Artificial Intelligence और मशीन लर्निंग पढेंगे जयपुर स्टूडेंट

Artificial Intelligence और मशीन लर्निंग पढेंगे जयपुर स्टूडेंट

कोरोना संक्रमण के दौरान सरकारें सहित आईटी विशेषज्ञ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( एआई ) के इस्तेमाल को लेकर जुटे हुए है। इस फील्ड में संभावनाओं की बातें हो रही है। यहीं वजह है कि अब स्टूडेंट इस फील्ड में करिअर बनाने की ओर बढ़ रहे हैं। ग्लोबल संभावनाओं को देखते हुए अब पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व पूर्णिमा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ( poornima college ) में स्टूडेंटस 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एंड डाटा साइंस' और 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग' ( machine learning ) भी पढेंगे।

Artificial Intelligence और मशीन लर्निंग पढेंगे जयपुर स्टूडेंट

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कोरोना संक्रमण के दौरान सरकारें सहित आईटी विशेषज्ञ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( एआई ) के इस्तेमाल को लेकर जुटे हुए है। इस फील्ड में संभावनाओं की बातें हो रही है। यहीं वजह है कि अब स्टूडेंट इस फील्ड में करिअर बनाने की ओर बढ़ रहे हैं। ग्लोबल संभावनाओं को देखते हुए अब पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व पूर्णिमा मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ( poornima college ) में स्टूडेंटस 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एंड डाटा साइंस' और 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग' ( machine learning ) भी पढेंगे।

PU चंडीगढ़ में मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग पर 7 दिवसीय कार्यक्रम शुरू

PU में शुरू हुए सात दिवसीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग कार्यक्रम में शामिल विशेषज्ञ।

पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग पर सात दिवसीय कार्यक्रम की बुधवार से शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम ऑनलाइन ही आयोजित किया जा रहा है। पहले दिन हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) के सेंटर फॉर अकादमिक लीडरशिप एंड एजेकेशनल मैनेजमेंट (कैलम), डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन और डिपार्टमेंट आफ कंप्यूटर साइंस एंड एप्लिकेशन के सहयोग से सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) एंड मशीन लर्निंग बेसिक एंड एप्लिकेशन प्रोग्राम विषय पर आयोजित वेबिनार में विशेषज्ञों ने इस तकनीक पर अपने विचार रखे।

वेबिनार में मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री शामिल हुए। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से लगभग हर क्षेत्र में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग काफी बढ़ गया है और यह मनुष्यों को लाभ भी पहुंचा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स भविष्य के लिए बेहतर है।

कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. अनुज शर्मा ने प्रोग्राम की शुरूआत करते हुए मानव जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि एआइ को वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने और भारत की एआइ पहल को पूरा करने के लिए विभिन्न विषयों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। 16 राज्यों और दवा विज्ञान, कानून, गणित, कंप्यूटर विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, चिकित्सा, वाणिज्य आदि जैसे विभिन्न विषयों से अब तक 125 पंजीकृत प्रविष्टियाँ प्रदान हुई थीं। इस दौरान पीयू के वीसी प्रो. राजकुमार ने समाज के लिए एआइ के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बहुत सारे अवसर हैं। पंजाब विश्वविद्यालय सक्रिय रूप से विस्तार गतिविधियों, वेबिनार, संकाय विकास कार्यक्रम आदि का संचालन कर रहा है और भविष्य में भी शोधकर्ताओं को भविष्य के निर्देश देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।

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लॉकडाउन में 1500 शिक्षकों को किया प्रशिक्षित

डॉ. जतिंदर ग्रोवर, केलम कोऑर्डिनेटर, शिक्षा विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय ने साझा किया कि केलम ने 4 एफडीपी का आयोजन किया और लॉकडाउन अवधि के दौरान ऑनलाइन शिक्षा के लिए लगभग 1500 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने चर्चा की कि एआई पर इस तरह के एफडीपी शिक्षकों को कक्षा में इन तकनीकों का अ यास करने और साथ ही शोध करने में मदद करेंगे। इस दौरान कार्यक्रम की चेयरपर्सन और को-ऑर्डिनेटर डॉ. रोहिणी शर्मा ने कहा कि डीसीएसए ने सभी को मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज्ञान को प्रदान करने में योगदान देने के लिए पहल की है।

