शेयर स्प्लिट से कंपनी के शेयरों की संख्या बढ़ जाती है। लेकिन इससे कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन पर कोई असर नहीं होता है। स्टॉक स्प्लिट से कंपनी के शेयर अधिक लिक्विड हो जाते हैं। कई बार लोग स्टॉक स्प्लिट को बोनस शेयर को एक ही समझ बैठते हैं। लेकिन ये दोनों अलग-अलग चीजें हैं।

Easy Trip Planners Share Price: शेयरहोल्डर्स को Easy Trip Planners की सौगात, एक के बदले तीन बोनस शेयर देने का एलान, स्टॉक में तेजी

By: ABP Live | Updated at : 10 Oct 2022 01:38 PM (IST)

Easy Trip Planners Bonus Share: टूर एंड ट्रैवल कंपनी Easy Trip Planners एक बार फिर अपने शेयरधारकों को बड़ी सौगात दी है. कंपनी के एक शेयर के बदले अपने शेयरधारकों को 3 बोनस शेयर देने का एलान किया है. कंपनी के बोर्ड शेयर को दो भागों में विभाजित किए जाने को भी मंजूरी दे दी है. इस खबर के सामने आते ही Easy Trip Planners 6 फीसदी की तेजी के साथ 428 रुपये तक जा पहुंचा.

निवेशकों को बोनस शेयर
EasyMyTrip.com नाम से ट्रैवल पोर्टल चलाने वाली कंपनी Easy Trip Planners की बोर्ड की बैठक हुई. बोर्ड के फैसलों की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज देते हुए कंपनी ने कहा कि बोर्ड ने 2 रुपये के फेस वैल्यू वाले Easy Trip Planners के शेयर को जो भाग में विभाजिट करने को अपनी मंजूरी दे दी है. यानि शेयर का फेस वैल्यू अब एक रुपये का होगा. साथ ही बोर्ड ने विभाजित हर एक शेयर पर कंपनी 3 बोनस शेयर देगी. यानि अगर किसी निवेशक के पास अभी 100 Easy Trip Planners के शेयर हैं तो शेयर के विभाजन और उसपर बोनस शेयर देने के बाद कुल 600 शेयर हो जायेंगे.

शेयर में शानदार तेजी
इस खबर के सामने आते ही Easy Trip Planners के शेयर में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. करीब 6 फीसदी की तेजी के साथ शेयर 428 रुपये पर जा पहुंचा. अभी Easy Trip Planners का शेयर 1.35 फीसदी की तेजी के साथ 408.40 रुपये पर कारोबार कर रहा है.

मल्टीबैगर स्टॉक
आपको बता दें मार्च 2021 में स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर Easy Trip Planners का आईपीओ ( Initial Public Offering) आया था. कंपनी का आईपीओ 186-187 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आया था. आईपीओ को जबरदस्त रेस्पांस मिला था और आईपीओ 160 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ. शेयर ने निवेशकों को लिस्टिंग के बाद से 330 फीसदी का रिटर्न दिया है. इससे पहले भी कंपनी लिस्टिंग के बाद निवेशकों को एक शेयर के बदले में एक शेयर बोनस के तौर पर दे चुकी है.

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Published at : 10 Oct 2022 01:38 PM (IST) Tags: Multibagger Stock Easy Trip Planners Share Price Easy Trip Planners Stock Split Easy Trip Planners Share Easy Trip Planners Bonus Issue हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

सिर्फ 4 महीने में पैसे हुए 6.5 गुने, अब स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर का तोहफा दे रही कंपनी

सिर्फ 4 महीने में पैसे हुए 6.5 गुने, अब स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर का तोहफा दे रही कंपनी

वैसे तो आपने कई कंपनियों के मल्टीबैगर रिटर्न के बारे में सुना होगा, लेकिन आज का शेयर कुछ अलग है. इस कंपनी ने रिटर्न भी तगड़ा दिया है, साथ ही अब स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर का तोहफा दे रही है.

आयरन एंड स्टील प्रोडक्ट्स के स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर बिजनेस से जुड़ी एक कंपनी के शेयर ने शानदार रिटर्न दिया है. इस कंपनी का नाम है रेहतन टीएमटी (Rhetan TMT), जिसके शेयर तेजी से भाग रहे हैं. हालांकि, पिछले दिनों में शेयर बाजार की गिरावट का असर इस कंपनी पर भी दिखा है और शेयर थोड़ा गिरे हैं. हालांकि, लंबे वक्त में इस कंपनी ने मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Stock) दिए हैं. इस कंपनी के शेयरों में तेजी की एक बड़ी वजह है बोनस शेयर (Bonus Share) और स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) की घोषणा.

