फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है?
Usage : The certificate 's activation time is still in the future.
उदाहरण : छात्र कठीन परिश्रम करके उत्तरकाल मे अच्छा स्थान प्राप्त कर सकता है !
Definition of Future
- the time yet to come
- a verb tense that expresses actions or states in the future
- bulk commodities bought or sold at an agreed price for delivery at a specified future date
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Gold की कीमतों में अचानक उछाल की क्या है वजह?
सोने में तेजी की वजह बदलते अंतरराष्ट्रीय माहौल को बताया जा रहा है। अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों के मंदी में जाने की आशंका जताई जा रही फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है? है। उधर, ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तनानती लगातार बढ़ रही है
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने को लेकर आउटलुक पॉजिटिव दिख रहा है। लेकिन, डॉलर इंडेक्स में मजबूती के बाद सोने में मुनाफावसूली दिख सकती है।
बीते हफ्ते सोने (Gold) में अच्छी तेजी दिखी। इसके भाव एक महीना की ऊंचाई पर पहुंच गए। कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर गोल्ड का अक्टूबर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट (October Futures Contract) 51,864 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर में सोने का भाव 1,800 डॉलर का स्तर छूने के बाद आखिर में 1,774 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
सोने में तेजी की वजह बदलते अंतरराष्ट्रीय माहौल को बताया जा रहा है। अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों के मंदी में जाने की आशंका जताई जा रही है। उधर, ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तनानती लगातार बढ़ रही है। जब कभी दुनिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता बढ़ती है, सोने की डिमांड बढ़ जाती है। इस वजह से इसकी कीमतें चढ़ती हैं। इसकी वजह यह है कि सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम माना जाता है।
Future trading in hindi |फ्यूचर ट्रेडिंग क्या होता है
Future trading in hindiसबसे पहले मैं आपको बता दूं कि future trading उनको करना चाहिए जिनको स्टॉक मार्केट का पूरा नॉलेज हो यह बहुत रिस्की होता है क्योंकि फ्यूचर ट्रेडिंग में कितना प्रॉफिट करते हो उतना ही कोई ना कोई loss करता है आप किस साइड हो गए यह आपके नॉलेज के ऊपर डिपेंड करता है कि आपने loss उठाया है क्या profit उठाया है यह एक तरह का जुआ है फ्यूचर का उपयोग ज्यादातर hedging के लिए किया जाता है।
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है? | futures contract in Hindi
फ्यूचर ट्रेडिंग एक कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसे एक एक्सचेंज के द्वारा मैनेज किया जाता है इंडिया में National Stock Exchange (NSE) जो फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को मैनेज करता है जहां पर फ्यूचर ट्रेड होते हैं फ्यूचर एक डेरिवेटिव है फ्यूचर ट्रेडिंग में फ्यूचर में एक निश्चित समय और निश्चित मूल्य पर एक कॉन्ट्रैक्ट को खरीदने और बेचने का एक समझौता सेलर वायर के बीच में होता है फ्यूचर ट्रेडिंग का उपयोग मूल्य hedging के लिए किया जाता है हेजिंग का मतलब एक उदाहरण से समझना होगा मान लीजिए पहले कभी आपने कोई शेयर ₹100 का खरीदा था। जो आज वर्तमान में इसकी कीमत ₹110 चल रही है लेकिन अब कुछ मार्केट के इंडिकेटर और आपकी रिसर्च कहती है कि मार्केट को गिरने की संभावना है तो आप उस पोजीशन को या तो काटेंगे या उसको Hedge करेंगे hedging से मतलब कि आप उसके अगेंस्ट में कोई दूसरी पोजीशन बनाएंगे आप फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है? उस स्टॉक के अगेंस्ट में sell कॉन्ट्रैक्ट खरीदेंगे।
