गौरहा ने बताया कि जनपद उपाध्यक्ष ने यद्यपि सामान्य सभा की बैठक निरस्त कराने भरपूर प्रयास किया। लेकिन रणनीति कामयाब नहीं हुई। बहिष्कार के दौरान भाजपा समर्थित प्रतिनिधियों ने भी साथ दिया। लेकिन जनता के प्रति जिम्मेदारी और मिनट की ट्रेडिंग रणनीति भूल का अहसास होते ही सभी भाजपा समर्थित सदस्य 10 मिनट बाद ही बहिष्कार खत्म कर सामान्य सभा में भाग लेने पहुंच गए।
IIFT MBA 2023 एग्जाम सिटी स्लिप जारी, एडमिट कार्ड बहुत जल्द
IIFT MBA 2023 एग्जाम सिटी स्लिप जारी
IIFT MBA 2023: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आईआईएफटी एमबीए (IIFT MBA 2023) परीक्षा के लिए एग्जाम सिटी स्लिप जारी कर दिया है. जिन उम्मीदवारों ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड-एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) परीक्षा के लिए नामांकन किया है, वे आधिकारिक वेबसाइट iift.nta.nic से अपनी एग्जाम सिटी स्लिप प्राप्त कर सकेंगे. आईआईएफटी एमबीए 2023 एग्जाम सिटी स्लिप (IIFT MBA 2023 Exam city slip) डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को अपने आवेदन संख्या और जन्म तिथि का प्रयोग करना होगा. एग्जाम सिटी स्लिप के बाद जल्द ही एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे.
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एग्जाम सिटी स्लिप जारी होने के बाद बहुत जल्द आईआईएफटी एमबीए एडमिट कार्ड (IIFT MBA) जारी किया जाएगा. एनटीए इस महीने की 18 तारीख को आईआईएफटी एमबीए परीक्षा (IIFT MBA exam) का आयोजन करेगा. यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में दो मिनट की ट्रेडिंग रणनीति घंटे (120 मिनट) की अवधि के लिए होगी. परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक देश भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी.
एग्जाम का फॉर्मेट
आईआईएफटी एमबीए प्रश्न पत्र में चार सेक्शन होंगे. पहले सेक्शन में मात्रात्मक विश्लेषण, दूसरे सेक्शन में पढ़ना समझ और मौखिक क्षमता तीसरे सेक्शन में डेटा व्याख्या और तार्किक तर्क और मिनट की ट्रेडिंग रणनीति चौथे सेक्शन में सामान्य जागरूकता से प्रश्न पूछे जाएंगे.
IIFT MBA 2023 Exam city slip: ऐसे होगी डाउनलोड
1.सबसे पहले मिनट की ट्रेडिंग रणनीति उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट - iiftn.nta.nic.in पर जाएं.
आईपीओ में निवेश कर कमाई का अच्छा मौका, इस सप्ताह 3 कंपनियां जुटायेंगी 1800 करोड़
LagatarDesk : अगर आप इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) में पैसा इन्वेस्ट करते है या प्लान बना रहे है, तो आपके लिए यह सप्ताह बेहद शानदार रहने वाला है. इस सप्ताह तीन कंपनियां अपना आईपीओ लेकर आने वाली है. जिसमें आप निवेश करके बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. ऑटोमोबाइल सेक्टर में काम करने वाली लैंडमार्क कार्स , मिनट की ट्रेडिंग रणनीति शराब बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड्स और फाइनेंशियल सर्विस देने वाली फर्म अबान्स होल्डिंग्स इन आईपीओ के जरिये 1800 करोड़ जुटायेंगी. (पढ़ें, महंगाई के मोर्चे पर राहत, नवंबर में खुदरा महंगाई दर 11 महीने के निचले स्तर 5.88 फीसदी पर पहुंची )
आज खुलेगा लैंडमार्क कार्स का आईपीओ
मर्सिडीज कारें बेचने वाली प्रीमियम ऑटोमोटिव रिटेलर लैंडमार्क कार्स कंपनी (Landmark Cars) अपना आईपीओ लेकर आ रही है. यह आईपीओ पब्लिक इश्यू के लिए 13 दिसंबर को खुलेगा और 15 दिसंबर को बंद होगा. लैंडमार्क कार्स कंपनी इस आईपीओ के तहत 552 करोड़ रुपये जुटायेगी. जिसके तहत 150 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किये जायेंगे. वहीं 402 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत की जायेगी. आईपीओ का प्राइस बैंड 481 से 506 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. इसके लिए निवेशक न्यूनतम मिनट की ट्रेडिंग रणनीति 29 शेयरों और उसके बाद 29 शेयरों के लॉट में बोली लगा सकते हैं. कंपनी शेयर इश्यू से जुटाये पैसों का उपयोग कुछ कर्ज चुकाने और कॉर्पोरेट विस्तार में करेगी. लैंडमार्क कार्स ने आईपीओ के लिए अपना प्राइस बैंड तय कर लिया है. जानकारी के अनुसार, ऐसे में अगर आप पैसा इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो इस आईपीओ में पैसा लगा सकते हैं.
