कानूनी मापतौल (पैकेटबंद जिंस) नियम, 2011 में संशोधन के जरिये उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ये बदलाव किए हैं। (संकेतात्मक तस्वीर)

Ecommerce kya hai | Ecommerce काम कैसे करता है ? | Full Details in Hindi

E-Commerce क्या है? इस बिजनस को कैसे करते है? हिंदी में जानकारी

ऑनलाइन खरीदारी दीन-प्रतिदिन बढ़ते जा रही है ईकामर्स प्लेटफार्म ईकामर्स प्लेटफार्म और ऐसे उम्मीद है की आने वाले अगले 5 साल में यह और तेजी से बढ़ने वाला है,

ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि आप अपना बिजनस शुरू करने से पहले अपना पूरा रिसर्च करें।

पता लगाएँ कि आप किन प्रोडक्टस और सर्विस को बेचने जा रहे हैं और बाज़ार, अपने लक्षित दर्शकों, प्रतिस्पर्धा और जरूरती लागतों को देखें।

इसके बाद, एक डोमेन नाम सिलेक्ट करें , एक बिजनस का स्ट्रक्चर चुनें, और आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करें (जैसे:- टैक्स , लाइसेंस आदि )।

इससे पहले कि आप प्रोडक्ट बेचना शुरू करें, एक प्लेटफ़ॉर्म तय करें और अपनी वेबसाइट डिज़ाइन करें (जैसे:- Shopify, WordPress आदि )।

शुरुआत में सब कुछ सरल और आसान रखने की कोशिश करें और सुनिश्चित करें कि आप अपने बिजनस का मार्केटिंग करने के लिए ज्यादा-ज्यादा चैनलों का उपयोग करें ताकि यह जल्दी से बढ़ सके।

Types of E-commerce in Hindi?

चाहे आप कस्टमर को सीधे प्रोडक्ट बेचते हों या अन्य बिजनस को सेवाएं बेचते हों, आप ई-कॉमर्स के साथ ऑनलाइन बिक्री कर सकते हैं।

आपके ऑनलाइन स्टोर को लॉन्च करने से पहले इसके प्रकार पर विचार करें क्यूंकी कई प्रकार के ईकॉमर्स बिजनस मॉडल हैं।

चुनने के लिए यहां कुछ विभिन्न प्रकार के ईकॉमर्स बिजनस दिए गए हैं:-

B2C — Business to Consumer

B2C ईकॉमर्स का तात्पर्य व्यक्तिगत ग्राहकों को सामान या सेवाएं बेचने से है।

B2C वह है जो अधिकांश लोग “ईकॉमर्स बिजनस” शब्द सुनते ही सोचते हैं।

B2B — Business to Business

B2B ईकॉमर्स, डायरेक्ट बिजनस को प्रोडक्ट और सर्विस को बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

B2B कंपनियों के पास आमतौर पर उच्च ऑर्डर मूल्य और अधिक खरीदारी होती है।

D2C — Direct to Consumer

D2C ईकॉमर्स, B2C के समान है जिसमें अंतिम ग्राहक एक व्यक्तिगत उपभोक्ता है, लेकिन इसमें अंतर यह है कि यह रीटेलर या होलसेलर का उपयोग करने के बजाय कस्टमर को सीधे बेचने का अवसर देता है।

E-commerce का भविष्य क्या है?

E-commerce kya hai जानने के बाद आइए जानते है आखिर ईकॉमर्स इंडस्ट्री का भविष्य कैसा है?

E-Marketer के अनुसार, यह अनुमान लगाया गया है कि दुनिया भर में ईकॉमर्स 2021 तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

अनलाइन मार्केट में आगे रहने के लिए, कई बिजनस के मालिक अपने बिजनस को ऑनलाइन ले जा रहे हैं – न केवल एक वेबसाइट के द्वारा बल्कि अपने प्रोडक्ट और सर्विस को सीधे अपनी वेबसाइट और अन्य ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से बेचकर।

ईकॉमर्स के नवीनतम आंकड़े इस तथ्य को उजागर करते हैं कि ऑनलाइन शॉपिंग, कस्टमर के व्यवहार बदल रहा है और ग्राहक के द्वारा इसको प्राथमिकता दिया जा रहा है|

2021 तक ईकॉमर्स की बिक्री, रीटेल बिक्री के 17.5% तक पहुंचने का अनुमान है।

दुनिया की करीब 21.8% आबादी ऑनलाइन खरीदारी करती है।

यदि आप ऑनलाइन बिक्री नहीं कर रहे हैं, तो आप संभावित खरीदारों को अपना ग्राहक बनाने के बेहतरीन अवसर को खो रहे हैं।

Forrester के अनुसार, यूएस B2B की ईकॉमर्स इंडस्ट्री 2023 तक 1.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

73 प्रतिशत खरीदार अपनी खरीदारी करने के लिए Google, सोशल मीडिया और ईमेल सहित कई चैनलों का उपयोग करते हैं।

