर्याप्त मौके न देना इस गिरावट का कारण है।
और सबसे बड़ा सवाल -ऋषभ पंत- समझ नहीं आता कि वे उसके साथ क्या करना चाहते हैं। आखिर में बात राहुल पर आती है। राहुल द्रविड़ भारतीय ढांचे में द्रविड़ वाला काम कर रहे हैं यानी वह राहुल को विकेटकीपिंग करने के लिए कह रहे हैं जबकि टीम में दो धुरी बिंदु क्या हैं? विकेटकीपर ईशान किशन और सैमसन मौजूद हैं।
भारत का किंगकांग साइज बोर्ड टीम को पूरी दुनिया में घुमा रहा है। सैमसन न्यूजीलैंड दौरे में मौजूद थे लेकिन उसके बाद जो टीम बांग्लादेश गयी, वह उसमें नहीं थे। इसके ठीक विपरीत किशन और मोहम्मद सिराज हैं, बल्लेबाजों में शुभमन गिल, दीपक हुड्डा और सूर्यकुमार यादव न्यूजीलैंड गए लेकिन बांग्लादेश नहीं। रजत पाटीदार और राहुल त्रिपाठी बांग्लादेश गए लेकिन न्यूजीलैंड नहीं।
सोच प्रक्रिया के बारे में सोचिये। न्यूजीलैंड में दो कलाई के स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव गए लेकिन बांग्लादेश में कोई नहीं।
सफेद बॉल क्रिकेट में एक नयी टीम, नया कप्तान और नया कोचिंग ढांचा प्राथमिकता है। क्या बीसीसीआई में कोई यह सुन रहा है।
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धुरी बिंदु क्या हैं?
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एक्सिस माई इंडिया-टीवीटीएन एग्जिट पोल : Himachal में कांग्रेस मारी सकती हैं बाजी !
हिमाचल प्रदेश न्यूज डेस्क . दिल्ली में 4 दिसंबर को हुई वोटिंग में कुल 250 वाडरें में 50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी को क्रमश: 69-91 सीटें और कांग्रेस पार्टी को 3-7 सीटों की हिस्सेदारी हासिल करने का अनुमान लगाया गया है। अन्य (बीएसपी, एनसीपी, जेडी (यू), एआईएमआईएम, आईएनडी और अन्य) को 5-9 सीटें जीतने की उम्मीद है। एक्सिस माई इंडिया- टीवीटीएन एग्जिट पोल में आगे गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के लिए 129-151 सीटों के साथ प्रचंड जीत की भविष्यवाणी की गई है। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था, जिसमें कुल 93 निर्वाचन क्षेत्रों में 61 प्रतिशत मतदान हुआ। पोल में आगे कांग्रेस को 16-30 सीटों और आम आदमी पार्टी को क्रमश: 9-21 सीटों की हिस्सेदारी हासिल करने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा, अन्य (बीएसपी, आरडीपी, सीपीएम/सीपीआई और आईएनडी) को 2-6 सीटें मिलने की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश के मामले में, एक्सिस माई इंडिया- टीवीटीएन एग्जिट पोल में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को 30-40 सीटों के साथ बढ़त की भविष्यवाणी की गई है। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को सिंगल फेज का मतदान हुआ। जिसमें कुल 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 74.6 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। एक्सिस माई इंडिया- टीवीटीएन एग्जिट पोल ने भारतीय जनता पार्टी को क्रमश: 24-34 सीटों और अन्य (बीएसपी, आरडीपी, सीपीएम / सीपीआई और आईएनडी) को क्रमश: 4-8 सीट शेयर हासिल करने का अनुमान लगाया है। एपीपी को पहाड़ी राज्य में शून्य सीटें मिलने की उम्मीद है। कांगड़ा और शिमला में, कांग्रेस को क्रमश: 15 और 11 सीटों पर आगे बढ़ने की उम्मीद है, जबकि भाजपा को मंडी में 13 सीटों पर आगे बढ़ने की उम्मीद है।
DOGE व्यापारी शॉर्ट-सेलिंग लक्ष्य के रूप में $ 0.09508, $ 0.08995, $ 0.07998 का उपयोग कर सकते हैं यदि …
यह ध्यान देने योग्य है कि उपरोक्त समर्थन स्तर एक पुलबैक क्षेत्र था जो एक रैली के लिए बैल को विश्राम क्षेत्र प्रदान कर सकता था। हालांकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट और तकनीकी संकेतकों के आधार पर कमजोर खरीदारी के दबाव के कारण DOGE की मूल्य वसूली कमजोर हो सकती है।
यदि प्रकाशन के समय भालू गति बनाए रखते हैं, तो DOGE $ 0.09508 या 23.6% और 38.2% फ़िब पॉकेट स्तरों के भीतर गिर सकता है। यह व्यापारियों को एक छोटा अवसर प्रदान करेगा।
क्या DOGE 3 EMA रिबन के ऊपर मूल्य वृद्धि को बनाए रखेगा?
