जानिए क्या होता है शेयर बाजार में स्टॉप लॉस, इससे ज्यादा घाटा होने से बच सकते हैं
मुंबई- बाजार में निवेश के समय स्टॉप लॉस का प्रयोग बार-बार होता है। जब भी आप शेयर खरीदते हैं तो स्टॉप लॉस जरूर एक बार आ जाता है। स्टॉप लॉस छोटी अवधि के लिए तो बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन अगर किसी को लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो फिर उसके लिए इसका कोई बहुत ज्यादा महत्व नहीं है।
आपका शेयर ब्रोकर हर शेयर के लिए एक टार्गेट प्राइस बताता है। मान लीजिये आप किसी कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं। अभी इसकी कीमत 10 रुपए है। ब्रोकर आपको बताएगा कि तीन महीने में इसकी कीमत बढ़कर 12 रुपए हो जाएगी। इसका मतलब यह है कि आपने 10 रुपए की कीमत पर इस शेयर को 12 रुपए के लक्ष्य के साथ खरीदा है। आप 12 रुपए की कीमत पर पहुंचने पर इस शेयर को बेचकर मुनाफा हासिल कर सकते हैं।
इस शेयर में किसी शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 8 टिप्स वजह से गिरावट भी आ सकती है। इसकी कीमत 10 रुपए से कम होने पर आपको नुकसान उठाना पड़ेगा। नुकसान से बचने के लिए आपको स्टॉप लॉस लगाने की सलाह दी जाती है। मान लीजिए इस शेयर के मामले में आपको 9 रुपए की कीमत पर स्टॉप लॉस लगाने की सलाह दी जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी वजह से शेयरों में कमजोरी आने पर उसे 9 रुपए में बेच देना ठीक रहेगा।
स्टॉप लॉस वह मूल्य होता है जिस पर आप अपने शेयर बेच देते हैं। स्टॉप लॉस प्राइस पर शेयर बेच देने की वजह से आप बड़े नुकसान से बच जाते हैं। किसी शेयर का स्टॉप लॉस वह मूल्य है जिस पर आपको ज्यादा नुकसान नहीं होता है। वास्तव में आप किसी शेयर की मौजूदा कीमत पर उसमें संभावित नुकसान की सीमा तय कर लेते हैं। इसके बाद ही आप स्टॉप लॉस लगाते हैं, जिससे आपका नुकसान कम हो जाता है।
स्टॉप लॉस का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप नुकसान से बच सकें। शेयर बाजार काफी हद तक भावनाओं से चलता है. ऐसे में शेयरों में निवेश से आपको जितना लाभ होता है, उतना ही नुकसान भी हो सकता है।
स्टॉप लॉस इसी नुकसान को कम करने का तरीका है। लगाने का एक फायदा यह भी है कि अगर आप नियमित रूप से ट्रेडिंग नहीं करते और अपने निवेश को रेगुलर मॉनीटर नहीं कर सकते तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। स्टॉप लॉस वास्तव में इस स्थिति में आपको कई खतरों से बचा सकता है।
Share Market Tips in Hindi | शेयर बाजार के टिप्स और जानकारियां
Share Market Tips in Hindi | शेयर बाजार के टिप्स और जानकारियां
आज हम आपको शेयर बाजार के बारे में बताने जा रहे हैं आखिर क्या है शेयर बाजार, शेयर बाजार में ऐसा क्या होता है की बहुत से लोग उसने अपना पैसा लगाते भी हैं और गवाते भी हैं, आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे है जिससे कि आपके पैसे शेयर बाजार में नहीं डूबेंगे, जब तक आपको शेयर मार्केट के बारे में पूरी तरह से अच्छी जानकारी न हो,तब तक उसमे जाने की गलती न करे.