Data Science और Machine Learning में है ये अंतर, जानें डिटेल्स

वर्तमान में बहुत से लोग Data Science और Machine Learning को एक ही चीज मान लेते हैं जो कि पूरी तरह से गलत है। डाटा साइंस तथा मशीन लर्निंग आपस में एक-दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर है परन्तु एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। डाटा साइंस जहां बहुत बड़ी मात्रा में डाटा का मैनेंजमेंट करने का विज्ञान है वही मशीन लर्निंग इस डाटा का एल्गोरिद्म के रूप में उपयोग करने की कला।

आईआईटी कानपुर के 5 छात्र मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस फोर्ब्स की सूची में, तीन ने बनाई ओके क्रेडिट एप, दो ने विकसित की खास तकनीक

आईआईटी कानपुर

ओके क्रेडिट एप और रोबोट की मदद से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक को विकासित करने वाले आईआईटी कानपुर के पांच छात्रों को फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। इस कामयाबी पर आईआईटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और डीन ऑफ एल्युमिनाई एसोसिएशन प्रो.जयंत कुमार सिंह ने बधाई दी है।

2014 बैच के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना और 2017 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों के बीच यह कामयाबी हासिल की है। फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थीं।

आईआईटी कानपुर के तीन पूर्व छात्र फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो पूर्व छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है। आदित्य प्रसाद, गौरव कुमार व हर्ष पोखरना ने आईआईटी से पास होने के बाद एक कंपनी बनाई। 25 अगस्त 2017 को बिजनेसमैन और कारोबारियों के मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस लिए ओके क्रेडिट नाम से एप लांच किया।

इस एप का प्रयोग करने वाले मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस बिजेसमैन को बही खाता, कलम की जरूरत नहीं पड़ती है। अब तक 10 करोड़ से अधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं। इसके चलते उनके नाम फोर्ब्स की फाइनेंस एंड वेनचर कैपिटेल कैटेगिरी में शामिल किया गया है। वहीं, निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने नोक्का रोबोटिक्स नाम से कंपनी बनाई।

दोनों पूर्व छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित रोबोट की सहायता से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक विकसित की है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके नाम फोर्ब्स की इंडस्ट्री मैन्यूफैक्चर इनर्जी कैटेगिरी में शामिल किया गया है। दोनों ही पूर्व छात्र इस समय आईआईटी के विशेषज्ञों के सहयोग से पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार कर रहे।

ओके क्रेडिट एप और रोबोट की मदद से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक को विकासित करने वाले आईआईटी कानपुर के पांच छात्रों को फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। इस कामयाबी पर आईआईटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और डीन ऑफ एल्युमिनाई एसोसिएशन प्रो.जयंत कुमार सिंह ने बधाई दी है।

2014 बैच के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना और 2017 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों के बीच यह कामयाबी हासिल की है। फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थीं।

आईआईटी कानपुर के तीन पूर्व छात्र फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो पूर्व छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है। आदित्य प्रसाद, गौरव कुमार व हर्ष पोखरना ने आईआईटी से पास होने के बाद एक कंपनी बनाई। 25 अगस्त 2017 को बिजनेसमैन और कारोबारियों के लिए ओके क्रेडिट नाम से एप लांच किया।

इस एप का प्रयोग करने वाले बिजेसमैन को बही खाता, कलम की जरूरत नहीं पड़ती है। अब तक 10 करोड़ से अधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं। इसके चलते उनके नाम फोर्ब्स की फाइनेंस एंड वेनचर मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस कैपिटेल कैटेगिरी में शामिल किया गया है। वहीं, निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने नोक्का रोबोटिक्स नाम से कंपनी बनाई।

दोनों पूर्व छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित रोबोट की सहायता से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक विकसित की है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके नाम फोर्ब्स की इंडस्ट्री मैन्यूफैक्चर इनर्जी कैटेगिरी में शामिल किया गया है। दोनों ही पूर्व छात्र इस समय आईआईटी के विशेषज्ञों के सहयोग से पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार कर रहे।

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