स्रोत: ट्रेडिंग व्यू पर DOGE / USDT
जून के मध्य और अक्टूबर के अंत के बीच DOGE ने $ 0.05685 – $ 0.07434 की सीमा के भीतर कारोबार किया, बीच में झूठे ब्रेकआउट हुए। हालांकि, नवंबर की शुरुआत में सीमा से ऊपर की ओर एक ठोस ब्रेकआउट बाजार की मंदी से अवरुद्ध हो गया था।
DOGE ने 0.07434 पर मजबूत समर्थन स्थापित किया और क्रिप्टो बाजार के पतन के बाद से इसे दो बार पुन: परीक्षण किया। हाल ही में, DOGE के बैलों ने एक रैली शुरू करने के लिए समर्थन का उपयोग किया, जिसने तब से 40% से अधिक की वृद्धि की अनुमति दी है, जो 5 दिसंबर को $ 0.11192 के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
हालांकि, कीमतों में एक और गिरावट ने DOGE को मौजूदा समर्थन पर वापस ला दिया। तकनीकी संकेतक बताते हैं कि DOGE समर्थन स्तर से नीचे टूट सकता है। विशेष रूप से, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) ऊपरी सीमा से संतुलन बिंदु से थोड़ा ऊपर के स्तर पर पीछे हट गया है, यह सुझाव देता है कि खरीदारी का दबाव कम हो गया है।
इसके अलावा, एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) रिबन ने कुछ समय के लिए समर्थन के रूप में काम किया है। मूल्य कार्रवाई इस बैंड की ओर आ रही है, और इसके नीचे एक ब्रेक आधिकारिक तौर पर DOGE की बाजार संरचना को मंदी में बदल देगा।
इसके अलावा, ऑन बैलेंस वॉल्यूम (OBV) 513 बिलियन से गिरकर 508 बिलियन हो गया है, जो 4 से 7 दिसंबर के बीच लगभग 5 बिलियन के ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए, DOGE वर्तमान समर्थन को $ 0.09508 पर पुनः प्राप्त कर सकता है और नीचे की ओर टूट सकता है।
इस प्रकार, यदि भालू बाजार को पूरी तरह से नियंत्रित करते हैं, तो निवेशक $ 0.09508, $ 0.08995 और $ 0.07998 को शॉर्ट-सेलिंग लक्ष्य के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
50% फाइबोनैचि स्तर ($ 0.10728) से ऊपर का एक दिन इस भविष्यवाणी को खारिज कर देगा।
जैसे-जैसे विकास गतिविधि बढ़ती है, मनोबल गिरता है, लेकिन लंबी अवधि के DOGE धारकों ने लाभ देखा
नवंबर के मध्य से DOGE का भाव नकारात्मक क्षेत्र में चलना जारी है। हालाँकि, इस अवधि के दौरान विकास गतिविधियों में तेजी ने DOGE की कीमतों को खराब भावना से नीचे खींचने से रोक दिया है।
दिलचस्प बात यह है कि 365-दिवसीय बाजार मूल्य से वास्तविक मूल्य अनुपात (एमवीआरवी) सकारात्मक क्षेत्र में रहा है, यह दर्शाता है कि डीओजीई के दीर्घकालिक धारकों ने 27 नवंबर से लाभ दर्ज किया है।
इस प्रकार, ऑन-चेन मेट्रिक्स मिश्रित संकेत दिखाते हैं जो एक तटस्थ बाजार संरचना का संकेत दे सकते हैं। इसलिए, कोई भी निर्णय लेने से पहले बीटीसी और मेमेकॉइन के सोशल के प्रदर्शन पर विचार करना भी महत्वपूर्ण है।
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