बिक्री को अधिकतम करने और ग्राहकों के अनुरूप अनुभव प्रदान करने के लिए, नए बिजनस ट्रेंड्स में शीर्ष पर बने रहना महत्वपूर्ण है।

यह स्पष्ट है कि ईकॉमर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फलफूल रहा है, इसलिए अब ईकॉमर्स को एक महत्वपूर्ण और जरूरी बिजनस के रूप में मानने का समय है।

2040 तक सभी खरीदारी का 95% ई-कॉमर्स के माध्यम से किए जाने की उम्मीद के साथ, ई-कॉमर्स लहर की सवारी करने में बहुत देर नहीं हुई है।

Top 5 ई-कॉमर्स वेबसाइट इन हिन्दी

हमने बहुत रिसर्च किया है और दुनिया की शीर्ष 5 ईकामर्स वेबसाइटों को चुना है।

ई-कॉमर्स प्लेटफार्म से जुड़ेंगे सहारनपुर के एक्सपोर्टर्स

ई-कॉमर्स प्लेटफार्म से जुड़ेंगे सहारनपुर के एक्सपोर्टर्स

सहारनपुर, जेएनएन। मंडलायुक्त संजय कुमार ने स्मार्ट सिटी योजना के अंर्तगत इनोवेशन सेंटर की स्थापना के ईकामर्स प्लेटफार्म लिए कुछ सुझाव बोर्ड की बैठक में रखने निर्देश दिये हैं। वुडकार्विंग के विकास के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म बनाये जाने का निर्णय लिया। जिसमें साधारण एक्सपोर्टस व अन्य ऐसे असाधारण लोगों को इससे जोड़ा जाएगा जिनके द्वारा हैंडीक्राफ्टस का कार्य किया जा रहा है।

मंडलायुक्त संजय कुमार ने बताया कि गुरुवार को नई दिल्ली से आये एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फोर हैंडीक्राफ्ट के प्रतिनिधियों द्वारा किये गये प्रस्तुतिकरण को देखने के पश्चात स्मार्ट सिटी परियोजना के अंर्तगत इनोवेशन सेंटर की स्थापना के लिए कुछ बिदुओं पर निर्णय लिया गया है। जिसमें वुडन हैंडीक्राफ्ट के प्रमोशन के लिए शहर में एक डिजाइन सेंटर की स्थापना करना। टैस्टिग लैब की स्थापना कराने के साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफार्म बनाये जाने का निर्णय लिया गया। जिसमें साधारण एक्सपोर्टर्स के साथ-साथ ऐसे असाधारण लोगों को भी उसका फायदा हो सके जो वुडन हैंडीक्राफ्ट के कार्य से जुडे़ हैं या उक्त से जुडे हुये व्यवसायियों द्वारा बनाये जा रहे प्रोडक्ट्स की मार्केटिग की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का जो सीजनिग प्लांट बंद पडा हुआ है उसका टैक्नालाजी अप्रग्रेडेशन कराया जाए इसके लिए उसकी डीपीआर बनाकर एग्जीक्यूट करने के लिए ईपीसीएच के प्रतिनिधियों को स्मार्ट सिटी की बोर्ड बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। बोर्ड बैठक में पास होने के पश्चात उक्त कार्यों का क्रियान्वयन कराया जाएगा।

ऑनलाइन प्रोडक्‍ट्स पर भी देनी होगी एमआरपी और एक्‍सपायरी डेट की जानकारी, सरकार ने दिया 6 महीने का वक्‍त

निर्देश में कहा गया है कि शब्दों का आकार अनिवार्य रुप से बढ़ा दिए जाए, ताकि उपभोक्ता इन्हें आसानी से पढ़ सकें।

ऑनलाइन प्रोडक्‍ट्स पर भी देनी होगी एमआरपी और एक्‍सपायरी डेट की जानकारी, सरकार ने दिया 6 महीने का वक्‍त

कानूनी मापतौल (पैकेटबंद जिंस) नियम, 2011 में संशोधन के जरिये उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ये बदलाव किए हैं। (संकेतात्मक तस्वीर)

ऑनलाइन ग्राहकों के संरक्षण के लिए सरकार ने ई-कामर्स कंपनियों से उत्पादों पर अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) और अन्य ब्योरा मसलन मियाद समाप्त होने की अवधि और कस्टमर केयर का ब्योरा देना अनिवार्य कर दिया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस बारे में विधि मापतौल (पैकेटबंद जिंस) नियमों-2011 में संशोधन किया है। कंपनियों को इस नए नियम के अनुपालन के लिए छह महीने का समय दिया गया है।

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिस तरह ऑफलाइन ग्राहकों को संरक्षण देने की व्यवस्था है, ऑनलाइन ग्राहकों को भी यह संरक्षण मिलना चाहिए। अभी तक ऑनलाइन बेचे जाने वाले सामान पर एमआरपी प्रकाशित होता है। हमने कंपनियों से लेबल पर अतिरिक्त ब्योरा देने को कहा है। उन्होंने कहा कि एमआरपी के अलावा कंपनियों को विनिर्माण की तारीख, मियाद समाप्त होने की अवधि, शुद्ध भार, किस देश से अमुक उत्पाद आया है और कस्टमर केयर की जानकारी देनी होगी।

