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Opinion: पीएम नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप गर्वमेंट ई-मार्केट प्लेस (GeM) बनी गेम चेंजर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल पर अपना फोकस रखा है. (फाइल फोटो)

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वदेशी उत्पादों और उद्योगों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ वोकल फॉर लोकल पर अपन . अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : December 01, 2022, 16:38 IST

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद का कार्यकाल संभालने के बाद से ही स्वदेशी उत्पादों और उद्योगों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ वोकल फॉर लोकल को अपना फोकस रखा है. इससे एक ओर जहां स्थानीय उत्पादों और उद्योगों को बड़े पैमाने पर रोजगार करने के अवसर मिले, वहीं इससे MSME, सेल्फ हेल्प ग्रुप और महिला उद्यमियों को उनके उत्पाद के लिए बड़ा बाजार मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ.

सफलता के नए कीर्तिमान बना रहा है GeM
GeM से इस वित्तीय वर्ष में खरीद में एक नया रिकार्ड बनाया है. अब तक 1 लाख करोड़ से अधिक की खरीद हो चुकी है और इसके वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक 1.80 लाख करोड़ पंहुचने की संभावना है. GeM के सीईओ पी के सिंह के मुताबिक ये भारत में अमेजन और फ्लिपकार्ट से बड़ा ई-कामर्स प्लेटफार्म बन गया है. इस पोर्टल पर आज 63 हजार से अधिक सरकारी बॉयर संगठन है और 54 लाख से अधिक विक्रेता और सर्विस प्रोवाइडर हैं. पांच वर्ष के भीतर ही जीईएम विश्व में सबसे बड़े सरकारी ई खरीद प्लेटफॉर्म में से एक बन गया है.

GeM की शुरूआत
सरकारी खरीददारों के लिए एक खुला और पारदर्शी खरीद प्लेटफार्म बनाने के क्रम में, मोदी सरकार ने 9 अगस्त, 2016 को गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जीईएम) की शुरूआत की थी. वर्तमान में, प्लेटफ़ॉर्म सभी सरकारी खरीददारों द्वारा की जाने वाली खरीद के लिए खुले है. केंद्रीय और राज्य मंत्रालय, विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम, स्वायत्त संस्थान, स्थानीय निकाय आदि अपनी जरुरत की खरीद इस पोर्टल से कर सकते हैं.

GeM पोर्टल की सफलता के पीछे पीएम मोदी का विजन

पीएम मोदी ने 6 मई,2022 को जीतो कनेक्ट सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि- सरकारी व्यवस्थाओं में कैसे पारदर्शिता आ रही है, इसका एक उत्तम उदाहरण हमारी सरकारी खरीद की प्रक्रिया है. जब से Govt e-Marketplace यानी GeM पोर्टल अस्तित्व में आया है, सारी खरीद एक प्लेटफॉर्म पर सबके सामने होती है. अब दूर-दराज के गांव के लोग, छोटे दुकानदार और सेल्फ हेल्प ग्रुप, स्वयं सहायता समूह सीधे सरकार को अपना प्रोडक्ट बेच सकते हैं. और यहां ऐसे लोग हैं, जिनके DNA में व्यापार है. कुछ न कुछ व्यापार की प्रवृत्ति करते रहना, ये आपके स्वभाव में और संस्कार में है.