14 दिसंबर तक खुला रहेगा सुला वाइनयार्ड्स का आईपीओ
शराब बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड्स का आईपीओ 12 दिसंबर को खुल गया है. यह 14 दिसंबर तक खुला रहेगा. कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 340-357 रुपये तय किया है. आईपीओ का साइज 960 करोड़ है. यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल पर बेस्ड है. इसके तहत प्रमोटर, इन्वेस्टर और अन्य शेयर होल्डर्स कुल 26,900,532 इक्विटी शेयरों की बिक्री होगी.
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सुला वाइनयार्ड्स के आईपीओ का लॉट साइज 42 शेयर है. रिटेल इन्वेस्टर 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है. इसमें अधिकतम 546 शेयरों के लिए 194,922 रुपये निवेश कर सकते हैं. सुला वाइनयार्ड्स ने साल 1996 में अपना पहला विनयार्ड खोला था. साल 2000 में कंपनी ने पहली बार अलग-अलग वेराइटी के अंगूर से वाइन बनाने का भी काम शुरू किया. फिलहाल कंपनी 13 अलग-अलग ब्रांड के तहत 56 तरह के वाइन बनाती है. कंपनी के पास महाराष्ट्र और कर्नाटक में कुल 6 प्रोडक्शन फैसिलिटी है.
आईपीओ के जरिये 345.60 करोड़ जुटायेगी अबान्स होल्डिंग्स
तीसरा आईपीओ फाइनेंशियल सर्विस देने वाली फर्म अबान्स होल्डिंग्स लेकर आ रही है. इसका आईपीओ 12 दिसंबर को खुल गया है, जो 15 दिसंबर को बंद हो जायेगा. प्राइस बैंड 256-270 रुपये प्रति शेयर है. आईपीओ का साइज 345.60 करोड़ है. इस आईपीओ के तहत 102 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किये जायेंगे. अबान्स आईपीओ का लॉट साइज 55 शेयर है. एक निवेशक 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है. अपर प्राइस बैंड के हिसाब से अधिकतम 715 शेयर के लिए 1,93,050 रुपये निवेश किया जा सकता है.
बता दें कि अबान्स होल्डिंग्स कंपनी का कारोबार यूके, सिंगापुर, यूएई, चीन, मॉरीशस और भारत सहित छह देशों में फैला हुआ है. कंपनी इक्विटी में ग्लोबल इंस्टीट्यूशनल ट्रेडिंग, कमोडिटी और फॉरेन एक्सचेंज, प्राइवेट क्लाइंट स्टॉकब्रोकिंग, डिपॉजिटरी सर्विसेज, एसेट मैनेजमेंट सर्विसेज, इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी सर्विसेज और कॉर्पोरेट्स, इंस्टीट्यूशनल व हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल क्लाइंट्स को वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज प्रदान करती है.