शेयर बाजार एक बहुत ही खतरनाक खेल की तरह है इसमें जाने से पहले आपको इसके बारे में सारी तरह की जानकारी को पा लेना बहुत ही आवश्यक है. यह जरुरी नहीं कि शेयर बाजार में किसी अलग तरह की प्रतिभा की जरूरत है इसमें हर कोई इंसान हिस्सा ले सकता है, आइए आपको बताते हैं कि क्या है शेयर मार्केट शेयर मार्केट के अंदर हम किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं हम जिस भी कंपनी का घर शेयर खरीदते हैं हम उसके हिस्सेदार हो जाते हैं और उस कंपनी के जितने भी प्रोडक्ट होते हैं उनके बिकने से या उनकी सेलिंग होने से उस कंपनी को जितना का भी फायदा होता है उसका फायदा फिर हमें भी मिलेगा, अगर उस कंपनी को प्रोडक्ट बेचने पर कोई फायदा नहीं हो रहा तो वह नुकसान हमें भी झेलना पड़ेगा.
हमने आपके लिए शेयर बाजार से जुडी कुछ जरुरी टिप्स एवं जानकारी इखट्टा की हैं, कृपया शेयर मार्केट में पैसा लगाने से पहले इन्हें जरूर पढ़ें
1. शेयर मार्केट में जो कंपनी फायदे में चल रही होती है उसके शेयर की कीमत भी ज्यादा होती है और जो कंपनी घाटे में चल रही होती है उसके शेयर की कीमत भी कम रहती है.
2. इसलिए आपको अपने पैसे बहुत सोच समझकर शेयर मार्केट में लगाने चाहिए शेयर मार्केट में जाए तब आपको शुरू में बहुत ही कम पैसे की शेयर को खरीदना चाहिए जैसे जैसे आप थोड़े एक्सपर्ट होते जाए तब अपनी इन्वेस्टमेंट को बढ़ाते जाएं जिससे कि आपको कभी भी घाटा ना हो.
3. दूसरी बात जब भी आप शेयर मार्केट में जिस कंपनी पर इन्वेस्टमेंट करें तो पहले यह पक्का कर लें कि वह कंपनी भरोसे लायक है या नहीं.
4. शेयर मार्केट में बहुत से लोग इन्वेस्टमेंट करते हैं लेकिन बहुत कम ही उस में सफल हो पाते हैं क्योंकि शेयर मार्केट में स्टॉक की या किसी भी चीज की कोई पक्की गारंटी नहीं दी जाती है.
5. शेयर मार्केट में आपकी किस्मत का कुछ पता नहीं है या तो आप एक साथ अमीर भी हो सकते हैं और अगर कंपनी के प्रोडक्ट का रेट गिर गया तो आपकी इन्वेस्टमेंट शून्य भी हो सकती है.
6. जब आपको लगे कि आप द्वारा इन्वेस्टमेंट किए गए कंपनी के शेयर का रेट गिर रहा है तो आप जल्द से जल्द अपने शेयर को बेच दें
लॉन्ग टर्म में शेयर बाजार ऊपर जाने के बावजूद लोगों को नुकसान क्यों होता है? कारण जानिए
इतना ही नही सब कुछ जानकारी होते हुऐ भी लोग शेयर बाजार में नुकसान में रहते हैं। आइए जानते हैं कि इसके क्या कारण हैं?
शेयर बाजार में नुकसान के कारण
वैसे शेयर बाजार में नुकसान होने का कोई एक कारण नहीं है। इसके बहुत से कारण हो सकते हैं जिनमे से कुछ पर हम चर्चा करते हैं:-
जानकारी का अभाव
कुछ लोग शेयर मार्केट में आते हैं और बिना शेयर बाजार की बेसिक जानकारी प्राप्त किए ही ट्रेडिंग शुरु कर देते हैं।
कुछ लोग तो सिर्फ रातों रात अमीर बनने के लिए ही शेयर बाजार में कदम रखते हैं।
कुछ लोग उन लोगों को देख कर शेयर बाजार में उतरते हैं जो पहले से ही शेयर बाजार में काम कर रहे होते हैं और उससे पैसे कमा रहे होते हैं।
इन सब वजह से लोग शेयर बाजार में आ तो जाते हैं फिर उसके बाद वह बिना अपनी समझ के दूसरों की सलाह पर या तो पेनी स्टॉक खरीद करने लगते हैं जो कि जाहिर सी बात है सस्ता रहता है या गलत शेयर में पैसा लगा लेते हैं और फिर यह उम्मीद करते हैं कि वह बढ़ जाए।
शेयर बाजार जुए का खेल नहीं है जहां पर केवल आप भाग्य के भरोसे पैसा कमा का पाए| यहां आपकी सारी जमा पूंजी सिर एक दिन में ही स्वाहा हो सकती है।