40 लाख से अधिक व्‍यापारियों GeM पोर्टल पर जुडे़

आज GeM पोर्टल पर 40 लाख से अधिक सेलर जुड़ चुके हैं. जिनको अपना प्रोडक्ट बेचना है, ऐसे 40 लाख लोग उस पर रजिस्ट्री करवा चुके हैं. और मुझे खुशी इस बात की है कि इनमें से अधिकतम MSME हैं, छोटे कारोबारी हैं, उद्यमी हैं. हमारी महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहनें हैं. और आपको ये जानकर के अच्छा लगेगा कि इसमें भी 10 लाख सेलर तो सिर्फ पिछले 5 महीने में ही जुड़े हैं. ये दिखाता है कि इस नई व्यवस्था पर लोगों का भरोसा कितना बढ़ रहा है. ये दिखाता है कि जब सरकार में इच्छाशक्ति होती है, और जनता जर्नादन का साथ होता है, सबका प्रयास की भावना प्रबल होती है, तो बदलाव को कोई रोक नहीं सकता है, बदलाव संभव होता है. और वो बदलाव आज हम देख भी रहे हैं, अनुभव भी कर रहे हैं.
जीईएम पोर्टल की सफलता इस बात की परिचायक है कि अगर उचित लक्ष्य और योजनाबद्ध रुप से किसी कार्य की नींव रखी जाए तो उसमे सफलता सुनिश्चित होती है. पीएम मोदी ने जीईएम पोर्टल की सफलता से एक बार फिर ये साबित कर दिया है.

(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए News18Hindi किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं है.)

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Aligarh news : ई मार्केट में आलू ने बढ़ाया कदम, बासमती की महक भी दूर तक फैलेगी

Aligarh news किसान अब मंडी तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्‍कि ई मार्केट से जुड़कर अपनी पहचान दूर तक बनाएगा। इसके लिए कृषि उत्‍पादक संगठन ने पहल शुरू कर दी है। आलू के निर्यात के लिए सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी हैं।

लोकेश शर्मा, अलीगढ़ । Aligarh news : मंडियों तक सीमित रहे किसान अब ई-मार्केट में पहचान बनाएंगे। कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) ने पहल शुरू कर दी है। फ्लिपकार्ट के जरिए ई-मार्केट में कृषि उत्पाद लाने की पूरी तैयारी है। बासमती चावल, गेहूं, आलू व अन्य उत्पाद भी ई-मार्केट में उतारे जाएंगे। आलू के निर्यात के लिए सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। एफपीओ को director general of foreign trade (डीजीएफटी) व Agriculture and Processed Food Products Export Development Authority (एपीडा) से लाइसेंस मिल चुका है। आगामी सीजन तक किसानों को ये सुविधा मिल जाएगी।

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जनपद में बासमती की खेती अधिक

अधिकतर किसान धान, गेहूं और आलू पर निर्भर हैं। धान में बासमती अधिक होता है, जो प्रोसेसिंग के बाद दिल्ली व हरियाणा की मंडी के जरिए निर्यात किया जाता है। बासमती के अलावा जनपद से कोई agricultural production निर्यात नहीं होता। आलू के निर्यात के अलावा अन्य कृषि उत्पाद ई-मार्केट मे लाने के लिए एफपीओ कोमोलिका फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने पहल कर दी है।

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वर्चुअल मीटिंग में वार्ता

एफपीओ के चेयरमैन आरपी पचौरी ने बताया कि फ्लिपकार्ट के प्रतिनिधियों से वर्चुअल मीटिंग में वार्ता हुई। धान, गेहूं, आलू, सरसों का तेल व अन्य कृषि उत्पाद की आनलाइन मार्केटिंग पर सहमति बन चुकी है। हैदराबाद, गुड़गांव सहित एनसीआर की मंडियों में हर साल 15 हजार कुंतल आलू जाता है। बासमती व गेहूं भी मंडियों तक सीमित है। फ्लिपकार्ट की मदद से किसानों का उत्पाद बेचा जा सकेगा। फ्लिपकार्ट प्रतिनिधियों का कहना है कि कृषि उत्पाद की सूची स्थानीय मंडी के माध्यम से लखनऊ मंडी परिषद भेजी जाएगी। एफपीओ से जुड़े किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

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एक हजार हेक्टेयर में होगा आलू

