मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान कारोबार सामान्य सत्र की तरह ही होता है. बाजार खुलने से शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है पहले के 15 मिनट प्री-ओपनिंग सेशन होता है. इस दौरान सातवें से आठवें मिनट के बीच में बाजार सेटल होता है. फिर तय समय पर सामान्य कारोबार शुरू होता है.

if you want better returns from multibagger and penny stocks, you have to adopt such a strategy

क्या हम मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान इंट्राडे सौदे कर सकते हैं?

bse-diwali-bccl-1200

मुहूर्त कारोबार के दौरान पहला ऑर्डर खरीदारी का दिया जाता है. इस दिन कारोबारी आमतौर पर नफे-नुकसान की चिंता नहीं करते हैं.

मुहूर्त कारोबार के दौरान पहला ऑर्डर खरीदारी का दिया जाता है. इस दिन कारोबारी आमतौर पर नफे-नुकसान की चिंता नहीं करते हैं. मान्यता है कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को भविष्य की पीढ़ी के लिए संजो कर रखा जाता है.

ऐसा नहीं है कि इस दिन कोई बेच नहीं सकता. इंट्राडे ट्रेड भी किए जाते हैं, मगर बाजार आम दिन की तरह रफ्तार नहीं पकड़ता. बाजार में कोई शेयर तभी खरीद सकता है, जब कोई दूसरा बेच रहा हो. इसका अर्थ है कि बाजार में खरीदे और फरोख्त, दोनों ही किस्म के सौदे किए जाते हैं.

क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का समय?

महुर्त ट्रेडिंग का समय बहुत पहले से निर्धारित नहीं होता. बीएसई और एनएसई दिवाली से कुछ दिन पहले शुभ मुहर्त का आधार पर इसका ऐलान करते हैं. पूरा सत्र एक घंटे का होता है. इस दौरान शेयरों की खरीद-फरोख्त सामान्य रूप से की जाती है. मुहर्त ट्रेडिंग कारोबारी घंटों के इतर भी हो सकती है.

Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग

जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग

इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे

अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे

स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके

जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्‍या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा

जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्‍या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा

अब शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्‍यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्‍या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्‍यादा पैसा महाराष्‍ट्र, गुजरात और उत्‍तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्‍छी कमाई कर रहे हैं.

ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्‍या होगा?

आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्‍ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्‍टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्‍कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.

आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्‍तेमाल करने के लिए आप इन्‍हें निर्देश दे सकते हैं.

स्‍टॉक्‍स और शेयरों का क्‍या होगा?

आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्‍योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.

किसी भी समय पर एक निवेशक का स्‍टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्‍स के पास नहीं होता है. वे बस एक प्‍लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.

इसी प्रकार आपका म्‍यूचुअल फंड इन्‍वेस्‍टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्‍यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.

फ्यूचर और ऑप्शन के फायदे

बाजार में अस्थिरता की आशंका को कम करने के लिए विकल्प एक अन्य जरिया है। फ्यूचर एंड ऑप्शन का कॉन्ट्रैक्ट सामान होता है पर इस संदर्भ में खरीददार या विक्रेता के पास यह अधिकार होता है जिस से वो कॉन्ट्रैक्ट का इस्तेमाल करने के लिए बाध्य नहीं होता।

आमतौर पर विकल्प दो प्रकार के होते हैं, जिसमें पहला है CALL ऑप्शन और दूसरा PUT ऑप्शन। जहां CALL ऑप्शन में खरीददार के पास एक निश्चित मूल्य और भविष्य में तय तारीख़ पर परिसंपत्ति (एसेट) के हिस्से की खरीद-फरोख्त करने का विकल्प सुरक्षित रहता है और उसे इस कॉन्ट्रैक्ट का पालन नहीं करने की भी छूट होती है।