इसलिए शेयर बाजार में निवेश से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लें। इसके लिए आपको किसी विशेष कोर्स की तो मैं सलाह नही देता, आप यूट्यूब वीडियो के माध्यम से या zerodha varsity या मनी कंट्रोल की साइट का उपयोग भी कर सकते हैं।
आप जितनी नॉलेज लेते जायेंगे आपका रिस्क उतना ही कम होता जायेगा और आपके लाभ की संभावना उतनी ही अधिक होती जायेगी।
लालच भी शेयर बाजार में नुकसान का एक बहुत बड़ा कारण हैं। लोग एक दिन में ही लाखों रुपए कमाने का सपना देखते हैं।
इस लालच के चक्कर में अक्सर लोग ऐसे शेयर में बहुत सारा निवेश करते हैं जो एक दिन में ही 10% से लेकर 50% तक ऊपर चले जाते हैं। अक्सर पैनी स्टॉक में ऐसा ही होता है।
दरअसल यह कुछ पैसे वाले फंड मैनेजर या ऑपरेटर्स का जाल होता है जिसमें कई लोग फस जाते हैं।
जैसे जब इस तरह के शेयर ऊपर जाते हैं तो इनमें कोई सेलर नही होता और आपका ऑर्डर नीचे के दामों में प्रोसेस ही नही हो पाता। जब ऊपर के दामों पर आपका ऑर्डर कंप्लीट हो जाता है तो फिर शेयर के दाम नीचे गिरने लगते हैं। अगर आप फिर शेयर बेचने का सोचते भी हो तो इसमें कोई buyer ही नही रहता।
कई बार कोई कंपनी लगातार बहुत खराब प्रदर्शन करती जाती है जिससे उसका शेयर प्राइस नीचे आता जाता है और लोग नीचे के दामों पर उसको खरीदते जाते हैं इस लालच में की ज्यादा लाभ शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 8 टिप्स होगा जबकि ऐसा होता नही है।
इसलिए अपने लालच को काबू में रखें और सही स्टॉक में ही पैसा लगाए।
लालच की तरह डर भी शेयर मार्केट में नुकसान का कारण बनता है। किसी खबर के कारण बाजार में आई गिरावट में नुकसान पर ही अच्छे शेयर्स को बेच कर निकल जाते हैं।
इसी डर के कारण लोग लाभ होने की स्थिति में शेयर को ज्यादा अवधि के लिए hold नही करते कि कही उनका लाभ न चला जाए और थोड़े से लाभ में ही शेयर बेच देते हैं।
सब्र की कमी
सब्र रखना शेयर बाजार में पैसे कमाने के लिए बहुत जरुरी है।
कुछ लोग जब बाजार ऊपर होता है तब उसके नीचे आने का सब्र नही रखते बल्कि ऊपर के दामों पर ही खरीददारी कर लेते हैं।
इसके विपरीत, जब बाजार थोड़ा सा भी गिरता है तो होल्ड करने के लिए भी सब्र नही रखते और नुकसान में ही बेच देते हैं। और उनके बेचने के बाद ही शेयर के दाम ऊपर भाग जाते हैं।
अनुशासन की कमी
शेयर बाजार में भी अनुशासन की बहुत आवश्यकता होती है। कुछ लोग लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं और बीच में ही ट्रेडिंग करने लगते हैं। कुछ लोग लाभ होने पर भी और ज्यादा लाभ के लिए अपनी पूंजी से ज्यादा की ट्रेडिंग करने लगते हैं जिसे मार्जिन ट्रेडिंग कहा जाता है।
कुछ लोग अच्छे स्टॉक्स की बजाय गलत स्टॉक्स में पैसा लगाने लगते हैं। कुछ पैसा लगाने से पहले बिल्कुल भी रिसर्च नही करते हैं।
ये सब बहुत जरुरी बाते हैं जिनको ध्यान में रखकर बहुत ही अनुशासन के साथ आपको शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए। इसको आप शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स के रूप में अपने अंदर बिठा लें।
झुलसाने वाली गर्मी की वजह से बालों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए 8 उपयोगी टिप्स
गर्म मौसम में हमारे बाल भी प्रभावित और डैमेज्ड हो जाते हैं. हानिकारक यूवीए और यूवीबी किरणों के संपर्क में आने से त्वचा को होने वाले नुकसान से हममें से ज्यादातर लोग पूरी तरह से वाकिफ हैं.