एफपीओ संचालक ने बताया कि इस सीजन में एक हजार हेक्टेयर में आलू की बोआई की जाएगी। आलू की विभिन्न किस्में उगाई जाएंगी। इनमें चिप्सोना वन, चिप्सोना श्री, चिप्सोना फोर, एलआर, फ्राइसोना हैं, जो चिप्स आदि उत्पाद बनाने के काम आते हैं। भोजन में उपयोग होने वाले कुफरी बहार, कुफरी मोहन, ख्याति आदि किस्म के आलू किए जाएंगे। फसल तैयार होने तक फ्लिपकार्ट से अनुबंध हो जाएगा। तब आलू को भी आनलाइन मार्केट में उतारा जाएगा। एफपीओ द्वारा डीजीएफटी व एपीडा से लाइसेंस मिल चुका है।

एपीडा बताता है सोर्स

डीजीएफटी के लाइसेंस पर किसी भी देश में निर्यात किया जा सकता है। जबकि, एपीडा सोर्स बताता है। किस देश में डिमांड है, एपीडा से ही जानकारी मिलती है।

Bharat E Market क्या है? | What Is Bharat E-Market In Hindi

आज कल हमारे भारत में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड बहुत चल रहा है, जिससे भारत का ई मार्केट कारोबार भी काफी तेजी से बढ़ा है। इसी बात को नजर में रखते हुए CAIT(Confederation of All India Traders) ने Bharat E Market ऐप और साईट का प्रारंभ किया है।

इस Bharat E Market ऐप की मदद से कोई भी व्यक्ति, ट्रेडर्स या दुकानदार ऑनलाइन सामान बेच सकता है और खरीद भी सकता है। यहां दुकानदार बिना किसी चार्ज के व्यापार कर सकते है, जिससे उनका मुनाफा बढ़ सकता है। इसकी जबरदस्त शुरुवात से हमें लगता है की यह भारत ई मार्केट की ऐप अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को टक्कर दे सकती है।

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Table of Contents

Bharat E Market क्या है – भारत ई मार्केट पोर्टल क्या है?

Bharat E Market यह भारत का सबसे पहला E-Commerce portal है, जो भारत सरकार के माध्यम से बनाया गया है। भारत ई मार्केट Application की मदद से सभी लोकल व्यापारी इस माध्यम के ज़रिए ऑनलाइन जुड़ने में मदद करेंगे, इससे सभी दुकानदार ऑफलाइन के साथ साथ अपनी e-shop या ई-दुकान को इंटरनेट पर ऑनलाइन ला सकते हैं, जिससे ग्राहक जुड़ कर हर प्रकार की खरीददारी कर सकते है। इस पोर्टल पर अपनी चीजें बेचने के लिए मुख्य रूप से महिला उद्यमी, कारीगर और शिल्पकार को ज़्यादा सुविधा प्रदान की जाएगी।

यदि आप इनके Official website पर जाना चाहते हैं, तो यहाँ “Bharat E-Market Portal” पर क्लिक कर सकते हैं।

भारत ईजीमार्केटस ई मार्केट पोर्टल क्यों बनाया गया?

Bharat E-Market Application बनाने के पीछे का मुख्य लक्ष्य यह है की, बड़ी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे Flipkart, Amazon यह हमारे भारतीय व्यापारीओं को सही अवसर प्रदान नहीं करते हैं, वहा चीजों को बेचने के लिए उन्हें भारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है, मगर भारत ई मार्केट पोर्टल के ज़रिए विक्रेताओं को सही अवसर प्रदान किया जा सकता है।

यहाँ दुकानदारों को अपनी e-dukaan बनाने के लिए किसी भी तरह का कोई भुगतान या चार्ज नहीं देना पड़ेगा। इस Bharat E Market Portal का मुख्य उद्देश्य लोकल भारतीय दुकानों को हमारे निकट तक पहुँच पाए, यानी इंटरनेट के माध्यम से हमारे लोकल दुकानदारों को हम तक पहुँचाना जिससे हमें खरीददारी में आसानी हो।

Bharat E Market Portal पर क्या खरीद और बेच सकते है?

