नीता अंबानी और उनकी बहन ममता दलाल

दलाल के बारे में त्वरित तथ्य

KING OF BULLS: जानें कौन है Rakesh Jhunjhunwala,आखिर कैसे बने दलाल स्ट्रीट के बेताज बादशाह

नई दिल्ली: दिग्गज स्टॉक निवेशक राकेश झुनझुनवाला का आज मुंबई में निधन हो गया। उन्हें लोकप्रिय रूप से 'भारत के वारेन बफे' के रूप में जाना जाता है। उत्कृष्ट बुद्धि और मिडास टच वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाने वाले, झुनझुनवाला का स्वास्थ्य पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहा है।62 वर्षीय बिजनेस टाइकून ने आज अपनी अंतिम सांस ली। कार्डियक अरेस्ट के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका निधन कई स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हुआ।

बिजनेस टाइकून का अंतिम संस्कार आज शाम 5:30बजे मालाबार हिल के बाणगंगा श्मशान में किया दलाल के बारे में त्वरित तथ्य जाएगा। झुनझुनवाला भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे।जिनकी कुल संपत्ति 5.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी। वह एप्टेक लिमिटेड और हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष थे। लिमिटेड एक इक्का निवेशक होने के अलावा, उनके पास जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज, बिलकेयर लिमिटेड, प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड, प्रोवोग इंडिया लिमिटेड, कॉनकॉर्ड बायोटेक लिमिटेड, प्राइम फोकस लिमिटेड, इनोवासिंथ टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, मिड डे मल्टीमीडिया लिमिटेड के निदेशक मंडल में एक सीट थी। नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड, वायसराय होटल्स लिमिटेड और टॉप्स सिक्योरिटी लिमिटेड।

राकेश झुनझुनवाला का प्रारंभिक जीवन

राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हुआ था। वह मुंबई में एक राजस्थानी परिवार में पले-बढ़े और उनके पिता आयकर आयुक्त के रूप में काम करते थे। उन्होंने 1985 में सिडेनहैम कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया में शामिल हो गए।उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में शेयरों दलाल के बारे में त्वरित तथ्य में रुचि विकसित की और अपनी डिग्री पूरी करने के बाद दलाल गली में उतर गए। अपने पिता को अपने दोस्तों के साथ शेयर बाजार पर चर्चा करते हुए सुनने के बाद उनकी रुचि और बढ़ गई।

दलाल स्ट्रीट के 'बिग बुल' ने 1985 में पूंजी के रूप में अपना पहला निवेश 5,000 रुपये किया। सितंबर 2018 में, पूंजी बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये हो गई। उन्होंने 1986 में अपना पहला बड़ा लाभ दलाल के बारे में त्वरित तथ्य अर्जित किया जब उन्होंने टाटा टी के 5,000 शेयर 43 रुपये में खरीदे और स्टॉक केवल तीन महीनों में बढ़कर 143 रुपये हो गया। इससे उनकी पूर्व पूंजी ने उन्हें 20-25 लाख रुपये का लाभ दिया। बिजनेस मैग्नेट ने पिछले कुछ वर्षों में कई सबसे बड़े शेयरों में निवेश किया है। इनमें क्रिसिल, सेसा गोवा, टाइटन और प्राज इंडस्ट्रीज शामिल हैं।

पितृपक्ष मेला 2022 : गया- कोडरमा रेलखंड पर सक्रिय हुए टिकट दलाल, 10 इ-टिकट के साथ युवक गिरफ्तार

गया में पितृपक्ष मेला शुरू होने को लेकर स्टेशनों पर काफी भीड़ बढ़ने लगी है. देश-विदेश के लोग आना शुरू कर दिये हैं. ट्रेनों में लगातार भीड़ को देखते हुए टिकट दलाल काफी सक्रिय हो गये हैं. पुलिस को टिकट दलालों से जुड़ी जानकारी लगातार मिल रही है.

इ टिकट के साथ गिरफ्तार किया गया युवक

गया. पितृपक्ष मेला शुरू होने वाला है. हर दिन रेलवे स्टेशन पर देश-विदेश के हजारों श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए टिकट दलाल सक्रिय हो गये हैं. छोटे-छोटे रेलवे के साथ-साथ रेलवे फाटकों के पास भी टिकट दलाल रेलयात्रियों को पकड़ कर अवैध तरीके से इ-टिकट बनाने में लगे हैं और अधिक पैसे वसूल रहे हैं.