तापमान बढ़ना शुरू हो गया है और गर्मी अपना रूप दिखाने लगा है. ये गर्मी को मात देने का समय है. दिन लंबे और पसीने से भरे होने वाले हैं. हम गर्मियों में अपनी त्वचा के लिए कुछ ज्यादा ही सतर्क रहते हैं लेकिन हमारे बालों का क्या? हम हमेशा अपने बालों को नजरअंदाज करते हैं क्योंकि हम मानते हैं कि गर्मियों में केवल हमारी त्वचा प्रभावित होती है, पर ये स्थिति नहीं है.
गर्म मौसम में हमारे बाल भी प्रभावित और डैमेज्ड हो जाते हैं. हानिकारक यूवीए और यूवीबी किरणों के संपर्क में आने से त्वचा को होने वाले नुकसान से हममें से ज्यादातर लोग पूरी तरह से वाकिफ हैं. हम अक्सर त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन लगाते हैं. हालांकि, यूवी एक्सपोजर भी बालों को नुकसान पहुंचा सकता है. मजबूत यूवी किरणों के संपर्क में आने से बाल सफेद हो सकते हैं. ये बालों के शाफ्ट को डिहाइड्रेट भी कर सकता है जिससे फ्रिजी बाल सूख जाते हैं.
बाल फिर अधिक नाजुक होते हैं और दोमुंहे सिरों को विकसित कर सकते हैं. बाल अधिक असहनीय और घुंघराले हो जाते हैं. रासायनिक रूप से ट्रीटेड या रंगीन बालों वाले लोगों में समस्या ज्यादा खराब है. तो, यहां कुछ स्टेप्स दिए गए हैं जिनका उपयोग करके आप बालों को झुलसा देने वाली गर्मी से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं.
1. जब भी आप बाहर जाते हैं तो अपने बालों को टोपी या दुपट्टे से ढंकना सुनिश्चित करें क्योंकि ये आपके बालों को जलती धूप से बचाता है.
2. बाल स्ट्रेटनर या कर्लर जैसे हीटिंग डिवाइसेज का उपयोग करने से बचने की कोशिश करें. अगर नहीं, तो हीट प्रोटेक्शन स्प्रे का इस्तेमाल करना न भूलें. स्प्रे का उपयोग करने से आपके बाल कम डैमेज्ड होंगे.
3. एक हफ्ते में 2-3 बार एक जेंटल तेल की मालिश करें. आप एक घंटे के भीतर शैम्पू कर सकते हैं. बालों को तेल लगाने से बाल शाफ्ट को नरम करने में मदद मिलेगी और बाल ज्यादा मैनेजेबल बनेंगे.
4. जब यूवी इंडेक्स अपने चरम पर हो, तो सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक बाहर जाने से बचें.
5. एक पूल में तैरना बाल शाफ्ट को और नुकसान पहुंचा सकता है. पूल के पानी को जल्द से जल्द साफ पानी से धो लेना चाहिए.
6. एक हल्के सल्फेट फ्री शैम्पू का इस्तेमाल करें.
7. शैंपू के लिए गुनगुने पानी या ठंडे पानी का उपयोग करें क्योंकि गर्म पानी आगे चलकर बालों के शाफ्ट को डिहाइड्रेट करता है.
8. एक कंडीशनर बिल्कुल जरूरी है. इसे बाल शाफ्ट पर लागू किया जाना चाहिए और बाल शाफ्ट को नर्म करने के लिए कुछ मिनटों के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दिया जाना चाहिए.