लगभग 8 करोड़ व्यापारियों के संगठन CAIT ने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन Bharat e Market को दिल्ली में लॉन्च किया है, जो पूरी तरह से देसी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है।

सीएआईटी का कहना है कि, भारत ई मार्केट पूरी तरह से आधुनिक टेक्नोलॉजीज, एम्प्लॉई, इनोवेटिव मार्केटिंग, सक्षम डिजिटल पेमेंट सहित पारदर्शी और जिम्मेदार व्यापारिक व्यवस्था के आधार पर आधारित किया गया है। और यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी E-Commerce कंपनी को टक्कर दे सकता है।

यह भारत ई मार्केट पूरी तरह से एक भारतीय एप है, जो भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए ही बनाया गया है। आप इस bharat e market app या website की मदद से Daily Grocery, Fruit & Vegetables, Stationery, Electronics, Fashion, Medicine, Furniture, Sports, Nursery, Sweets & Bakery, Decoration और भी बहुत कुछ खरीद सकते है और बेच सकते है। इस भारत ई-मार्केट पोर्टल को आधिकारिक तौर पर 30th October 2021 को लॉंच किया जाने वाला है।

भारत ई-मार्केट पोर्टल पर ई दुकान/E-Shop का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

Confederation of All India Traders (CAIT) के अनुसार इसमें भारतीय वस्तुओं एवं तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया गया था। इस पोर्टल पर ई दुकान या E-Shop खोलने के लिए प्रत्येक कारोबारी को मोबाइल ऐप के जरिये अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।

रजिस्ट्रेशन या पंजीकरण करते समय उन्हें एक ओटीपी प्राप्त होगा, जिसे ऐप पर भरना जरूरी है। इसके बाद उन्हें केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद कोई भी व्यक्ति बेहद आसानी से अपनी ई दुकान स्वयं बना सकता है। इसमें भारत ई मार्केट की टेक्निकल टीम उसकी सहायता करेगी। किसी कारोबारी की ई दुकान बन जाने के बाद पोर्टल पर कारोबार किया जा सकता है।

Bharat e Market Portal के फायदे – Benefits of Bharat e-Market

  • इसके जरिये हमारे देश के स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और दूसरी चीजों के छोटे निर्माताओं और व्यापारियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।
  • ग्राहक को ऑनलाइन शॉपिंग के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म मिल गया है।
  • इस पोर्टल पर व्यापारियों को कारोबार करने पर कोई भी कमीशन नहीं लिया जाएगा।
  • इसमें दर्ज कोई भी जानकारी विदेश नहीं जाएगी, क्योंकि ये पूरी तरह से घरेलू ऐप है, इसलिए सारा डाटा देश में ही रहेगा और इसे बेचा नहीं जाएगा।
  • यहाँ पर व्यापारी से व्यापारी और व्यापारी से उपभोक्ता अपना माल बेच और खरीद सकेंगे।
  • इस पोर्टल पर ‘ई-दुकान’ खोलना सबसे आसान है, ई-दुकान खोलने के लिए मोबाइल ऐप के जरिए ही सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  • किसी भी विदेशी फंडिंग को इस प्लेटफॉर्म के लिए स्वीकार नहीं किया जाएगा, यानी किसी तरह की विदेशी फंडिंग नहीं होगी।
  • कोई भी विक्रेता चीन का सामान इस पोर्टल पर नहीं बेचेगा, यानी चीनी सामान का पूरी तरह से बायकॉट किया जाएगा ताकि घरेलू कारोबारियों को बढ़ावा मिले।

तो दोस्तों ये थी bharat e market /भारत ई मार्केट पोर्टल की जानकारी। जिसमे हमने Bharat E Market क्या है, भारत ई मार्केट पोर्टल क्या है?, भारत ई-मार्केट पोर्टल पर ई दुकान/E-Shop का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?, Bharat E Market Portal पर क्या क्या खरीद सकते है और बेच सकते है, Bharat e Market Portal के फायदे, भारत ई मार्केट पोर्टल क्यों बनाया गया? इत्यादी पॉइंट कवर किये है। अब भी आपके मन में कुछ सवाल हो तो हमें कमेंट्स कर के पूछ सकते है।

Bharat e Market ईजीमार्केटस App Launch: ऑनलाइन शॉपिंग का स्वदेसी प्लेटफॉर्म लॉन्च, यहां पर जानें भारत ई मार्केट के बारे में सबकुछ

Bharat e Market App Launch: ऑनलाइन शॉपिंग का स्वदेसी प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है. यह CAIT द्वारा शुरू किया गया है. उम्मीद है कि इससे जल्द ही 7 लाख से ज्यादा कारोबारी जुड़ जाएंगे.