दलालों को पकड़ने के लिए छापेमारी

टिकट दलालों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. इसी कड़ी में आरपीएफ की टीम ने शुक्रवार को अवैध तरीके से इ-टिकट बनाने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक की पहचान कोडरमा के रहनेवाले ठाकुर प्रसाद वर्मा के पुत्र अंजन कुमार के रूप में की गयी है.

पितृपक्ष मेले को लेकर बढ़ने लगी है भीड़

इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल ने बताया कि पितृपक्ष मेला शुरू होने को लेकर स्टेशनों पर काफी भीड़ बढ़ने लगी है. देश-विदेश के लोग आना शुरू कर दिये हैं. ट्रेनों में लगातार भीड़ को देखते हुए टिकट दलाल काफी सक्रिय हो गये हैं. इसकी शिकायत लगातार मिल रही थी. शिकायत के आलोक में गया-कोडरमा रेलखंड पर टिकट दलालों के खिलाफ अभियान चलाया गया. इसी दौरान रेल लाइन के किनारे एक युवक रेलयात्रियों का टिकट बना रहा था. पुलिस के देखने के बाद युवक भागने लगा.

युवक के पास से 10 इ-टिकट बरामद किये

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त टिकट को गिरफ्तार कर लिया. वहीं रेलयात्रियों ने भी शिकायत दर्ज करायी की अधिक पैसे लेकर इ-टिकट बना रहा है. पुलिस ने युवक की जांच किया तो उसके पास से 10 इ-टिकट बरामद किये गये. गिरफ्तार युवक के खिलाफ रेल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

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दो महीने में 10 से अधिक टिकट दलाल गिरफ्तार

आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल ने बताया कि दो महीने में अब तक 10 से अधिक टिकट दलालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि पितृपक्ष मेले को देखते हुए टिकट दलालों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम गठित की गयी है. उक्त टीम गया रेलवे स्टेशन, पहाड़पुर, मानपुर, गंंझडी व कोडरमा रेलवे स्टेशनों पर लगातार छापेमारी कर रही है. इंस्पेक्टर ने रेल यात्रियों से अपील की है कि कोई व्यक्ति अधिक पैसे लेकर इ-टिकट बनाता है, तो इसकी सूचना तुरंत प्लेटफॉर्म तैनात आरपीएफ व रेल पुलिस के जवानों को दें. सूचना मिलते ही कार्रवाई की जायेगी.

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अंबानी फैमिली के इस बिजनेस से जुड़ी है नीता अंबानी की बहन ममता दलाल, जानें- करती हैं क्या काम

नीता अंबानी की बहन ममता दलाल के बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। बेहद लो प्रोफाइल रहने वालीं ममता दलाल पेशे से टीचर हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब वह धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल का मैनेजमेंट संभालती हैं।

अंबानी फैमिली के इस बिजनेस से जुड़ी है नीता अंबानी की बहन ममता दलाल, जानें- करती हैं क्या काम

नीता अंबानी और उनकी बहन ममता दलाल

देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी अकसर ही चर्चा में रहती हैं। कारोबार से लेकर आईपीएल तक के लिए चर्चित नीता अंबानी के परिवार के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। खासतौर पर उनकी बहन ममता दलाल के बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। बेहद लो प्रोफाइल रहने वालीं ममता दलाल पेशे से टीचर हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब वह धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल का मैनेजमेंट संभालती हैं। इस स्कूल की चेयरपर्सन खुद उनकी बड़ी बहन नीता अंबानी हैं। वह खुद स्कूल में बच्चों को पढ़ाती भी हैं। उन्हें सिलेब्रिटीज के बच्चों की टीचर के तौर पर जाना जाता रहा है। एक इंटरव्यू में ममता दलाल ने बताया था कि वह शाहरुख खान और सचिन तेंडुलकर के बच्चों को पढ़ा चुकी हैं। हालांकि वह कहती हैं, ‘मैंने शाहरुख खान और सचिन के बच्चों को पढ़ाया है, लेकिन मेरे लिए सभी स्टूडेंट्स एक समान हैं। मैं सिर्फ पढ़ाती ही नहीं बल्कि वर्कशॉप और फिजिकल ऐक्टिविटीज भी कराती हूं।’

दरअसल नीता अंबानी और ममता दोनों ही पेशेवर तौर पर टीचर रही हैं। खुद नीता अंबानी को पढ़ाने का शौक रहा है और शादी के बाद भी कुछ सालों तक उन्होंने टीचिंग की थी। अध्यापन की दलाल के बारे में त्वरित तथ्य ओर नीता और ममता के रुझान की एक वजह पारिवारिक माहौल भी है। उनके दादा फ्रेंच के प्रोफेसर थे, जबकि दादी गांधीवादी विचारों से प्रभावित थीं। उनके पिता रविंद्रभाई दलाल बिड़ला घराने के साथ काम करते थे और बेहद करीबी संबंध थे। 11 बहनों के बीच पली-पढ़ीं नीता और ममता का बचपन पूरी तरह से मिडिल क्लास भारतीय संस्कारों में बीता है।