फ्यूचर ट्रेडिंग का क्या अर्थ है? | Future Trading Meaning in Hindi
future trading दो पक्षो का future मे होने वाला व्यापार है जिसमे हमेशा दोनो पक्षो द्वारा अपने कान्ट्रेक्ट को पुरा ना करने का डर बना रहता है जिसके लिये सेबी द्वारा इसे रेगुलेट किया जाता है। जिससे कोई भी पक्ष beech मे contract छोड कर नही जाता है।
फ्यूचर ट्रेडिंग के फायदे
लिवरेज :-फ्यूचर ट्रेडिंग में आपको लिवरेज मिलता है लिवरेज का मतलब आपको कम पैसे में ज्यादा माल मिलता है। मान लीजिए रिलायंस के आपको 250 शेयर खरीदने हैं जिसका एक शेर का मूल्य ₹2500 है। तो आपको ₹625000 की आवश्यकता होगी लेकिन इसकी जगह आप रिलायंस का फ्यूचर खरीदेंगे तो इसमें मात्र आपको 133000 के आसपास अमाउंट लगेगा।
हेजिंग :-हेजिंग की सहायता से आप अपने फ्यूचर में होने वाले नुकसान को हज कर सकते हैं या कम कर सकते हैं या आप अपनी स्थिति को स्थिर बना सकते हैं।
How to trade futures | फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे करें
फ्यूचर ट्रेडिंग शुरू करना अपेक्षाकृत आसान है। एक ब्रोकर के साथ एक खाता खोलें जो उन बाजारों का समर्थन करता है जिन्हें आप व्यापार करना चाहते हैं। एक फ्यूचर ब्रोकर आपके निवेश, आय और निवल मूल्य के अनुभव के बारे में पूछेगा। ये प्रश्न मार्जिन और पोजीशन के संदर्भ में ब्रोकर द्वारा आपको जोखिम उठाने की अनुमति देने के लिए तैयार किए गए हैं।
फ्यूचर ट्रेडिंग में कमीशन और शुल्क ढांचे के लिए कोई उद्योग मानक नहीं है। हर ब्रोकर अलग-अलग सेवाएं प्रदान करता है। कुछ शोध और सलाह का एक अच्छा सौदा प्रदान करते हैं, जबकि अन्य आपको केवल एक उद्धरण और एक चार्ट देते हैं।
कुछ साइटें आपको एक पेपर ट्रेडिंग खाता खोलने की अनुमति देंगी। अपने पहले व्यापार के लिए वास्तविक पैसे देने से पहले आप “कागजी पैसे” के साथ व्यापार का अभ्यास कर सकते हैं। फ्यूचर्स मार्केट के बारे में अपनी समझ की जांच करने और मार्केट, लीवरेज और कमीशन आपके पोर्टफोलियो के साथ कैसे इंटरैक्ट करते हैं, यह जांचने का यह एक अमूल्य तरीका है। यदि आप अभी शुरुआत कर रहे हैं, तो हम अत्यधिक अनुशंसा करते हैं कि आप वर्चुअल खाते में कुछ समय व्यतीत करें जब तक कि आप सुनिश्चित न हों कि आप इसे लटका चुके हैं।
यहां तक कि अनुभवी निवेशक भी एक नई रणनीति का परीक्षण करने के लिए अक्सर एक पेपर ट्रेडिंग खाते का उपयोग करेंगे। कुछ ब्रोकर आपको पेपर ट्रेडिंग खाते में विश्लेषणात्मक सेवाओं की पूरी श्रृंखला तक पहुंचने की अनुमति दे सकते हैं।
शेयर बाजार में हाथ आजमाने वाले लोग ट्रेडिंग करने से पहले ‘फ्यूचर और ऑप्शंस’ के बारे में समझ लें
फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स डेरिवेटिव ट्रेडिंग के प्रमुख साधनों में से एक हैं। डेरिवेटिव्स शुरुआत करने वालों के लिए एक प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट्स होते हैं जिनका मूल्य अंतर्निहित संपत्तियों या परिसंपत्तियों के सेट पर ही निर्भर करता है।
ब्रांड डेस्क, नई दिल्ली। अक्सर आपने सुना होगा कि शेयर बाजार से दिन दोगुना रात चौगुना पैसा कमाया जा सकता है। लेकिन क्या यह इतना आसान है? क्या इस बाजार में कोई भी पैसे लगा सकता है? क्या इस बाजार में पैसा लगाने में किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं होता है? क्या इसके कुछ खास नियम भी हैं?
अगर आपके मन में भी इस तरह के सवालों को लेकर संशय बना हुआ है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस आर्टिकल में शेयर मार्केट से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गई हैं, जो आपको शेयर मार्केट की दुनियां में कदम रखने में सहायक साबित हो सकती हैं।
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शेयर बाजार कैसे काम करता है?