Gujarat, Himachal Pradesh Vidhan Sabha Chunav Result 2022 Live Updates: गुजरात में बीजेपी की प्रचंड जीत, हिमाचल में जयराम ठाकुर ने ईकामर्स प्लेटफार्म ईकामर्स प्लेटफार्म मानी हार, थोड़ी देर में देंगे इस्तीफा

2023 में इन 3 राशि वालों को करियर और व्यापार में मिल सकती है अपार सफलता, देवताओं के गुरु बृहस्पति करेंगे मेष राशि में प्रवेश

अधिकारी ने कहा कि कंपनियों को नए नियम के अनुपालन के लिए पर्याप्त समय दिया गया है। जनवरी, 2018 से यह अनिवार्य होगा कि जो सामान ईकामर्स प्लेटफार्म के जरिये बेचा जा रहा है, उस पर ये सभी घोषणाएं होंगी अन्यथा कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं कंपनियों को यह ब्योरा बड़े फोंट में छापना होगा जिससे उपभोक्ताओं को उन्हें पढ़ने में परेशानी नहीं हो।

इससे साथ ही उपभोक्ताओं को राहत देते हुए सरकार ने विनिर्माण कंपनियों के लिए लेबल का ब्योरा बड़े फोंट में छापने को अनिवार्य कर दिया है। कंपनियों को एक्सपायरी की तारीख और शुद्ध भार आदि का ब्योरा बड़े आकार में छापना होगा।

कानूनी मापतौल (पैकेटबंद जिंस) नियम, 2011 में संशोधन के जरिये उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ये बदलाव किए हैं। सरकार ने कहा है कि लेबल पर पांच चीजों की जानकारी देना अनिवार्य होगा। इसमें न्यूनतम खुदरा मूल्य (एमआरपी), विनिर्माण आंकड़ा, मियाद की अवधि समाप्त होने की तारीख, शुद्ध भार और कंज्यूमर केयर का ब्योरा शामिल है। निर्देश में कहा गया है कि शब्दों का आकार अनिवार्य रुप से बढ़ा दिए जाए, ताकि उपभोक्ता इन्हें आसानी से पढ़ सकें।

फिलहाल लेबल पर प्रकाशित ब्योरा इतने छोटे अक्षरों में होता है कि उपभोक्ताओं को उन्हें पढ़ने में परेशानी होती है। इस बारे में सरकार को शिकायतें मिलती रहती हैं।

पढें व्यापार (Business News) खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News)के लिए डाउनलोड करें Hindi News App.

YesCart launched its ecommerce platform and its android application

YesCart launched its ecommerce platform and its android application

YesCart, an ecommerce marketplace owned by IoT Incorporation Pvt. Ltd, subsidiary of Sharda Group, has formally launched its ecommerce platform and its android application today by conducting bloggers meet on 1905 Suites and Restaurant.

YesCart’s fundamental vision is to contribute to Nepal’s economy’s digital transformation by bridging the gap between customers and merchants in this pandemic environment through seamless and easy online purchase and delivery.

YesCart provides products from top brands including Xiaomi, Redmi, MI, RealMe, Samsung, OnePlus, Fitbit, MOBVOI, VIVO, QCY, and POCO in the mobile and gadget segment, products from EzViz and Hikvision for security solutions, Samsung, WHIRLPOOL LG, and others in home appliances and entertainment, SHANGRI-LA, KTM CTY, ATTIRE NEPAL, VANS, CONVERSE, and NIKE in apparels, and HP, Dell in laptop and peripherals. YesCart promises to provide genuine products with prompt delivery time.

YesCart provides a solid yet intuitive search bar navigation with a user-friendly layout that makes browsing and shopping a pleasure. Quick ईकामर्स प्लेटफार्म cashless payment is also made simple – thanks to theintegration of several payment methods such as Khalti as our payment partner, Esewa, VISA, and MasterCard, as well as an option of cash on delivery.

Mr. Saral Acharya – Head of Ecommerce has stated that YesCart claims to deliver genuine service and products, with prompt delivery not exciding 48 hours inside Kathmandu Valley, as well as exclusive deals and discounts on the platform across different categories. It promises to provide an industry-standard experience to its users by shortening service times and making pre-sales and after-sales support available both online and offline. Also for merchant backend system that is rich in features compared to others will be provided in future updates as well. Further expansion to cover all areas of Nepal is also in plan of action.

With product recommendations, loyalty bonus and comparison feature on-board as well as various offers on variety of products, YesCart promises its users to give an online shopping experience like never before. Also, official launch of mobile application on IOS platform is ईकामर्स प्लेटफार्म on its way as well.

For its initial launch YesCart is distributing early bird vouchers of worth NPR 200, with more gift / discount vouchers already on its way. You can also earn a 20% discount on purchases if you use Khalti for prepayment, up to Rs 500. So, head to their website or download their Android app to get a flawless and exciting shopping experience with never-before-seen deals and offers.

रेटिंग: 4.82
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 582