मॉडलिंग भी कर चुकी हैं नीता अंबानी की बहन: ममता दलाल को अकसर अंबानी परिवार की पार्टियों में देखा जाता रहा है। उनकी और नीता अंबानी की जबरदस्त बॉन्डिंग है। सोशल मीडिया से दूर ही रहने वालीं ममता दलाल फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा की ड्रेसेज के लिए मॉडलिंग भी कर चुकी हैं। ईशा अंबानी की शादी के मौके पर भी ममता दलाल को देखा गया था। यहां तक संगीत सेरेमनी के दौरान उन्होंने अनिल अंबानी और टीना अंबानी के साथ परफॉर्मेंस भी दी थी।

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…जब अभिषेक बच्चन ने कराया नीता की मां का परिचय: नीता अंबानी की मां पूर्णिमा दलाल भी आमतौर पर मीडिया से दूर रहती हैं, लेकिन 2017 में उनका एक वीडियो चर्चा में आया था, जब वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस की जीत की प्रार्थना कर रही थीं। यह मैंच मुंबई इंडियंस ने ही जीता था और फैन्स उनके बारे में जानना चाहते थे। इस पर अभिषेक बच्चन ने सभी की जिज्ञासा खत्म करते हुए बताया था कि वह नीता अंबानी की मां हैं और उन्हें हर कोई नानी कहकर पुकारता है।

योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा दलालों के आगे लाचार थे राजीव गांधी

उत्तर प्रदेश के मुख्मयमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से ही दलाल व बिचौलिए खत्म हो गए हैं.

योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा दलालों के आगे लाचार थे राजीव गांधी

लखनऊ/हरदोई: उत्तर प्रदेश के मुख्मयमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से ही दलाल व बिचौलिए खत्म हो गए हैं. अब दलालों को परेशानी हो रही है, क्योंकि उनकी दलाली नहीं चल पा रही है. एक प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे, जो दलालों के आगे लाचार थे. योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को हरदोई जिले के दौरे के दौरान रसखान प्रेक्षागृह में कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा.

मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर हमला बोलते हुए कहा, "30 साल पहले कांग्रेस की केंद्र में सरकार थी. तब तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि वे 100 रुपया विकास के लिए भेजते हैं पर प्रधान के पास 10 रुपया ही पहुंचता है. इसमें उनकी लाचारी भी थी. भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा 100 रुपया प्रधान के बैंक खाते में भेजने का काम किया है."

योगी ने कहा कि देश में पहली बार सबसे ज्यादा धनराशि प्रधानों के खाते में पहुंची है. आबादी के हिसाब से विकास के लिए इतना रुपया सांसदों, विधायकों तक को नहीं मिलता है. अब गांव के लोगों का जीवन स्तर उठेगा तो चेहरे पर खुशहाली आएगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधान ग्राम समाधान दिवस आयोजित किया जाए. इसमें आपसी झगड़े पंचायत के जरिये निपटाएं जाएं. यदि जरूरत पड़े तो राजस्व व प्रशासनिक अफसरों को भी समाधान दिवस में बुला सकते हैं. पंच परमेश्वर की व्यवस्था विकसित करें, ताकि गांव वालों को पुलिस व कोर्ट कचहरी के चक्कर न लगाने पड़े.

योगी ने कहा कि 268 प्रधानों से मुलाकात कर उन्हें सरकार की योजनाओं को लेकर जानकारी प्राप्त करेंगे. आम दलाल के बारे में त्वरित तथ्य जनमानस के बीच सरकारी योजनाएं 100 प्रतिशत पहुंच रही हैं कि नहीं। इसके बारे में प्रधानों से पूरी जानकारी ली जाएगी.