2013-14 से भारत का Number 1 Trade Partner था चीन, गलवान में खूनी झड़प के बाद तेजी से बढ़ा आयात
Galwan Valley में हिंसक झड़प के बावजूद भारत का चीन से आयात बढ़ा है।
India China Clash: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प (Tawang Clash) के बाद एक बार फिर चीन से आयात (Import) पर बैन लगाने की मांग उठ रही है। साल 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद भी ऐसी ही मांग उठी थी, लेकिन आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि गलवान झड़प के बाद चीन से आयात में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई (India’s imports from China) है। आपको बता दें कि गलवान में हुई हिंसक झड़प (Galwan Clash) में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है चीन
चीन (China), अमेरिका (America) के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर यानी व्यापारिक साझेदार है। साल 2020-21 के डाटा पर नजर डालें तो उस वित्तीय वर्ष में भारत और चीन का द्विपक्षीय ट्रेड 115.83 बिलियन डॉलर का था। जबकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार इससे मजह थोड़ा सा उपर 119.48 बिलियन डॉलर था।
अब थोड़ा और पीछे चलते हैं। 20 साल पहले तक, साल 2001 से 2012 तक भारत, चीन का दसवें नंबर का व्यापारिक साझेदार था। इससे पहले 2000-2001 में 12वें नंबर, 1999 में 16वें नंबर और1998-99 में 18वें नंबर पर था। लेकिन 2002-2003 के बाद इसमें बढ़ोतरी हुई और दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ता गया। 2011-12 आते-आते चीन भारत के प्रमुख व्यापारिक सहयोगियों में से एक बन गया।
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2013-14 के बाद बना नंबर वन ट्रेडिंग पार्टनर (India China Trade Data)
साल 2013-14 में तो चीन, भारत का नंबर वन ट्रेडिंग पार्टनर था और 2017-18 तक इस पोजिशन पर बरकरार रहा। हालांकि 2018-19 और 2019-20 में अमेरिका, चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया। हालांकि 2020-21 में मिनट की ट्रेडिंग रणनीति भारत, दोबारा चीन का नंबर वन ट्रेडिंग पार्टनर बना। साल 2021-22 के आंकड़ों पर नजर डालें तो अमेरिका और चीन मिनट की ट्रेडिंग रणनीति के अलावा भारत के टॉप-10 व्यापारिक साझेदारों में यूएई, सऊदी अरब, इराक, सिंगापुर, हांगकांग, इंडोनेशिया, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 2021 की शुरुआत से ही चीन से आयात (Import) बहुत तेजी से ऊपर गया है। साल 2002 में भारत, चीन से कुल 2 बिलियन डॉलर का आयात करता था जो 2020-21 में बढ़कर 94.57 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। हालांकि इसी अवधि में भारत का चीन (India-China) को निर्यात बेहद धीमी गति से बढ़ा और महज एक बिलियन डॉलर से 21 बिलियन डॉलर तक पहुंच पाया। चीन से आयात में बेतहाशा वृद्धि की वजह से भारत का चीन से व्यापार घाटा भी 2001-02 के 1 बिलियन डॉलर के मुकाबले बढ़कर 73 बिलियन मिनट की ट्रेडिंग रणनीति डॉलर तक पहुंच गया है, जो इस साल और बढ़ने की आशंका है।
गलवान में झड़प के बाद तेजी से बढ़ा आयात
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक चीन से व्यापार में बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ी वजह हाल के वर्षों में पड़ोसी मुल्क से इंपोर्ट यानी आयात में बेतहाशा वृद्धि है। साल 2020 में जब लॉकडाउन खुला तो इसके ठीक बाद चीन से आयात में बढ़ोतरी होने लगी। जून में गलवान वैली में खूनी झड़प (Galwan Valley Clash) के ठीक अगले महीने जुलाई में भारत ने चीन से 5.58 बिलियन डॉलर का इंपोर्ट किया। उसके बाद यह लगातार बढ़ता गया और मिनट की ट्रेडिंग रणनीति इस साल जुलाई में बढ़कर 10.24 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था।