Published: March 12, 2021 1:16 PM IST

Bharat e Market App Launch: ऑनलाइन शॉपिंग का स्वदेसी प्लेटफॉर्म लॉन्च, यहां पर जानें भारत ई मार्केट के बारे में सबकुछ

Bharat e Market App Launch: ऑनलाइन शॉपिंग (Online shopping) के लिए अब स्वदेशी प्लेटफॉर्म भी लॉन्च हो गया है, जिससे अब विदेशी कंपनियों के पोर्टल से शॉपिंग की निर्भरता धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी. Amazon, Flipkart पर ऑनलाइन शॉपिंग के अतिरिक्त आपको स्वदेशी और काफी बड़ा प्लेटफॉर्म मिल गया है. भारत के करीब 8 करोड़ व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders-CAIT) ने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन ‘Bharat e Market’ को दिल्ली में लॉन्च किया है. यह ऐप सीधे तौर पर अमेजन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) को टक्कर देगा. यह पूरी तरह से देसी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है.

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इस प्लेटफॉर्म के मोबाइल ऐप को CAIT ने शुद्ध रूप से भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बताया है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल विजन पर आधारित है. CAIT का दावा है कि दिसंबर 2021 तक इस प्लेटफॉर्म से सात लाख कारोबारियों के जुड़ने की उम्मीद है. दिसंबर 2023 तक इस प्लेटफॉर्म से एक करोड़ ट्रेडर्स जुड़ जाएंगे, ऐसा होते ही ये दुनिया का सबसे बड़ा पोर्टल बन जाएगा. यानी Amazon , flipkart और अलीबाबा को भी पीछे छोड़ देगा.

In line with Hon’ble PM Shri @narendramodi’s vision for #VocalForLocal, @CAITIndia is proud to announce launch of the much awaited purely #Bhartiya e-commerce platform @BharatEMarket mobile app for onboarding of sellers accross India. Let’s be part of this #phygitalrevolution 🇮🇳 pic.twitter.com/3ouz24mCgZ — Confederation of All India Traders (CAIT) (@CAITIndia) March 11, 2021

जानिए- देसी भारत ई मार्केट (Bharat e Market) की खास बातें

  • इस पोर्टल पर व्यापारी से व्यापारी (B2B) और व्यापारी से उपभोक्ता (B2C) अपना माल ईजीमार्केटस बेच और खरीद सकेंगे.
  • इस पोर्टल पर ‘ई-दुकान’ खोलने के लिए हर व्यक्ति को मोबाइल ऐप के जरिए ही सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा.
  • एक अच्छी बात ये है कि इसमें दर्ज कोई भी जानकारी विदेश नहीं जाएगी, क्योंकि ये पूरी तरह से घरेलू ऐप है, इसलिए सारा डाटा देश में ही रहेगा और इसे बेचा नहीं जाएगा.
  • किसी भी विदेशी फंडिंग को इस प्लेटफॉर्म के लिए स्वीकार नहीं किया जाएगा, यानी किसी तरह की विदेशी फंडिंग नहीं होगी
  • कोई भी विक्रेता चीन का सामान इस पोर्टल पर नहीं बेचेगा, यानी चीनी सामान का पूरी तरह से बायकॉट किया जाएगा ताकि घरेलू कारोबारियों को बढ़ावा मिले
  • देश के कोने-कोने में फैले स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और दूसरी चीजों के छोटे निर्माताओं और व्यापारियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जाएगा.
  • व्यापारियों के लिए सबसे अच्छी बात ये है कि इस पोर्टल पर कारोबार करने पर कोई भी कमीशन नहीं लिया जाएगा.