शेयर बाजार में पैसा बनाने के अनेक विकल्प हैं जो इसे अत्यंत रोचक बनाते हैं I साथ ही निवेशकों के लिए सीख-कर व समझ-कर अपनी पसंद के उत्पाद में निवेश से लाभ कमाने का अवसर प्रदान करते हैं। इन्हीं उत्पादों में से दो प्रमुख उत्पाद हैं- फ्यूचर और ऑप्शंस। इन्हें समझने से पहले आपके लिए यह जानना आवश्यक है कि शेयर बाजार, कमोडिटी बाजार या मुद्रा बाजार में सबसे अधिक प्रभाव कीमतों का होता है।
कैसे फ्यूचर और ऑप्शन है फायदेमंद?
फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स डेरिवेटिव ट्रेडिंग के प्रमुख साधनों में से एक हैं। डेरिवेटिव्स, शुरुआत करने वालों के लिए एक प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट्स होते हैं, जिनका मूल्य अंतर्निहित संपत्तियों या परिसंपत्तियों के सेट पर निर्भर करता है। इनमें कोई एसेट बॉन्ड, स्टॉक, मार्केट इंडेक्स, कमोडिटी या करेंसी हो सकते हैं।
डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार
स्वैप, फॉरवर्ड, फ्यूचर और ऑप्शन सहित चार प्रमुख प्रकार के डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट होते हैं।
1. स्वैप- जैसा कि नाम से पता चलता है, ऐसे कॉन्ट्रैक्ट होते हैं जहां दो पार्टी अपनी देयताओं या नकदी प्रवाह का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
2. फॉरवर्ड- कॉन्ट्रैक्ट में ओवर-द-काउंटर ट्रेडिंग शामिल होती हैं और विक्रेता और खरीदार के बीच निजी कॉन्ट्रैक्ट होते हैं। डिफॉल्ट जोखिम फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट में अधिक होता है, जिसमें सेटलमेंट करार के अंत की ओर होता है। भारत में, दो सबसे व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट फ्यूचर और ऑप्शन हैं।
3. फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स- मानकीकृत किए जाते हैं और माध्यमिक बाजार में इनका ट्रेड किया जा सकता है। वे आपको भविष्य में डिलीवर किए जाने वाले एक निर्दिष्ट कीमत पर अंतर्निहित एसेट खरीदने/बेचने की सुविधा देते हैं।
4. स्टॉक फ्यूचर- वे होते हैं जहां व्यक्तिगत स्टॉक एक अंतर्निहित एसेट होता है। इंडेक्स फ्यूचर वे हैं जहां इंडेक्स एक अंतर्निहित एसेट होता है।
5. ऑप्शन- ऐसे कॉन्ट्रैक्ट होते हैं जिनमें खरीदार को एक विशिष्ट कीमत पर अंतर्निहित एसेट बेचने या खरीदने का अधिकार होता है और निर्धारित समय होता है।
फ्यूचर और ऑप्शन के फायदे
बाजार में अस्थिरता की आशंका को कम करने के लिए विकल्प एक अन्य जरिया है। फ्यूचर एंड ऑप्शन का कॉन्ट्रैक्ट सामान होता है पर इस संदर्भ में खरीददार या विक्रेता के पास यह अधिकार होता है जिस से वो कॉन्ट्रैक्ट का इस्तेमाल करने के लिए बाध्य नहीं होता।
आमतौर पर विकल्प दो प्रकार के होते हैं, जिसमें पहला है CALL ऑप्शन और दूसरा PUT ऑप्शन। जहां CALL ऑप्शन में खरीददार के पास एक निश्चित मूल्य और भविष्य में तय तारीख़ पर परिसंपत्ति (एसेट) के हिस्से की खरीद-फरोख्त करने का विकल्प सुरक्षित रहता है और उसे इस कॉन्ट्रैक्ट का पालन नहीं करने की भी छूट होती है।
वहीं, PUT ऑप्शन में विक्रेता के पास यह अधिकार होता है कि वो एक निश्चित मूल्य और भविष्य में तय तारीख पर कोई परिसंपत्ति (एसेट) के हिस्से का खरीद-फरोख्त करेगा या नहीं। उसके पास भी इस कॉन्ट्रैक्ट का पालन नहीं करने की छूट होती है।