साल 2021-22 के आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि में भारत ने तमाम देशों से जितना आयात किया, उसका 15.42% अकेले चीन से आयात किया, जो करीब 94.57 बिलियन डॉलर के करीब था। भारत ने चीन से इलेक्ट्रिकल मशीनरी, इलेक्ट्रिक मिनट की ट्रेडिंग रणनीति उपकरण, साउंड रिकॉर्डर, टेलीविजन स्क्रीन, टीवी के साउंड रिकॉर्डर और इससे जुड़े उपकरण, न्यूक्लियर रिएक्टर्स, ब्वॉयलर्स, मशीनरी और तमाम दूसरे उपकरण खरीदे। इसके अलावा ऑर्गेनिक केमिकल, प्लास्टिक और प्लास्टिक के तमाम सामान और फर्टिलाइजर भी आयात किया। भारत ने चीन से जो सामान सर्वाधिक आयात किया उसमें लैपटॉप और पॉमटॉप नंबर एक पर हैं। इसके बाद इसके बाद लिथियम आयन बैटरी, सोलर सेल, और यूरिया टॉप 5 में शामिल हैं।
रोनाल्डो के रन को समाप्त करने के लिए मोरक्को ने एक और स्टनर खींचा, पुर्तगाल को हटा दिया
मोरक्को पुर्तगाल – और उसके सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो – प्रमुख यूरोपीय देशों की सूची में शामिल हो गया है जो अप्रत्याशित रूप से कप से बाहर हो गए हैं। बेल्जियम, स्पेन और अब पुर्तगाल जैसे खिलाड़ियों को एक भी गोल गंवाए बिना भेजने के बाद, मोरक्को फाइनल में पहुंच गया है, जैसा कि फुटबॉल के सबसे बड़े पुरस्कार की प्रतियोगिता में पहले कभी नहीं हुआ था।
मोरक्को के गोलकीपर बोनो के नाम से मशहूर यासिन बाउनो ने खेल के बाद कहा, “मुझे पिंच करो, मुझे लगता है कि मैं सपना देख रहा हूं।” “ये क्षण महान हैं, लेकिन हम यहां मानसिकता को बदलने के लिए हैं। इस हीन भावना से हमें इससे छुटकारा पाना होगा। मोरक्को का खिलाड़ी दुनिया की किसी भी प्रतियोगिता का सामना कर सकता है। हमारे बाद की पीढ़ियों को पता चलेगा कि हम चमत्कार कर सकते हैं।” .
नाराज जनपद पंचायत उपाध्यक्ष ने किया बहिष्कार.लेकिन साथियों ने छोड़ा साथ..बैठक में गूंजा सचिव ट्रांसफर का मुद्दा..बिल्हा सीईओ को जारी हुआ कारण बताओ नोटिस
बिलासपुर—सीट व्न्यवस्था को लेकर नाराज बिल्हा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष विक्रम सिंह ने सामान्य सभा में जमकर हंगामा मचाया। जमीन पर बैठकर विक्रम सिंह ने बिल्हा विधायक जनप्रतिनिधि के धरना प्रदर्शन किया। अपमानित किेए जाने के आरोप लगाकर सामान्य सभा का वहिष्कार भी किया। इस दौरान भाजपा के अन्य सदस्यों ने भी विक्रम सिंह का साथ दिया। लेकिन चन्द मिनट बाद ही सभी सदस्य मौके की नजाकत देखकर सामान्य सभा की बैठक में लौट भी आए। कांग्रेस समेत अन्य लोगों में इस बात को लेकर जमकर चर्चा है।
बुधवार को जिला पंचायत बिलासपुर की बैठक करीब 1 बजे शुरू हुई। बैठक के शुरूआत में ही बेलतरा और बिल्हा विधायक प्रतिनिधि ने बैठक व्यवस्था को लेकर जमकर हंगामा किया। मामला इतना गंभीर हो गया कि विक्रम सिंह और बिल्हा विधायक प्रतिनिधि अशोक कौशिक जमीन पर ही बैठ गए। यद्यपि इस दौरान जिला पंचायत सीईओ जयश्री,जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण चौहान सभापति अंकित गौरहा, जितेंद्र पांडे राजेश्वर भार्गव, दोनो को समझाने का प्रयास किया। लेकिन विक्रम सिंह और अशोक कौशिक ने बैठक का ना केवल बहिष्कार किया। बल्कि अन्य भाजपा प्रतिनिधियों के साथ सामान्य सबा का बहिष्कार किया।
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