stock market me trading tips स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग टिप्स
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने में अधिकांश लोग अपना रुपया गंवा बैठते हैं, बाद में वह यह सोचते हैं कि किस जगह कमी हुई होगी। नुकसान होने के पश्चात लोग अपना आत्मविश्वास खो देते हैं तथा हमेशा के लिए शेयर मार्केट से विदा ले लेते हैं।
जब बार-बार लोग ट्रेडिंग में असफल होते हैं तो वह सोचते हैं उनके टेक्निकल एनालिसिस में कुछ कमी होगी।
नए निवेशक और ट्रेडर्स जब शेयर बाजार में आते हैं, तो उन्हें सही समय में सही सलाह नहीं मिलती तथा वे खुद की कमियों से सीखते हैं। किंतु तब तक ज़्यादातर निवेशक अपना मूलधन गंवा बैठते हैं।
मैं ट्रेडिंग को ज्यादा महत्व नहीं देता किंतु जो भी लोग ट्रेडिंग करना चाहते शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 8 टिप्स हैं वह मेरे द्वारा बताए गए टिप्सों पर अनुशासन के साथ कार्य करेंगे तो उनके नुकसान होने का चांस कम हो जाएगा।
शेयर मार्केट के बड़े से बड़े ट्रेडर तथा निवेशक अपने अपने सिद्धांतों के आधार पर ट्रेड करते हैं तथा अधिकांश हर दिग्गज के सिद्धांत अलग-अलग होते हैं। यहां पर उन सब के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए कुछ टिप्स आपको बताने की शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 8 टिप्स कोशिश कर रहा हूं। golden trading tips
1. शेयर मार्केट में ट्रेड करने से पूर्व सर्वप्रथम पेपर ट्रेडिंग करनी चाहिए।
पेपर ट्रेडिंग क्या है?
पेपर ट्रेडिंग के अंतर्गत शेयर में इंटर तथा एग्जिट पोजीशन की कीमत कागज पर लिख दी जाती है तथा उसके बाद देखा जाता है कि हमें नुकसान हुआ यह मुनाफा हुआ। चूंकि यह ट्रेंड सिर्फ कागज पर की जाती है और इसमें हमारा पैसा नहीं लगता है तो इसमें हमको वास्तविक नुकसान नहीं होता है। पेपर ट्रेड के माध्यम से हम देख सकते हैं कि हमको मुनाफा हो रहा है या नुकसान। अगर हम पेपर ट्रेड में सफलता पाते हैं तब हमको वास्तविक रुप से अपना पैसा लगाकर ट्रेड करना चाहिए।
2. स्टॉप लॉस का पालन करें।
ट्रेडिंग में सफलता पाने का मूल मंत्र स्टॉप लॉस है। स्टॉप लॉस हमेशा आपकी पूंजी को सुरक्षित करता है। हर ट्रेडर को stop-loss का पूर्ण रुप से पालन करना चाहिए।
जब किसी फल के वृक्ष की कोई टहनी सूख रही हो तो उस टहनी को काट दिया जाता है। जिससे पूरा पेड़ सूखने से बच जाता है। इसी प्रकार जब कोई ट्रेड हमारे विपरीत हो तो एक निश्चित स्टॉप लॉस लगा लेना चाहिए। जिससे कि हमें एक सीमित नुकसान हो तथा हमारा पूर्ण निवेश डूबने से बच जाए।
3. ज्यादा से ज्यादा मुनाफा निकाले।
जब हम किसी शेयर में पोजीशन बनाते हैं तो हम शेयर का टारगेट प्राइस तथा स्टॉप लॉस लगा लेते हैं। यहां पर संभावना होती है कि शेयर की कीमत या तो हमारे टारगेट पर आ जाएगी या फिर हमारा स्टॉप लॉस ट्रिगर हो जाएगा।
माना शेयर्स का भाव हमारे अनुमान के मुताबिक बढ़ने लगता है, किंतु यह हमारे टारगेट प्राइस को छू नहीं पाता और उसके एकदम पास से घटने लगता है तथा इसमें गिरावट आती रहती है। ज्यादातर निवेशक इस गिरावट को देखते ही रह जाते हैं, धीरे धीरे शेयर की कीमत हमारे स्टॉप लॉस के पास आने लग जाती हैं । इसमें हमें मिलने वाला मुनाफा, जो कि हम निकाल सकते थे उससे भी चूक जाते हैं।
इस हेतु हमको ट्रेलिंग स्टॉप लॉस लगाना चाहिए। हमें अपने मुनाफे की पोजीशन को नुकसान में परिवर्तित नहीं होने देना चाहिए।
4. मार्केट के ट्रेन्ड की दिशा में ही ट्रेंड करना चाहिए।
जब शेयर मार्केट तेजी की दिशा में अपनी चाल दिखा रहा हो, तब चाहे उसमें एक छोटी सी अवधि हेतु गिरावट आ जाए किंतु बाद में उसमें तेजी आएगी। इसके विपरीत अगर शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आ रही हो, तब चाहे उसमें कम कालावधि हेतु तेजी आ जाए किंतु उसके बाद मार्केट में गिरावट ही आएगी।
जब मार्केट में तेजी हो रही हो तब हमेशा गिरावट की सपोर्ट पर पोजीशन बना देनी चाहिए।
जब मार्केट मंदी में हो तब पुलबैक का फायदा लेते हुए शॉर्ट सेलिंग करनी चाहिए। शॉर्ट सेलिंग क्या होती है जानने के लिए क्लिक कीजिए शॉर्ट सेलिंग।
5. नुकसान को एवरेज ना करें।
एवरेज क्या होता है? सर्वप्रथम हम उदाहरण के द्वारा जानेंगे की एवरेज क्या होता है?