वहीं, PUT ऑप्शन में विक्रेता के पास यह अधिकार होता है कि वो एक निश्चित मूल्य और भविष्य में तय तारीख पर कोई परिसंपत्ति (एसेट) के हिस्से का खरीद-फरोख्त करेगा या नहीं। उसके पास भी इस कॉन्ट्रैक्ट का पालन नहीं करने की छूट होती है।

what is trading in share market in hindi

trading kya hai in hindi

तो guys आज इस आर्टिकल में हम आपको ट्रेडिंग के बारे बताने वाले है की what is trading in share market in hindi ,ट्रेडिंग का क्या मतलब है शेयर मार्किट में ,कैसे काम करता ,क्या ट्रेडिंग से आप सच में लाखो -करोडो रूपए कमा सकते हो ,क्या आपको ट्रेडिंग करना चाहिए और भी बहुत सारे ट्रेडिंग से संबंधित टॉपिक को हम कवर करिंगे तो आर आपको भी ट्रेडिंग के बारे में ज़्यदा नॉलेज नहीं है आप जानना चाहते हैं तो आप यह आर्टिकल ध्यान से और पूरा जरूर पड़े।

ट्रेडिंग क्या है ,ट्रेडिंग का क्या मतलब है (what is trading ,trading meaning in hindi ):-

Trading meaning in हिंदी ,ट्रेडिंग का मतलब हिंदी में “व्यापार ” होता है। ट्रेडिंग किसी देश के अंदर या किन्ही देशो के बीच थोक या खुदरा वस्तुओं को खरीदने, बेचने या विनिमय करने की क्रिया या प्रक्रिया होती है

ट्रेडिंग इन शेयर मार्किट मतलब शेयर शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है मार्किट में listed company के शेयर को खरीदकर उन्हें बड़े हुए दाम पर बेचकर प्रॉफिट कमाना को ही शेयर मार्किट ट्रेडिंग कहते हैं। शेयर मार्किट ट्रैडिंग short time investment होती है जैसे शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है एक मिनट ,एक घंटा ,एक दिन या कुछ महीने के लिए ,शेयर मार्किट ट्रेडिंग के मुख्य उद्देश्य शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है प्रॉफिट कमाना होता है। शेयर मार्किट ट्रेडिंग की पूरी प्रकिर्या ऑनलाइन प्लेटफार्म की मदद से की जाती है। इसमें आपको एक ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट दिया जाता है जिसकी मदद से आप ऑनलाइन आसानी से शेयर ,म्यूच्यूअल फण्ड और बांड्स को खरीद और बेच सकते हो बिना किसी ब्रोकर और एजेंट के ,यह काफी आसान प्रक्रिया है। जो वयक्ति ट्रेडिंग करता है उसे ट्रेडर कहते हैं और जो व्यक्ति इन्वेस्टिंग करता है उसे इन्वेस्टर कहते हैं।

शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करना कैसे शुरू करे ( How to start trading in share market in hindi ) :-

दोस्तों आज से 5 – 10 साल पहले तक शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना इतना आसान नहीं था जितना आज कल के समय में हो गया है इसलिए पहले के समय में हर कोई शेयर मार्किट में इन्वेस्ट नहीं कर पता था क्योकि काफी डॉक्युमनेट की प्रकिया होती थी लेकिन आज के इस इंटरनेट ऑनलाइन दौर में यह प्रकिया काफी आसान हो चुकी है आज के समय में हर व्यक्ति ऑनलाइन शेयर मार्किट में अपना पेंसा इन्वेस्ट कर सकता है तो दोस्तों अगर आप भी चाहते हो शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना या ट्रेडिंग करना तो में आपको बताने वाला हूँ स्टेप शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है by स्टेप पूरी प्रोसेस की आप भी शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करे।

#Step 1 ) डीमैट अकाउंट खोले ( open a demat account ):-

एक ट्रेडर या इन्वेस्टर के रूप में शेयर बाजार में प्रवेश करने के लिए, आपको एक डीमैट खाता या ब्रोकरेज खाता खोलना होगा। डीमैट खाते के बिना आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग नहीं कर सकते। डीमैट खाता एक बैंक खाते की तरह काम करता है जहां आप ट्रेडिंग करने के लिए पैसे रखते हैं और शेयर्स को buy or sell कर सकते हो ,ट्रेडिंग अकाउंट आपके ख़रीदे हुऐ शेयर्स को डिजिटल फॉर्मेट में स्टोर रखता है।

रेटिंग: 4.18
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 463