BIHAR: 12 हजार में नाबालिग लड़की खरीदकर शादी कर रहा था, अधेड़ दूल्हा के साथ दलाल गिरफ्तार

अररिया में पुलिस ने शादी के लिए लड़की की मां को 12 हजार देकर फांसने वाले दलाल के साथ अधेड़ दूल्हे को गिरफ्तार किया। लड़की रानीगंज प्रखंड के हांसा गांव की रहने वाली है।

नाबालिग को खरीदकर शादी करने का मामला सीमावर्ती जिलों में आता रहा है।

नाबालिग लड़की दलाल के बारे में त्वरित तथ्य से शादी और वह भी खरीद कर! जी, यह सच बिहार के अररिया जिले के रानीगंज में सामने आया, जब गुप्त सूचना पर पहुंची पुलिस ने शादी के लिए लड़की की मां को 12 हजार देकर फांसने वाले दलाल के साथ अधेड़ दूल्हे को गिरफ्तार किया। लड़की रानीगंज प्रखंड के हांसा गांव की रहने वाली है।

पैसे वाला दूल्हा है, कम उम्र है तो पैसे दे देगा
इस शादी की दलाली हांसा गांव का ही जीवन मंडल कर रहा था। उसने गांव के ही गुलटेन मंडल की नाबालिग लड़की की मां से कहा था कि दूल्हा उसकी बेटी को अच्छे से रखेगा। नाबालिग होने की बात पर उसने दूल्हा पक्ष से 12 हजार देकर बात को दबा दिया था। लड़की की शादी दलाल के बारे में त्वरित तथ्य बेतिया जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र के अधेड़ रामबाबू यादव के साथ होने वाली थी, लेकिन इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। रानीगंज पुलिस ने गांव पहुंचकर रामबाबू यादव और जीवन मंडल को गिरफ्तार कर लिया।

किसी की सक्रियता के कारण बच गई नाबालिग
थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, गुलटेन मंडल ने बताया है कि जीवन मंडल ने गांव के लोगों को पैसा का प्रलोभन देकर ऐसी कई शादी करा चुका है। जीवन एक सप्ताह से मेरे घर पर आकर मेरी नाबालिग बेटी की शादी के लिए दबाव बना रहा था। कम उम्र की बात कही तो बोला कि लड़का वाले से पैसा दिला देंगे। लड़का पैसे वाला है, तुम्हारी बेटी को दिक्क्क्त नहीं होगी। सदर एसडीपीओ ने बताया कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लड़के पैसे का प्रलोभन देकर यहां शादी करने के लिए लड़की ढूंढ़ते रहते हैं। कई बार यह उम्र भी नहीं देखते हैं। पुलिस ऐसी गुप्त सूचना पर तत्पर रहती है। इस केस में नाबालिग की शादी की सूचना पर त्वरित कार्रवाई हुई।

विस्तार

नाबालिग लड़की से शादी और वह भी खरीद कर! जी, यह सच बिहार के अररिया जिले के रानीगंज में सामने आया, जब गुप्त सूचना पर दलाल के बारे में त्वरित तथ्य पहुंची पुलिस ने शादी के लिए लड़की की मां को 12 हजार देकर फांसने वाले दलाल के साथ अधेड़ दूल्हे को गिरफ्तार किया। लड़की रानीगंज प्रखंड के हांसा गांव की रहने वाली है।

पैसे वाला दूल्हा है, कम उम्र है तो पैसे दे देगा
इस शादी की दलाली हांसा गांव का ही जीवन मंडल कर रहा था। उसने गांव के ही गुलटेन मंडल की नाबालिग लड़की की मां से कहा था कि दूल्हा उसकी बेटी को अच्छे से रखेगा। नाबालिग होने की बात पर उसने दूल्हा पक्ष से 12 हजार देकर बात को दबा दिया था। लड़की की शादी बेतिया जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र के अधेड़ रामबाबू यादव के साथ होने वाली थी, लेकिन इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। रानीगंज पुलिस ने गांव पहुंचकर रामबाबू यादव और जीवन मंडल को गिरफ्तार कर लिया।

किसी की सक्रियता के कारण बच गई नाबालिग
थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, गुलटेन मंडल ने बताया है कि जीवन मंडल ने गांव के लोगों को पैसा का प्रलोभन देकर ऐसी कई शादी करा चुका है। जीवन एक सप्ताह से मेरे घर पर आकर मेरी नाबालिग बेटी की शादी के लिए दबाव बना रहा था। कम उम्र की बात कही तो बोला कि लड़का वाले से पैसा दिला देंगे। लड़का पैसे वाला है, तुम्हारी बेटी को दिक्क्क्त नहीं होगी। सदर एसडीपीओ ने बताया कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लड़के पैसे का प्रलोभन देकर यहां शादी करने के लिए लड़की ढूंढ़ते रहते हैं। कई बार यह उम्र भी नहीं देखते हैं। पुलिस ऐसी गुप्त सूचना पर तत्पर रहती है। इस केस में नाबालिग की शादी की सूचना पर त्वरित कार्रवाई हुई।

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