मान लिया जाए कोई शेयर 100 रुपए का खरीदते हैं तथा शेयर की कीमत 90 रुपए में आ जाती हैं, तो उस शेयर को हम 90 रुपए में फिर से खरीद लेते हैं जिस कारण हमारी औसत खरीद कीमत 95 रूपये में आ जाएगी। इसे ही एवरेज कहते हैं। बहुत से ट्रेडर्स एवरेज करने को कहते हैं।
जब मार्केट तेजी में हो तो महत्वपूर्ण सपोर्ट पर एक बार एवरेज करना तो फायदेमंद हो सकता है किंतु गिरावट के बाजार में एक से अधिक बार एवरेज करना अपने लिए घातक साबित हो सकता है। शेयर बार-बार नीचे गिरते जाएगा और हम उसमें एवरेज करते जाएंगे जिस कारण हमारा पैसा फंसता जाएगा।
6. बड़ा मुनाफा तथा छोटा नुकसान निकाले।
किसी भी शेयर में रिस्क रिवार्ड रेशियो को ध्यान में रखकर पोजीशन बनानी चाहिए।
शेयर में ट्रेड लेने से पूर्व यह देख लेना चाहिए कि शेयर का टारगेट प्राइस, हमेशा स्टॉप लॉस से ज्यादा हो। अगर हम किसी 100 रुपए के शेयर को खरीदते हैं तथा उसमें हमारा स्टॉप लॉस 95 रुपए है तो हमारा टारगेट प्राइस 110 रुपए होना चाहिए । यहां पर हमें स्टॉप लॉस हिट होने पर 5 रुपए का नुकसान है किंतु टारगेट प्राइस हिट होने पर 10 रुपए का मुनाफा है।
7. अनिश्चित बाजार में ट्रेडिंग से दूर रहे।
जब बाजार में अनिश्चितता हो बाजार अनुमान के विपरीत जा रहा हो तब ट्रेडिंग से बचना चाहिए। ऐसे अनिश्चित बाजार में ट्रेडिंग के कम संकेत मिलते हैं तथा हड़बड़ाहट में हम कोई पोजीशन बना लें तो उसमें हमें नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बाजार में तेजी या मंदी हो तभी हम ट्रेड करके मुनाफा कमा सकते हैं। किंतु अनिश्चित बाजार हमको कभी मुनाफा नहीं कमाने देगा। अनिश्चित बाजार में ट्रेडिंग करना जुआ खेलने के समान है।
8. अपने निवेश को बचाएं।
जब भी शेयर बाजार में ट्रेंड करते हैं, तो सर्वप्रथम हमारा उद्देश्य अपनी पूंजी को बचाने का होना चाहिए। अपने निवेश को बचाने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस आदि के अनुसार ट्रेड करनी चाहिए।
अगर शेयर मार्केट में हम अपनी संपूर्ण पूंजी खो देते हैं तो हम कभी भी अपने नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे। हमें अपनी पूंजी बचाने के लिए हमेशा स्टॉप लॉस और ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का पालन करना चाहिए। ट्रेलिंग स्टॉप लॉस से सुनिश्चित होता है कि एक बार मुनाफे में आने के पश्चात हम कभी भी नुकसान लेकर मार्केट से बाहर नहीं जाएंगे।
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