महीने भर में दिया 96 फीसदी रिटर्न

यह शेयर इसी साल सितंबर के महीने में बीएसई एसएमई पर लिस्ट हुआ था. कंपनी का आईपीओ 70 रुपये की कीमत पर आया था. इस शेयर में पिछले एक महीने में करीब 96 फीसदी की तेजी देखी गई है. करीब महीने भर पहले यह शेयर 233 रुपये के लेवल पर था, जो अब 28 दिसंबर को 458 रुपये के लेवल पर पहुंच चुका है.

अगर इस कंपनी के आईपीओ के मुकाबले देखा जाए तो अब तक कंपनी का शेयर करीब 550 फीसदी रिटर्न दे चुका है. मतलब करीब 4 महीने में ही कंपनी का शेयर करीब 6.5 स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर गुना चढ़ गया. इस शेयर में जिसने आईपीओ के दौरान 1 लाख रुपये लगाए होंगे, आज उसके पैसे करीब 6.5 लाख हो चुके हैं.

स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर का तोहफा

हाल ही में रेहतन टीएमटी के निदेशक मंडल ने कंपनी के हर शेयर को 10 इक्विटी शेयरों में बांटने की मंजूरी दे दी है. इसके बाद 10 रुपये की फेस वैल्यू वाला हर शेयर 1-1 रुपये की फेस वैल्यू वाले 10 शेयरों में बंट जाएगा. इतना ही नहीं, कंपनी ने हर 4 शेयरों के बदले 11 बोनस शेयर देने की भी घोषणा की है. हालांकि, अभी रेकॉर्ड डेट फाइनल नहीं है, लेकिन कंपनी की इस घोषणा से इसके शेयरों में तगड़ी तेजी देखी जा रही है.

शेयर बाजार में निवेश करने में सबसे अहम होता है शेयरों का चुनाव. आपको जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना है सबसे पहले उसके बारे में पूरी एनालिसिस करें. देखें कि कंपनी का बिजनस क्या है और कैसा चल रहा है. चेक करें कि कंपनी को फायदा हो रहा है या नुकसान. ये भी देखें कि कंपनी भविष्य को लेकर क्या प्लान बना रही है. इतना ही नहीं, कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में भी जरूर स्टडी करें, क्योंकि अगर मैनेजमेंट में ही गड़बड़ होगी तो तगड़ा मुनाफा देने वाली कंपनी भी भारी नुकसान का सबब बन सकती है.

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Alstone Textiles को पहले शालिनी होल्डिंग्स (Shalini Holdings) के नाम से जाना जाता था. यह 37 साल पुरानी एक कर्जमुक्त कंपनी है और फैब्रिक ट्रेडिंग एवं इंवेस्टमेंट बिजनेस में है. स्मॉल कैप कंपनी ने सितंबर 2022 तिमाही में आठ करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल किया था. सितंबर तिमाही के नेट प्रॉफिट का आंकड़ा जून तिमाही की तुलना में एक करोड़ रुपये कम रहा.

मनी नॉलेज: क्या है स्टॉक स्प्लिट? यह कंपनी और शेयरधारकों को कैसे प्रभावित करता है? स्टॉक स्प्लिट क्यों किया जाता है?

स्टॉक स्प्लिट से कंपनी के शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ जाती है और वे निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक हो जाते हैं - Dainik Bhaskar

स्टॉक स्प्लिट का मतलब है शेयर विभाजन। स्टॉक स्प्लिट के तहत कंपनी अपने शेयरों को विभाजित करती है। आमतौर पर किसी कंपनी के शेयर जब बहुत महंगे हो जाते हैं, तब छोटे निवेशक उन शेयरों में निवेश नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कंपनी अपने शेयरों की ओर छोटे निवेशकों को आकर्षित करने और बाजार में मांग बढ़ाने के लिए स्टॉक स्प्लिट का भी स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर सहारा लेती है।

शेयरधारकों पर क्या असर होता है

यदि कोई कंपनी अपने शेयरों को दो हिस्से में विभाजित करती है, तो शेयरधारकों को उसके पास मौजूद हर एक शेयर के लिए एक अतिरिक्त शेयर दिया जाता है। इससे शेयरधारक के पास पहले से मौजूद शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाती है। निवेश के वैल्यू पर इससे कोई असर नहीं होता, क्योंकि दो हर एक शेयरों को दो शेयरों में स्प्लिट करने से हर एक शेयर का वैल्यू आधा हो जाता है।