NCDEX ने एग्रीडेक्स पर लॉन्च किया फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट, 26 मई से शुरू होगी ट्रेडिंग
वास्तविक समय पर एनसीडीईएक्स एग्रीडेक्स मूल्य को बनाए रखने तथा उनका प्रसार करने के लिए एनसीडीईएक्स द्वारा अग्रणी इंडेक्स सेवा प्रदाता एनएसई इंडाइसेस के साथ भागीदारी की गई है।
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: May 20, 2020 18:03 IST
Photo:GOOGLE
NCDEX फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है? to launch Futures Contract on AGRIDEX
नई दिल्ली। भारत के अग्रणी कृषि कमोडिटी डेरीवेटिव्ज एक्सचेंज एनसीडीईएक्स ने देश के पहले एग्री फ्यूचर्स इंडेक्स एग्रीडेक्स में ट्रेडिंग शुरू करने की घोषणा की है। एनसीडीईएक्स ने बताया कि जून, जुलाई, सितंबर और दिसंबर माह में समाप्त होने वाली एनसीडीईएक्स एग्रीडेक्स फ्यूचर्स संविदा के लिए 26 मई से ट्रेडिंग शुरू होगी।
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एनसीडीईएक्स के एमडी और सीईओ विजय कुमार ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आधर कृषि है और यह रोजगार एवं आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देती है। एनसीडीईएक्स ने हमेशा भारतीय कृषि मूल्य श्रृंखला में जोखिम प्रबंधन में अहम भूमिका निभाई है। एग्रीडेक्स फ्यूचर्स शुरू करना उसी दिशा में उठाया गया एक अगला कदम है। उन्होंने कहा कि एग्रीडेक्स फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट, निवेशकों को संयोजक स्तर पर ट्रेडिंग तथा जोखिम प्रबंधन के लिए एक और माध्यम उपलब्ध कराएगी।
एग्रीडेक्स, एनसीडीईएक्स पर विक्रित दस अत्यधिक तरल कृषि कमोडिटीज से बना प्रतिलाभ आधारित इंडेक्स है। किसी भी एकल कमोडिटी या क्षेत्र के इंडेक्स में वर्चस्व के बिना, एग्रीडेक्स में कमोडिटी तथा सेक्टर के हिसाब से फ्लोर तथा कप्स हैं। एग्रीडेक्स का अन्य संपत्ति वर्गों तथा इंडाइसेस के साथ बहुत कम संबंध है। विविधता सुनिश्चित करने के लिए इंडेक्स में कोई भी कमोडिटी संबद्ध समूह 40 प्रतिशत से अधिक का वेटेज संघटित नहीं करेगा।
रोलओवर, समाप्ति माह के पहले 3 दिनों में किया जाएगा और इंडेक्स का अप्रैल के पहली कारोबारी दिन पर वार्षिक आधार पर पुर्नसंतुलन किया जाएगा। प्रत्येक कमोडिटी के वेट्स पर फ्लोर तथा कप को लागू किया जाएगा। एग्रीडेक्स एक व्यापक कृषि कमोडिटीज इंडेक्स है, जो इस सेगमेंट को होलिस्टिक परिदृश्य उपलब्ध कराता है।
एनसीडीईएक्स के कारोबार प्रमुख कपिल देव ने कहा कि एग्रीडेक्स पर फ्यूचर्स, एनसीडीईएक्स पर कृषि डेरीवेटिव्ज उत्पादों में एक महत्वपूर्ण परिवर्धन है तथा भारतीय घरेलू भावों पर आधारित पहला विक्रय कमोडिटी इंडेक्स है। एग्रीडेक्स फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट विविध नकद निपटान लिखत उपलब्ध कराती है, यह संस्थागत एवं खुदरा दोनों निवेशकों की एक्सचेंज पर प्रतिभागिता को विस्तारित करने में मदद करेगा।
वास्तविक समय पर एनसीडीईएक्स एग्रीडेक्स मूल्य फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या है? को बनाए रखने तथा उनका प्रसार करने के लिए एनसीडीईएक्स द्वारा अग्रणी इंडेक्स सेवा प्रदाता एनएसई इंडाइसेस के साथ भागीदारी की गई है।
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