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एमजंक्शन स्पाइसेस बोर्ड के लिए बड़ी इलायची का ई-मार्केट प्लेस स्थापित करेगा

Ranchi : भारत की सबसे बड़ी बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी एमजंक्शन सर्विसेस लिमिटेड खाद्यान्न, चाय और दालों के बाद अब कृषि-वस्तुओं के क्षेत्र में अगला कदम रखने जा रही है. कंपनी का उद्देश्य स्पाइसेस बोर्ड ऑफ इंडिया के साथ पंजीकृत उत्पादकों और विक्रेताओं के लिए बड़ी इलायची का ई-मार्केट प्लेस खोल कर नया मानक स्थापित करना है. स्पाइसेस बोर्ड द्वारा जारी लाइसेंस के रूप में एमजंक्शन समूचे भारत में खरीदारों को अपने प्लेटफॉर्म पर बड़ी इलायची की ई-बिक्री की सुविधा प्रदान करेगा. यह पहली बार होगा, जब बड़ी इलायची का बतौर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विक्रय किया जाएगा. संबंधित क्षेत्र में डिजिटलीकरण और पारदर्शिता की दिशा में यह एक बड़ा कदम सिद्ध होगा.

नगालैंड में ई-सेलिंग प्रोजेक्ट लांच किया गया था

ई-सेलिंग प्रोजेक्ट को विगत सप्ताह नगालैंड के दीमापुर में भारतीय मसाला बोर्ड द्वारा आयोजित एक सेमिनार में औपचारिक तौर पर लांच किया गया था. इसके साथ ही जल्द ही पहले ऑनलाइन इवेंट का आयोजन नगालैंड की एक किसान-उत्पादक कंपनी (एफपीसी) के लिए किया जाएगा. विनय वर्मा, मैनेजिंग डायरेक्टर, एमजंक्शन ने कहा कि स्पाइसेस बोर्ड की इस महत्वपूर्ण डिजिटलीकरण पहल का हिस्सा बनकर हम बेहद खुश हैं. हम अपने प्लेटफॉर्म का विस्तार अन्य एफपीसी में भी करने की योजना बना रहे हैं. इससे बड़ी संख्या में खरीदार हमारी पारदर्शी और कुशल प्रक्रियाओं का लाभ ले सकें.

ग्राहकों में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी

डी साथियान, सेक्रेटरी, स्पाइसेस बोर्ड, आईएफएस ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म से हमें उम्मीद है कि बेहतर मूल्य हासिल करने के साथ ही ग्राहकों में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी. उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के बड़ी इलायची उत्पादकों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी. उम्मीद है कि पहले पायलट इवेंट का आयोजन दिसंबर की शुरुआत में हो सकेगा. एमजंक्शन के साथ यह ई-सेलिंग सरकार की वोकल फॉर लोकल पहल के अनुरूप है. इसका उद्देश्य स्थानीय रूप से उगाई जाने वाली बड़ी इलायची के लिए भारत सरकार की वोकल फॉर लोकल पहल के अनुरूप एक स्थिर आपूर्ति श्रृंखला की नींव रखना है.

ऑनलाइन ट्रेनिंग और डेमो सेशंस की है योजना

एमजंक्शन की योजना जल्द ही सभी खरीदारों के साथ ऑनलाइन ट्रेनिंग और डेमो सेशंस शुरू करने की है, जिससे कि निर्बाध ई-बिक्री इवेंट्स सुनिश्चित किए जा सके. यह उन एफपीसी के लिए भी मददगार साबित होगा, जो बड़ी इलायची की बिक्री के लिए इसके प्लेटफॉर्म का उपयोग करेंगे. भारत में बड़ी इलायची का उत्पादन विगत वर्ष 8800 मीट्रिक टन से अधिक था, जिसमें सिक्किम प्रमुख उत्पादकों में से एक था. इसके बाद अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड का स्थान है.

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