बोनस शेयर और स्टॉक विभाजन के बीच का अंतर

बोनस शेयर और शेयर विभाजन दो आम तौर पर लागू कॉर्पोरेट कार्रवाई (शेयरधारकों को प्रभावित करने वाली एक घटना) कंपनियों की संख्या बढ़ाने के लिए कारोबार किया। बोनस शेयर और शेयर विभाजन के बीच मुख्य अंतर यह है कि जबकि बोनस शेयर मौजूदा शेयरधारकों को एक विचार (बिना शुल्क के) के बिना पेश किए जाते हैं, शेयर विभाजन को कम्पनी के शेयरों को विभाजित करने के रूप में संदर्भित किया जाता है ताकि कई सामर्थ्य प्राप्त हो सकें।

सामग्री
1। अवलोकन और महत्वपूर्ण अंतर
2 बोनस शेयर क्या है
3 स्टॉक स्प्लिट 4 क्या है साइड तुलना द्वारा साइड - बोनस शेयर बनाम स्टॉक स्प्लिट
5 सारांश
बोनस शेयर क्या हैं?

बोनस शेयर को '

शेयर शेयरों के रूप स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर में भी जाना जाता है और एक बोनस अंक के माध्यम से वितरित किया जाता है। इन शेयरों को मौजूदा शेयरधारकों को उनके शेयरधारिता के अनुपात के अनुसार नि: शुल्क जारी किया जाता है। -2 -> ई। जी। प्रत्येक 4 शेयरों के लिए, निवेशकों को 1 बोनस शेयर प्राप्त करने का हकदार होगा

लाभांश के भुगतान के विकल्प के रूप में बोनस शेयर जारी किए जाते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कंपनी को वित्तीय वर्ष में शुद्ध नुकसान हुआ है, तो लाभांश का भुगतान करने के लिए कोई धन उपलब्ध नहीं होगा। इससे शेयरधारकों के बीच असंतोष हो सकता है; इस प्रकार, लाभांश का भुगतान करने में असमर्थता की भरपाई करने के लिए, बोनस शेयरों की पेशकश की जा सकती है स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर शेयरधारक अपनी आय की जरूरतों को पूरा करने के लिए बोनस शेयर बेच सकते हैं।

बोनस शेयरों के फायदे और नुकसान

लाभ> अल्पकालिक नकदी घाटे वाली कंपनियां शेयरधारकों को नकद लाभांश के बजाय बोनस शेयर जारी स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर कर सकती हैं।

स्टॉक विभाजन का लाभ

शेयरों की बेहतर तरलता की सुविधा प्रदान करने की क्षमता है शेयर के विभाजन के बाद, साझा शेयर कम होने के कारण शेयरों को निवेशकों के लिए अधिक सस्ती है। आमतौर पर, कंपनियां शेयरों को विभाजित करती हैं, जब शेयर की कीमत बढ़ रही है। हालांकि, अधिक मात्रा में आक्रामक विभाजन से जोखिम हो सकता है अगर भविष्य में शेयर की कीमत बहुत अधिक हो जाती है। स्टॉक विभाजन के लिए एक निर्णय निदेशक मंडल द्वारा या शेयरधारकों के मत द्वारा स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर लिया जा सकता है; इस प्रकार, यह एक समय लेने वाली और महंगा व्यायाम हो सकता है।

स्टॉक विभाजन के विपरीत को '

रिवर्स स्टॉक स्प्लिट ' के रूप में संदर्भित किया जाता है जहां बकाया स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर शेयरों की संख्या को कम करने के लिए मौजूदा शेयरों को मिला दिया गया है। बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट में क्या अंतर है?

- तालिका से पहले अंतर आलेख -> बोनस शेयर विण्ड स्टॉक स्प्लिट बोनस शेयर मौजूदा शेयरधारकों को विचाराधीन (नि: शुल्क) के बिना पेश किए जाते हैं।

स्टॉक स्प्लिट को कम्पनी के शेयरों को विभाजित करने वाले कई लोगों में बढ़ती क्षमता के रूप में संदर्भित किया जाता है।

बोनस शेयर केवल मौजूदा शेयरधारकों के लिए उपलब्ध हैं।

3 "स्टॉक स्प्लिट" की परिभाषा "द इकोनॉमिक टाइम्स" एन। पी। , एन घ। वेब। 02 मार्च 2017.

4 पिकार्डो, सीएफए एल्विस "रिवर्स स्टॉक स्प्लिट "इन्वेस्टोपैडिया एन। स्टॉक स्प्लिट vs बोनस शेयर पी। , 27 नवंबर 2013. वेब 02 मार्च 2017.
चित्र सौजन्य:
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